Rajasthan Board RBSE Class 12 Geography Chapter 14 भारत: जनसंख्या संरचना
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 बहुचयनात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत की संथाल जनजातियाँ सम्बन्धित हैं –
(अ) निग्रिटों से
(ब) आद्य-ऑस्ट्रेलियाइड से
(स) पुरा-मंगोलाइड से
(द) पूर्व भूमध्य सागरीय प्रजाति से
प्रश्न 2.
निम्नलिखित में से वह प्रजाति जो भारत में अन्त में आकर बसी है, वह है –
(अ) नीग्रोटो
(ब) मंगोलॉयड
(स) नॉर्डिक
(द) एल्पों-डिनेरिक
प्रश्न 3.
निम्नलिखित में से कौन-सा एक समूह भारत में विशालतम भाषाई समूह है –
(अ) चीनी-तिब्बती
(ब) ऑस्ट्रिक
(स) भारतीय-आर्य (इण्डो-यूरोपियन)
(द) द्रविड़
प्रश्न 4.
कुल भारतीय जनसंख्या में से कितनी भारतीय जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है?
(अ) 717 मिलियन
(ब) 833 मिलियन
(स) 847 मिलियन
(द) 853 मिलियन
प्रश्न 5.
2011 की जनगणना के अनुसार सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य है –
(अ) केरल
(ब) हिमाचल प्रदेश
(स) उत्तराखण्ड
(द) नागालैण्ड
प्रश्न 6.
2011 की जनगणना के अनुसार न्यूनतम लिंगानुपात जनसंख्या वाला राज्य है –
(अ) पंजाब
(ब) हिमाचल प्रदेश
(स) उत्तराखण्ड
(द) हरियाणा
प्रश्न 7.
वर्ष 2011 में हुई जनगणना के अनुसार भारत में साक्षरता दर क्या है?
(अ) 49.5 प्रतिशत
(ब) 74.04 प्रतिशत
(स) 42.5 प्रतिशत
(द) 65.38 प्रतिशत
प्रश्न 8.
हिन्दुओं का सर्वाधिक अनुपात किस राज्य में है?
(अ) उत्तर प्रदेश
(ब) मध्य प्रदेश
(स) हिमाचल प्रदेश
(द) आन्ध्र प्रदेश
प्रश्न 9.
मंगोल प्रजाति की जन्मभूमि है –
(अ) भारत
(ब) इण्डोनेशिया
(स) चीन
(द) मध्य-पश्चिमी एशिया
प्रश्न 10.
देश में किस राज्य में साक्षरता दर सर्वाधिक है?
(अ) गोवा
(ब) केरल
(स) तमिलनाडु
(द) कर्नाटक
प्रश्न 11.
2011 की जनगणना के अनुसार भारत की ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत है –
(अ) 50 प्रतिशत
(ब) 67 प्रतिशत
(स) 68.84 प्रतिशत
(द) 80 प्रतिशत
उत्तरमाला:
1. (ब), 2. (स), 3. (स), 4. (ब), 5. (अ), 6. (द), 7. (ब), 8. (स), 9. (स), 10. (ब), 11. (स).
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 अति लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 12.
सन 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य कौन-सा है?
उत्तर:
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में सर्वाधिक लिंगानुपात वाला राज्य केरल (1084) है।
प्रश्न 13.
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में नगरीय जनसंख्या का राष्ट्रीय औसत क्या है?
उत्तर:
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का औसत प्रतिशत 31.20 रहा है।
प्रश्न 14.
सन 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में न्यूनतम साक्षरता वाला राज्य कौन-सा है?
उत्तर:
सन् 2011 में भारत में न्यूनतम साक्षरता वाला राज्य बिहार (63.82) रहा है।
प्रश्न 15.
सन 2011 की जनगणना के अनुसार ग्रामीण जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत भारत में किस राज्य में है?
उत्तर:
सन् 2011 में भारत में ग्रामीण जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत उत्तर प्रदेश (18.6%) में रहा जबकि राज्य की कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत मिजोरम में (48.5%) रहा।
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 लघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 16.
जनसंख्या संरचना से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
जनसंख्या संरचना किसी क्षेत्र में निवासित जनसंख्या को सामाजिक विशेषताओं को प्रदर्शित करती है जिसने आयु, लिंग, निवास स्थान, मानवजातीय लक्षण, जनजातियाँ, भाषा, धर्म, वैवाहिक स्थिति, साक्षरता, शिक्षा तथा व्यावसायिक विशेषताओं का अध्ययन सम्मिलित होता है।
प्रश्न 17.
लिंगानुपात को परिभाषित करते हुए इसका महत्त्व बताइए।
उत्तर:
जनसंख्या में महिला-पुरुषों की संख्या के अनुपात को लिंगानुपात कहा जाता है। इसमें प्रति 1000 पुरुषों पर महिलाओं की संख्या की गणना की जाती है।
किसी देश की अर्थव्यवस्था एवं समाज के विकास तथा जीवन-स्तर में लिंगानुपात एक महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। लिंगानुपात जनसंख्या के गुणात्मक पहलू को व्यक्त करता है।
प्रश्न 18.
भारत में लिंगानुपात कम होने के क्या कारण हैं ?
उत्तर:
भारत में लिंगानुपात कम होने के प्रमुख कारणों में बालिकाओं की अपेक्षा बालकों के जन्म को प्राथमिकता देना, बाल विवाह, समाज में स्त्रियों का निम्न स्तर, बालिका शिक्षा का अभाव, सामाजिक कार्यों में पुरुषों की प्रधानता तथा बढ़ते नगरीकरण जैसे कारण सम्मिलित हैं।
प्रश्न 19.
भारत में स्वतंत्रता के पश्चात साक्षरता में वृद्धि होने के मुख्य क्या कारण रहे हैं?
उत्तर:
भारत में स्वतंत्रता के बाद साक्षरता में वृद्धि होने के प्रमुख कारणों में विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालयों की स्थापना तथा शिक्षा के प्रति जनजागरूकता का बढ़ना सम्मिलित हैं। इसके अलावा पुरुष साक्षरता की तुलना में महिला साक्षरता में हुई तीव्र वृद्धि ने भारत में साक्षरता स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
प्रश्न 20.
सन 2011 के अनुसार भारत के किन राज्यों में विशाल ग्रामीण जनसंख्या पायी जाती है?
उत्तर:
सन् 2011 के अनुसार भारत के निम्नलिखित राज्यों में विशाल ग्रामीण जनसंख्या पाई जाती है –
राज्य | राज्य की कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत |
हिमाचल प्रदेश | 89.96 |
बिहार | 88.70 |
असम | 85.92 |
उड़ीसा | 83.32 |
मेघालय | 79.92 |
उत्तर प्रदेश | 77.72 |
अरुणाचल प्रदेश | 77.33 |
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न 21.
भारत की जनसंख्या की संरचना का विश्लेषण कीजिये।
उत्तर:
जनसंख्या:
संरचना से तात्पर्य किसी क्षेत्र में निवास करने वाली जनसंख्या की आयु-लिंग, निवास स्थान, मानवजातीय लक्षण, भाषा, धर्म साक्षरता, प्रजाति, ग्रामीण-नगरीय स्थिति आदि का समावेशित अध्ययन करना है। इसी आधार पर भारत की जनसंख्या की संरचना को निम्नलिखित शीर्षकों के अन्तर्गत विश्लेषित किया गया है –
- ग्रामीण-नगरीय जनसंख्या
- लिंगानुपात
- आयु संरचना
- साक्षरता
- भाषा संरचना
- धार्मिक संरचना
- प्रजातीय संगठन
1. ग्रामीण-नगरीय जनसंख्या:
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या 121.02 करोड़ थी जिसमें 83.31 करोड़ जनसंख्या (कुल जनसंख्या का 68.8%) ग्रामीण तथा 37.71 करोड़ जनसंख्या (कुल जनसंख्या का 31.20%) नगरीय थी। भारत में ग्रामीण जनसंख्या का सर्वाधिक संकेन्द्रण (राज्य की कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या का प्रतिशत) हिमाचल प्रदेश (89.96%), बिहार (88.70%), असम (85.92%), उड़ीसा (83.32%), मेघालय (79.92%), उत्तर प्रदेश (77.72%) तथा अरुणाचल प्रदेश (77.33%) राज्यों में मिलता है। भारत में नगरीय जनसंख्या का सर्वाधिक संकेन्द्रण (राज्य की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या को प्रतिशत) तमिलनाडु (48.45%), केरल (47.72%), महाराष्ट्र (45.23%), गुजरात (42.58%), कर्नाटक (38.57%) तथा पंजाब (37.49%) राज्यों में मिलता है।
2. लिंगानुपात:
सन् 2011 में भारत में औसत लिंगानुपात 940 रहा। सन् 2011 में भारत के औसत लिंगानुपात से अधिक लिंगानुपात रखने वाले राज्यों में केरल (1084), तमिलनाडु (995), आन्ध्र प्रदेश (992) तथा पाण्डिचेरी (1031) तथा लक्षद्वीप (945) आदि केन्द्रशासित प्रदेश सम्मिलित रहे जबकि देश में न्यूनतम लिंगानुपात हरियाणा (877), जम्मू कश्मीर (883), व सिक्किम (889) नामक राज्यों में तथा दमन व दीव (618), दादरा एवं नगर हवेली (775) तथा चण्डीगढ़ (818) केन्द्र शासित प्रदेशों में रहा।
3. आयु संरचना:
किसी देश की जनसंख्या में विभिन्न अवस्थाओं के मनुष्यों की प्रतिशत संख्या का अध्ययन आयु-वर्ग संरचना के अन्तर्गत किया जाता है। सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में बाल आयु वर्ग (0-14 आयु समूह) का प्रतिशत 29.5, युवा आयु वर्ग (15-59 वर्ष) का प्रतिशत 62.5 तथा वृद्ध आयु वर्ग (60 से अधिक आयु समूह) का प्रतिशत 8 रहा।
4. साक्षरता:
सन् 2011 में देश में साक्षरता दर 74.04 प्रतिशत रही। राग औसत से अधिक साक्षरता रखने वाले राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में केरल (93.91 प्रतिशत), लक्षद्वीप (92.2 प्रतिशत) तथा मिजोरम (91.58%) सम्मिलित रहे जबकि न्यूनतम साक्षरता दर बिहार (63.82%), राजस्थान (67.06%), जम्मू कश्मीर (68.74%), उत्तर प्रदेश (69.72%) तथा मध्य प्रदेश (70.63%) राज्यों में रही।
5. भाषा संरचना:
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार देश में 48.69 करोड़ लोगों (कुल जनसंख्या का 40.22%) की मातृ भाषा हिन्दी है। देश की अन्य प्रमुख भाषाओं में बंगाली (कुल जनसंख्या का 8.3%), तेलगू (787%), मराठी (7.45%), तमिल (6.32%), उर्दू (5.18%) तथा गुजराती (4.85%) भाषाएँ सम्मिलित हैं। देश में बोली जाने वाली अन्य भाषाओं में कन्नड़ (391%), मलयालम (362%), उड़िया (3.35%), पंजाबी (2.79%) तथा असमी (1.56%) सम्मिलित हैं।
6. धार्मिक संरचना:
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में हिन्दू धर्म के अनुयायियों का प्रतिशत 79.56 रहा जबकि देश की कुल जनसंख्या में मुस्लिम, ईसाई, सिक्ख, बौद्ध तथा जैन धर्म के अनुयायियों का प्रतिशत क्रमशः 14.31, 2.36, 1.74, 0.77 तथा 0.41 रहा। भारत में राज्य स्तर पर हिन्दू जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत (95.43%) हिमाचल प्रदेश में तथा न्यूनतम प्रतिशत (3.55) मिजोरम राज्य में रहा। मुस्लिम जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत लक्षद्वीप में (94.92%) रहा जबकि न्यूनतम प्रतिशत मिजोरम (1.14%) राज्य में मिलता है। जनसंख्या आकार की दृष्टि से सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या रखने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बंगाल तथा बिहार राज्य सम्मिलित हैं। ‘
7. प्रजातीय संगठन:
भारत में मिलने वाली प्रजातियों में नीग्रीटो, प्रोटो-आस्ट्रेलाइड, मंगोलाइड, भूमध्य सागरीय, चौड़े सिर वाली पश्चिमी प्रजातियाँ तथा नार्डिक प्रजातियाँ सम्मिलित हैं। नीग्रीटो प्रजाति नागालैण्ड तथा झारखण्ड राज्यों में प्रमुख रूप से मिलती है। प्रोटो-आस्ट्रेलाइड प्रजाति प्रमुख रूप से मध्य भारत तथा दक्षिणी भारत के पहाड़ी वन क्षेत्रों में मिलती है। मंगोलाइड प्रजाति उत्तरी-पूर्वी राज्यों, सिक्किम, लाहौल-स्पीती तथा लद्दाख क्षेत्रों में निवासित है। नार्डिक प्रजाति भारत के उत्तरी-पश्चिमी भागों में तथा भूमध्य सागरीय तथा चौड़े सिर वाली पश्चिमी प्रजातियाँ भारत के विभिन्न क्षेत्रों में निवासित मिलती हैं।
प्रश्न 22.
भारत में ग्रामीण व नगरीय जनसंख्या के बदलते स्वरूप का विश्लेषण कीजिये। नगरीय जनसंख्या में वृद्धि के कारणों को विस्तार से समझाइये।
उत्तर:
भारत में ग्रामीण व नगरीय जनसंख्या का बदलता स्वरूप:
भारत में ग्रामीण व नगरीय जनसंख्या के स्वरूप में सन् 1921 से 2011 के मध्य सतत् रूप से परिवर्तन होता रहा जिसे आगे दी गई तालिका में प्रदर्शित किया गया है –
ग्रामीण एवं नगरीय जनसंख्या (1921 से 2011):
स्रोत:
भारत की जनगणना, 2011 उक्त तालिका से स्पष्ट है कि सन् 1921 में भारत की कुल जनसंख्या का 88.8 प्रतिशत गांवों में निवास करता था जो सन् 1951 में घटकर 82.70 प्रतिशत, सन् 1971 में घटकर 80.1 प्रतिशत, सन् 1991 में घटकर 74.3 प्रतिशत तथा सन् 2011 में घटकर 68.80 प्रतिशत रह गया। स्पष्ट है कि सन् 1971 के बाद से भारत की कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या के प्रतिशत में सतत् रूप से गिरावट अनुभव की जा रही है।
दूसरी ओर सन् 1921 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 11.2 था जो सन् 1951 में बढ़कर 17.3 प्रतिशत, सन् 1971 में 19.9 प्रतिशत, सन् 1991 में बढ़कर 25.70 प्रतिशत तथा सन् 2011 में तेजी से बढ़कर 31.2 प्रतिशत हो गया। नगरीय जनसंख्या का यह बढ़ता प्रतिशत भारत में बढ़ते नगरीयकरण का द्योतक है।
भारत में नगरीय जनसंख्या में वृद्धि के कारण:
सन् 1911 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत केवल 10 प्रतिशत था जो सन् 2011 में तेजी से बढ़ता हुआ 31.2 प्रतिशत हो गया। भारत में इसे बढ़ती नगरीकरण प्रवृत्ति के लिए निम्नलिखित कारणों का योगदान रहा है –
- ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों का अभाव।
- कृषि व्यवसाय का अलाभकारी होना।
- नगरीय क्षेत्रों में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक सुविधाओं का मिलना।
- नगरों का आकर्षण।
- शिक्षा का प्रसार।
- औद्योगीकरण।
- नगरों में परिवहन व संचार साधनों का विकास।
- ग्रामीण क्षेत्रों में लघु व कुटीर उद्योगों की समाप्ति।
प्रश्न 23.
भारत में साक्षरता के प्रतिरूप का विस्तार से वर्णन कीजिए।
उत्तर:
साक्षरता को किसी भी सभ्य समाज के विकास को मापदण्ड माना जाता है। साक्षरता देश की अर्थव्यवस्था, नगरीकरण, जीवन-स्तर, जातीय संरचना, समाज में महिलाओं की स्थिति, शैक्षणिक सुविधाओं, परिवहन साधनों के विकास तथा तकनीकी विकास आदि का सूचक होती है।
भारत में साक्षरता प्रतिरूप:
सन् 2011 में भारत में साक्षरता दर 74.04 प्रतिशत रही। भारत की औसत साक्षरता दर मे सन् 1961 के बाद से तीव्र वृद्धि अनुभव की गई है लेकिन भारत की साक्षरता दर में क्षेत्रीय स्तर पर असमान वृद्धि हुई है। वर्तमान में (सन् 2011) में साक्षरता दरों में मिलने वाली भिन्नताओं के आधार पर भारत के राज्यों को निम्नलिखि वर्गों में रखा जा सकता है –
1. 80 प्रतिशत से अधिक साक्षरता दर रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
सन् 2011 में 80 प्रतिशत से अधिक साक्षरता दर रखने वाले राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों में साक्षरता दरें निम्नवत् रहीं केरल (93.91), लक्षद्वीप (92.28), मिजोरम (91.58), त्रिपुरा (87,75), गोवा (87.40 ), दमन व दीव (87.07), पाण्डिचेरी (86.55), चण्डीगढ़ (86.43), छत्तीसगढ़ (86.40), दिल्ली (86.34), अण्डमान-निकोबार (86.27), हिमाचल प्रदेश (83.78), महाराष्ट्र (82.91), सिक्किम (82.28), तमिलनाडु (80.33), नागालैण्ड (80.11)।
2. 70 से 80 प्रतिशत साक्षरता दर रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
इस वर्ग में सन् 2011 में भारत में निम्नवत् 10. राज्य तथा एक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे। मणिपुर (79.85), उत्तराखण्ड (79.63), गुजरात (79.31), दादरा-नगर हवेली (77.65), पश्चिम बंगाल (77.08), पंजाब (76.68), हरियाणा (76.64), कर्नाटक (75.60), मेघालय (75.48), उड़ीसा (73.45), असम (73.18), मध्य प्रदेश (70.63)।
3. 70 प्रतिशत से कम साक्षरता दर रखने वाले राज्य:
सन् 2011 में 65 से 70 प्रतिशत साक्षरता दर रखने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश (69.72%), जम्मू-कश्मीर (68.74%), आन्ध्र प्रदेश(67.70%), झारखण्ड(6763%), राजस्थान (37_06%), अरुणाचल प्रदेश (670%) तथा बिहार (6382%) सम्मिलित रहे। भारत में मिलने वाले साक्षरता के इस प्रतिबन्ध को निम्न रेखा मानचित्र की सहायता से दर्शाया गया है –
आंकिक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत के मानचित्र में साक्षरता प्रतिशत 2011 को प्रदर्शित कीजिए।
उत्तर:
भारत के मानचित्र में साक्षरता प्रतिशत (2011) निम्नानुसार है –
प्रश्न 2.
भारत में 1901 से 2011 तक की साक्षरता को रेखाचित्र द्वारा प्रदर्शित कीजिए।
उत्तर:
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 बहुचयनात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सन 2011 में निम्नलिखित में से भारत के किस राज्य में गाँवों की संख्या सर्वाधिक रही?
(अ) मध्य प्रदेश
(ब) राजस्थान
(स) उत्तर प्रदेश
(द) उड़ीसा
प्रश्न 2.
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत रहा।
(अ) 23.4
(ब) 28.3
(स) 30.2
(द) 31.23
प्रश्न 4.
सन् 2011 में निम्नलिखित में से भारत के किस राज्य में नगरों की जनसंख्या सर्वाधिक रही?
(अ) तमिलनाडु
(ब) उत्तर प्रदेश
(स) मध्य प्रदेश
(द) कर्नाटक
प्रश्न 4.
सन 2001 – 11 में निम्नलिखित में से भारत के किस राज्य में नगरीय जनसंख्या में वृद्धि का उच्चतम प्रतिशत रहा?
(अ) तमिलनाडु
(ब) मिजोरम
(स) केरल
(द) महाराष्ट्र
प्रश्न 5.
सन् 2011 में निम्नलिखित केन्द्र शासित प्रदेशों में से किस एक में उच्चतम लिंगानुपात रहा?
(अ) पाण्डिचेरी
(ब) लक्षद्वीप
(स) दादरा-नगर हवेली
(द) दमन-दीव
प्रश्न 6.
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में बाल आयु वर्ग की जनसंख्या का प्रतिशत रहा –
(अ) 25.6
(ब) 28.6
(स) 29.5
(द) 32.2
प्रश्न 7.
भारत में सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में 15 – 59 आयु वर्ग की जनसंख्या का प्रतिशत रहा –
(अ) 58.1
(ब) 62.5
(स) 63.8
(द) 65.2
प्रश्न 8.
सन् 2011 में बाल आयु वर्ग की सर्वाधिक जनसंख्या निम्नलिखित में से किस राज्य में रही?
(अ) उत्तर प्रदेश
(ब) महाराष्ट्र
(स) बिहार
(द) राजस्थान
प्रश्न 9.
मुण्डा तथा कोल जनजातियों को सम्बन्ध निम्नलिखित में से किस प्रजातीय समूह से है?
(अ) प्रोटो-ऑस्ट्रेलॉइड
(ब) नीग्रीटो
(स) नार्डिक
(द) मंगोलाइड
उत्तरमाला:
1. (स), 2. (द), 3. (अ), 4. (ब), 5. (अ), 6. (स), 7. (ब), 8. (अ), 9. (अ).
सुमेलन सम्बन्धी प्रश्न
निम्न में स्तम्भ अ को स्तम्भ ब से सुमेलित कीजिए –
(क)
स्तम्भ (अ) (जनजाति) |
स्तम्भ (ब) (प्रजाति) |
(i) बाडगिश | (अ) प्रोटो-आस्ट्रेलायड |
(ii) कोल | (ब) मंगोलायड |
(iii) गद्दी | (स) नार्डिक |
(iv) डिनारिक | (द) नीग्रीटो |
उत्तर:
(i) (द) (ii) (अ) (iii) (ब) (iv) (स)
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 अतिलघूत्तरात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
सन 2011 में गाँवों की संख्या की दृष्टि से भारत के अग्रणी राज्यों के नाम बताइए।
उत्तर:
सन् 2011 में गाँवों की संख्या की दृष्टि से अग्रणी भारत के राज्यों में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, बिहार तथा राजस्थान राज्य शामिल हैं।
प्रश्न 2. भारत में नगरों की दृष्टि से अग्रणी राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
भारत में नगरों की दृष्टि से तमिलनाडु (721), उत्तर प्रदेश (648), मध्यप्रदेश (364), महाराष्ट्र (256), कर्नाटक (220), गुजरात (195) तथा राजस्थान (185) अग्रणी राज्य हैं।
प्रश्न 3.
भारत के किन राज्यों में अधिक नगरीय जनसंख्या प्रतिशत देखने को मिलता है?
उत्तर:
भारत में तमिलनाडु (48.45%), केरल ( 47.72%), महाराष्ट्र (45.23%), गुजरात (42.58%), कर्नाटक (38.57%) तथा पंजाब (37.49%) नामक राज्यों में उच्च नगरीय जनसंख्या प्रतिशत देखने को मिलता है।
प्रश्न 4.
भारत में नगरीय जनसंख्या वृद्धि हेतु उत्तरादायी कारण कौन से है?
उत्तर:
भारत में नगरीय जनसंख्या वृद्धि हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का अभाव, नगरों में गांवों की अपेक्षा अधिक सुविधा मिलना, नगरीय, आकर्षण, शिक्षा का प्रसार, औद्योगिकीकरण, परिवहन व संचार साधनों का विकास, कृषि को अलाभकारी होना व लघु तथा कुटीर उद्योगों की समाप्ति प्रमुख कारण है।
प्रश्न 5.
भारत में बढ़ते नगरीकरण से किन सुविधाओं पर विपरीत प्रभाव पड़ा है?
उत्तर:
भारत के बढ़ते नगरीकरण से नगरीय पर्यावरण, लिंगानुपात तथा नगरीय सामुदायिक सुविधाओं पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
प्रश्न 6.
भारत एवं विश्व का औसतन लिंगानुपात कितना है?
उत्तर:
भारत का औसत लिंगानुपात 940 जबकि विश्व का औसत लिंगानुपात 948 है।
प्रश्न 7.
भारत में घटते लिंगानुपात के लिए उत्तरदायी प्रमुख कारकों को बताइए।
उत्तर:
भारत में घटते लिंगानुपात के लिए उत्तरदायी कारकों में लड़कों के जन्म को प्राथमिकता देना, बाल विवाह, समाज में महिलाओं का निम्न स्तर तथा सामाजिक कार्यों में पुरुषों का प्रभुत्व सर्वप्रमुख है।
प्रश्न 8.
राष्ट्रीय औसत से अधिक लिंगानुपात वाले राज्य कौन-कौन से है?
उत्तर:
राष्ट्रीय औसत से अधिक लिंगानुपात वाले राज्यों में केरल (1084), तमिलनाडु (995), आन्ध्र प्रदेश (992), छत्तीसगढ़ (991), मणिपुर (987), मेघालय (986), उड़ीसा (978), हिमाचल प्रदेश (974), कर्नाटक (968), त्रिपुरा (961) और केन्द्रशासित प्रदेशों में पाण्डिचेरी (1035) व लक्षद्वोप (946) प्रमुख हैं।
प्रश्न 9.
राष्ट्रीय औसत से कम लिंगानुपात वाले राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के नाम लिखिए।
उत्तर:
राष्ट्रीय औसत से कम लिंगानुपात वाले राज्यों में हरियाणा (877), बिहार (916), जम्मू-कश्मीर (883), सिक्किम (889), पंजाब (893), उत्तर प्रदेश (908), गुजरात (918), राजस्थान (926), अरुणाचल प्रदेश (920), नागालैण्ड (931), मध्यप्रदेश (930), महाराष्ट्र 6925) आदि प्रमुख राज्य हैं। जबकि केन्द्रशासित प्रदेशों में दमन एवं द्वीप (618) दादरा नगर हवेली (775), चंडीगढ़ (818) आदि प्रमुख हैं।
प्रश्न 10.
2001 – 2011 के दशक में किन राज्यों व केन्द्र शासित प्रदेशों में लिंगानुपात घटा है?
उत्तर:
2001 – 2011 के दशक के दौरान बिहार, जम्मू-कश्मीर, गुजरात, नामक राज्यों व दमन और द्वीव, दादरा नगर हवेली तथा लक्षद्वीप नामक केन्द्रशासित प्रदेशों में लिंगानुपात घटा है।
प्रश्न 11.
संरचना से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
विभिन्न आय वर्गों में व्यक्तियों की जनसंख्या का मिलने वाला अनुपात आयु संरचना कहलाता है।
प्रश्न 12.
आयु वर्ग की दृष्टि से जनसंख्या को किन-किन भागों में बाँटा गया है?
उत्तर:
आयु वर्ग की दृष्टि से जनसंख्या को तीन भागों किशोर (15 वर्ष से कम आयु), प्रौढ़ (15 – 55 वर्ष की आयु) व वृद्ध (60 वर्ष से अधिक) जनसंख्या में बाँटा गया है।
प्रश्न 13.
भारत जनांकिकीय संक्रमण की कौन-सी अवस्था में है?
उत्तर:
भारत जनांकिकीय संक्रमण की तीसरी अवस्था में है।
प्रश्न 14.
भारत के आयु पिरामिड का आकार किसका द्योतक है?
उत्तर:
भारत का आयु पिरामिड चौड़े आधार व नुकीले शिखर वाला है जो जनसंख्या की गतिशीलता का द्योतक है।
प्रश्न 15.
भारत की आयु संरचना से क्या बोध होता।
उत्तर:
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में बाल आयु वर्ग तथा वृद्ध आयु वर्ग का प्रतिशत क्रमशः 29.5 तथा 8.0 रहा जबकि युवा आयु वर्ग का प्रतिशत 62.5 था जो उच्च निर्भरता अनुपात का द्योतक है साथ ही क्षेत्र में कार्यशील जनसंख्या की अधिकता का बोध होता है।
प्रश्न 16.
कुल जनसंख्या में बाल जनसंख्या के प्रतिशत की दृष्टि से अग्रणी राज्य कौन से हैं?
उत्तर:
कुल जनसंख्या में बाल जनसंख्या के प्रतिशत की दृष्टि से मेघालय (18.75%), बिहार (17.90%), जम्मू-कश्मीर: (16.01%), झारखण्ड (15.89%), राजस्थान (15.31%), मिजोरम (15.17%) व उत्तर प्रदेश | (14.90%) अग्रणी राज्य है।
प्रश्न 17.
सन 2011 में न्यूनतम बाल आयु वर्ग का प्रतिशत रखने वाले तीन राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
1. तमिलनाडु (9.56%)
2. गोवा (9.57%)
3. केरल (9.95%)।
प्रश्न 18.
आयु संरचना का क्या महत्व है?
उत्तर:
आयु संरचना से किसी देश या प्रदेश की आश्रित जनसंख्या, श्रम शक्ति तथा रोजगार की स्थिति का पता चलता है।
प्रश्न 19.
साक्षरता से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:
भारत में 7 वर्ष से अधिक उम्र वाली कुछ जनसंख्या में से ऐसी जनसंख्या जो पढ़ व लिख सकती है तथा जिसमें समझ के साथ अंकगणितीय गणना करने की योग्यता होती है ऐसी जनसंख्या का प्रतिशत साक्षरता कहलाता है।
प्रश्न 20.
भारतीय संविधान में कितनी भाषाएँ अधिसूचित हैं?
उत्तर:
भारतीय संविधान में 22 भाषाएँ अधिसूचित हैं।
प्रश्न 21.
भारतीय जनगणना 1961 के अनुसार भारत में कितनी भाषाएँ व बोलियाँ हैं?
उत्तर:
भारतीय जनगणना 1961 के अनुसार भारत में 1018 भाषाएँ वे बोलियाँ हैं।
प्रश्न 22.
साक्षरता को प्रभावित करने वाले कारक कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
साक्षरता को प्रभावित करने वाले कारकों में अर्थव्यवस्था के प्रसार, नगरीकरण के स्तर, जीवन स्तर, जातीय संरचना, समजा में स्त्रियों की स्थिति, मूल्य प्रणाली, शैक्षणिक सुविधाओं की उपलब्धता, यातायात व संचार के साधनों का विकास, तकनीकी स्तर व सार्वजनिक नीति शामिल की जाती है।
प्रश्न 23.
सन 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में कितने प्रतिशत व्यक्तियों की मातृभाषा हिन्दी है?
उत्तर:
40.22 प्रतिशत व्यक्तियों की मातृभाषा हिन्दी है।
प्रश्न 24.
भारत विश्व के किन धर्मों की जन्मस्थली है?
उत्तर:
भारत विश्व के चार धर्मो-हिन्दू, बौद्ध, जैन तथा सिक्ख धर्म की जन्मस्थली है।
प्रश्न 25.
भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद भारत में हिन्दू-मुस्लिम जनसंख्या का कितना अनुपात था?
उत्तर:
भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद भारत की कुल जनसंख्या में हिन्दू जनसंख्या का प्रतिशत 84.1 तथा मुस्लिम जनसंख्या का प्रतिशत 9.8 था।
प्रश्न 26.
भारत के किस राज्य में सर्वाधिक मुस्लिम जनसंख्या मिलती हैं?
उत्तर:
उत्तर प्रदेश में।
प्रश्न 27.
भारतीय भाषाओं को उनकी बोली व उत्पत्ति के आधार पर कितने समूहों में बाँटा गया है?
उत्तर:
भारतीय भाषाओं को उनकी बोली व उत्पत्ति के आधार पर चार समूहों इण्डो यूरोपियन, द्राविडियन, साइनो-तिब्बत वे आस्ट्रो एशियाटिक में।
प्रश्न 28.
भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में (असम को छोड़कर) कौन सी प्रजाति प्रमुख रूप से निवासित है?
उत्तर:
मंगोलाइड
प्रश्न 29.
भारत में कौन-कौन से प्रजातीय समूह मिलते हैं?
उत्तर:
भारत में नीग्रीटो, प्रोटो-आस्ट्रेलाइट, मंगोलाइड, भूमध्य सागरीय नार्डिक व चौड़े सिर वाली पश्चिमी प्रजातियाँ मिलती हैं।
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 लघूत्तरात्मक प्रश्न (SA-I)
प्रश्न 1.
भारत में गाँवों की संख्या तथा ग्रामीण जनसंख्या के संकेन्द्रण की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्यों को संक्षेप में बताइए।
उत्तर:
- गाँवों की संख्या की दृष्टि से अग्रणी राज्य:
सन् 2011 में देश में कुल गाँवों की संख्या 6,40,867 थी। भारत में गाँवों की संख्या की दृष्टि से निम्नलिखित राज्य अग्रणी हैं-उत्तर प्रदेश (1,06,704), मध्य प्रदेश (54,903), हीसा (51,313), बिहार (44,874), राजस्थान (44,672), महाराष्ट्र (43,663), पश्चिम बंगाल (40,203)। - राज्य की कुल जनसंख्या में ग्रामीण जनसंख्या का सर्वाधिक प्रतिशत रखने वाले राज्यों में:
हिमाचल प्रदेश (89.96), बिहार (88.70), असम (85.92), उड़ीसा (83.32), मेघालय (79.92), उत्तर प्रदेश (77.72), अरुणाचल प्रदेश (77.33) आदि राज्य शामिल हैं।
प्रश्न 2.
भारत में नगरीय जनसंख्या की दशकीय वृद्धि की विवेचना आरेख की सहायता से कीजिए।
उत्तर:
सन् 1911 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत केवल 10 था जो सन् 1921 में 11.2 व ।। सन् 1931 में बढ़कर 12.0 प्रतिशत, सन् 1941 में 13.8 प्रतिशत, सन् 1951 में बढ़कर 17.3 प्रतिशत, सन् 1961 में 18 प्रतिशत, सन् 1971 में बढ़कर 19.9 प्रतिशत, सन् 1981 में 23.4 प्रतिशत, सन् 1991 में बढ़कर 25.7 प्रतिशत, 2001 में 27.8 प्रतिशत तथा सन् 2011 में बढ़कर 31.2 प्रतिशत हो गई। इस वृद्धि को निम्न आरेख से भली भाँति प्रदर्शित किया जा सकता है –
प्रश्न 3.
भारत में लिंगानुपात के बदलते स्वरूप का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर:
भारत में सन् 1901 में प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या 972 थी जो 1911 में 964, 1921 में 955, 113:31 में 950 वे सन् 1941 में घटकर 945 रह गई। सन् 1951 में भारत में लिंगानुपात एक अंक बढ़कर 946 हो गया जिसके बाद 1961 में 941, 1971 में 930, 1981 में 934 व सन् 1991 तक लिंगानुपात में सतत् रूप से कमी आती गई तथा सन् 1991 में लिंगानुपात 927 रहे गया। इसके बाद सन् 2001 में भारत का लिंगानुपात बढ़कर 933 तथा सन् 2011 में बढ़कर 940 हो गया। भारतीय लिंगानुपात के इस परिवर्तित स्वरूप के लिए अनेक कारण उत्तरदायी रहे हैं।
प्रश्न 4.
आयु संरचना से क्या आशय है? आयु वर्ग की दृष्टि से भारत की जनसंख्या को विभक्त कीजिए।
उत्तर:
किसी दी गई जनसंख्या में विभिन्न आयु वर्ग की जनसंख्या के मिलने वाले अनुपात को आयु सरचना कहा जाता है।
आयु वर्ग की दृष्टि से भारत की जनगणना में निम्नलिखित 3 आयु वर्ग हैं –
1. बाल आयु वर्ग (0-14 वर्ष आयु समूह):
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में बाल आयु वर्ग का प्रतिशत 29.5 रहा। यह आयु वर्ग आश्रित आयु वर्ग होता है।
2. युवा आयु वर्ग (15-59 वर्ग आयु समूह):
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में युवा आयु वर्ग का प्रतिशत 62.5 रहा। यह आयु वर्ग कार्यशील आयु वर्ग होता है। इस आयु वर्ग में जितनी अधिक जनसंख्या होगी, राष्ट्र उतना ही अधिक विकास की ओर उन्मुख होगा।
3. वृद्ध आयु वर्ग (60 वर्ष से अधिक आयु समूह):
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में वृद्ध आयु वर्ग का प्रतिशत 8.0 रहा। इस आयु वर्ग में भी आश्रित जनसंख्या मिलती है। इस प्रकार की जनसंख्या का अधिक मिलना राष्ट्र विकास में बाधक है।
प्रश्न 5.
भारत में सन् 1961 के बाद हुई साक्षरता की वृद्धि की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
सन् 1961 के बाद से भारत की साक्षरता दर में तीव्र वृद्धि अनुभव की गई है। सन् 1961 में भारत में साक्षरता देर 28.3 प्रतिशत थी जो सन् 1971 में बढ़कर 34.45 प्रतिशत, सन् 1981 में बढ़कर 43.57 प्रतिशत, सन् 1991 में बढ़कर 52.21 प्रतिशत, सन् 2001 में बढ़कर 64.83 प्रतिशत तथा सन् 2011 में बढ़कर 74.04 प्रतिशत हो गई। इस प्रकार स्पष्ट है। कि पिछले 50 वर्षों में भारत की साक्षरता दरों में लगभग तीन गुनी वृद्धि हुई है। साक्षरता की इस वृद्धि के लिए उत्तरदायी कारकों में विभिन्न क्षेत्रों में विद्यालयों का विकास, साक्षरता सम्बन्धी सरकारी नीतियाँ तथा शिक्षा के प्रति सामान्य जनसंख्या में आने वाली जागरूकता प्रमुख रूप से उत्तरदायी है।
प्रश्न 6.
नीग्रीटो प्रजाति के लक्षणों को भारत के संदर्भ में स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
नीग्रीटो प्रजाति के लक्षण निम्नानुसार हैं –
- यह भारत के प्रथम मूल आदिवासी के रूप में जाने जाते हैं।
- इस प्रजाति के लोगों का कद बहुत छोटा होता है।
- इस प्रजाति के लोगों का सिर छोटा किन्तु ललाट उभरा होता है।
- इनका रंग काला होता है।
- इनके बाल सुन्दर व ऊन जैसे होते हैं।
- इनके सिर की बनावट गोल व मध्यम होती है।
- इनका चेहरा छोटा, नाक चपटी व चौड़ी होती है।
- इस प्रजाति के रूप में भारत में अंगामी नागा व बाडगिश जनजातियाँ मिलती हैं।
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 लघूत्तरात्मक प्रश्न (SA-II)
प्रश्न 1.
साक्षरता की दृष्टि से भारतीय राज्यों को किन भागों में वर्गीकृत किया गया है?
उत्तर:
भारत में औसत साक्षरता (74.04 प्रतिशत) के आधार पर राज्यों को दो वर्गों में विभक्त किया जा सकता है –
1. राष्ट्रीय औसत से अधिक साक्षरता वाले राज्य:
इनमें केरल सर्वोच्च साक्षरता 93.91 प्रतिशत के साथ प्रथम, लक्षद्वीप (92.2 प्रतिशत) तथा मिजोरम (91.58 प्रतिशत) क्रमशः द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर हैं। पुरुष साक्षरता दर में लक्षद्वीप (96.11 प्रतिशत प्रथम स्थान पर तथा केरल (96.10 प्रतिशत) द्वितीय स्थान पर रहे। महिला साक्षरता की सर्वोच्च दर केरल में (92.00 प्रतिशत) में दर्ज हुई है।
2. राष्ट्रीय औसत से कम साक्षरता वाले राज्य:
बिहार राज्य में साक्षरता 63.82 प्रतिशत है, जो सभी राज्यों से न्यूनतम है। राष्ट्रीय औसत से कम साक्षरता वाले राज्य जम्मू-कश्मीर (68.74 प्रतिशत), राजस्थान (67.06), मध्यप्रदेश (70.63), उत्तर प्रदेश (69.72), झारखण्ड (67.63), उड़ीसा (73.45), अरुणाचल (67.00) तथा असम (73.18) आदि मुख्य हैं। राष्ट्रीय औसत से कम पुरुष साक्षरता दर भी न्यूनतम बिहार (73.5%) तथा अरुणाचल प्रदेश (73.69%) जबकि महिला साक्षरता दर का न्यूनतम प्रतिशत राजस्थान (52.70%) तथा बिहार (53.30%) में दर्ज हुआ है।
प्रश्न 2.
प्रोटो-आस्ट्रेलायड प्रजाति के लक्षणों को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
प्रोटो-आस्ट्रेलायड प्रजाति के निम्न लक्षण हैं –
- यह प्रजाति भारत में भूमध्य सागरीय प्रदेशों से आकर बसी मानी जाती है।
- इस प्रजाति की भारत में मौजूदगी मध्य व दक्षिणी भारत के पहाड़ी वनों में मिलती है।
- इनके बाल धुंघराले होते हैं तथा होंठ मुड़े होते हैं।
- इन लोगों का कद नाटा तथा शरीर का रंग गहरा भूरा होता है।
- इस प्रजाति ने भारतीय संस्कृति को विकसित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- भारत में मलयालम, मुण्डा, संथाले व कोल इसी प्रजाति के वंशज हैं।
RBSE Class 12 Geography Chapter 14 निबंधात्मक प्रश्न
प्रश्न 1.
भारत में नगरीकरण के क्षेत्रीय प्रतिरूपों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
सन् 2011 में भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या का प्रतिशत 31.2 रहा। राज्य तथा केन्द्रशासित प्रदेशों में नगरीय जनसंख्या के इस प्रतिशत में पर्याप्त भिन्नताएँ मिलती हैं जिसके आधार पर भारत को निम्नलिखित 5 वर्गों में विभक्त किया जा सकता है –
1. 50 प्रतिशत से अधिक नगरीय जनसंख्या वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
सन् 2011 में इस वर्ग में गोवा (62.2%) तथा मिजोरम (52.1%) राज्य तथा दिल्ली (97.5%), चण्डीगढ़ (97.3%), लक्षद्वीप (78.1%), दमन व दीव (75.2%) तथा पांडिचेरी (68.3%) नामक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे।
2. 40 से 50 प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
सन् 2011 में इस वर्ग में तमिलनाडु (48.4%), केरल (47.7%), महाराष्ट्र (45.2%), गुजरात (426%) नामक राज्य तथा दादरा-नगर हवेली (46.7) नामक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे।
3. 30 से 40 प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
सन् 2011 में इस वर्ग में कर्नाटक (38.7%), पंजाब (37.5%), हरियाणा (34.9%), आन्ध्र प्रदेश (33.4%), मणिपुर (32.5%), प. बंगाल (31.9%) तथा उत्तराखण्ड (30.2%) राज्यों के अलावा अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह नामक केन्द्र शासित प्रदेश सम्मिलित रहे।
4. 20 से 30 प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य:
सन् 2011 में इस वर्ग में नागालैण्ड (28.9%), मध्य प्रदेश | (27.6%), जम्मू-कश्मीर (27.4%), त्रिपुरा (26.2%), सिक्किम (25.2%), राजस्थान (24.9%), झारखण्ड (240%), छत्तीसगढ़ (23.2%), अरुणाचल प्रदेश (22.9%), उत्तर प्रदेश (22.3%) तथा मेघालय (20.1%) राज्य सम्मिलित रहे।
5. 20 से कम प्रतिशत नगरीय जनसंख्या रखने वाले राज्य:
सन् 2011 में इस वर्ग में उड़ीसा (16.7%), असम ।, (14.1%), बिहार (11.3%) तथा हिमाचल प्रदेश (10.0%) नामक राज्य सम्मिलित रहे।
प्रश्न 2.
भारत में लिंगानुपात के राज्य स्तरीय वितरण प्रतिरूप की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
सन् 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में राष्ट्रीय औसत लिंगानुपात 940 रहा। राज्य स्तर पर भारत में लिंगानुपात में पर्याप्त भिन्नताएँ मिलती हैं जिसके आधार पर भारत के राज्यों को निम्नलिखित 2 वर्गों में रखा जा सकता है –
1. राष्ट्रीय औसत से अधिक लिंगानुपात रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
सन् 2011 में राष्ट्रीय औसत (940) से अधिक लिंगानुपांत रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश निम्नवत् रहे –
2. राष्ट्रीय औसत से कम लिंगानुपात रखने वाले राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश:
सन् 2011 में राष्ट्रीय औसत (940) से कम लिंगानुपात रखने वाले राज्य/के.शा. प्रदेश अवरोही क्रम में निम्नवत् रहे –
3. भारत में मिलने वाले लिंगानुपात के इस स्वरूप को निम्न चित्र की सहायता से दर्शाया गया है –
प्रश्न 3.
भारत में लिंगानुपात कम होने के प्रमुख कारणों का विश्लेषण कीजिए।
उत्तर:
भारत में लिंगानुपाते विश्व के विकसित राष्ट्रों की तुलना में कम मिलता है। इसके लिए प्रमुख रूप से निम्नलिखित कारक उत्तरदायी हैं –
1. पुत्र के जन्म को प्राथमिकता प्रदान करना:
भारत में अनेक सामाजिक, आर्थिक तथा धार्मिक कारणों के प्रभावी होने के कारण पुत्री की तुलना में पुत्र के जन्म को प्राथमिकता प्रदान की जाती है। आज भी भारत में ऐसे दम्पत्तियों की कमी नहीं है जो पुत्र जन्म की इच्छा के चलते जन्म पूर्व लिंग परीक्षण कराते हैं तथा कन्या भ्रूण हत्या कराने में हिचकते नहीं हैं। जिसके कारण देश में लड़कियों की तुलना में लड़कों का जन्म अधिक होता है तथा लिंगानुपात कम रहता है।
2. बाल विवाह के कारण प्रसव काल में महिलाओं की मृत्यु:
आज भी भारत के आर्थिक रूप से पिछड़े समाजों में बाल-विवाह का प्रचलन मिलता है। बाल विवाह के कारण बहुत सी बालिकाओं को कम उम्र में मातृत्व का भार उठाना पड़ता है जिसमें प्रसव काल के दौरा. इनमें से अनेक कम उम्र की महिलाओं की असामयिक मृत्यु हो जाती है। ऐसा होने पर समाज में महिलाओं की संख्या में कमी आने के कारण लिंगानुपात में गिरावट आ जाती है।
3. महिलाओं की आर्थिक परतन्त्रता:
भारत के अधिकांश भागों में महिलाओं को आर्थिक रूप से पुरुषों पर निर्भरता देखने को मिलती है। सामान्यतया महिलाएँ गरीबी में जीवन यापन करती हैं साथ ही इन्हें पारिवारिक चिन्ताओं से ग्रस्त, अपर्याप्त स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाओं के अभाव में रहना होता है जिसके कारण कम आयु में ही मृत्यु हो जाती है। जिसके परिणामस्वरूप समाज में महिलाओं में कमी आती जाती है।
4. बालिका शिक्षा का अभाव:
भारत में बालिका शिक्षा की कमी मिलती है जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं हो पातीं। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अधिकांश बालिकाएँ (महिलाएँ) अपने साथ होने वाले मानसिक, शारीरिक व सामाजिक अन्याय व शोषण का प्रतिरोध नहीं कर पातीं।
5. बढ़ता नगरीकरण:
भारत में एक ओर नगरीय जनसंख्या में सतत् रूप से वृद्धि हो रही है तो दूसरी ओर भारत की कुल जनसंख्या में नगरीय जनसंख्या के प्रतिशत में सतत् रूप से गिरावट आती जा रही है। इस प्रवृत्ति से ग्रामीण तथा नगरीय दोनों क्षेत्रों के लिंगानुपात में कमी आती है।
प्रश्न 4.
भारत के प्रमुख भाषाई वर्गों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत एक भाषाई विविधता वाला देश है। ग्रियर्सन नामक विद्वान के अनुसार भारत में सन् 1903 से 1928 तक किए गए सर्वेक्षण के अनुसार देश में 197 भाषाएँ तथा लगभग 544 बोलियाँ बोली जाती हैं। सन् 1961 में भारत के जनगणना विभाग द्वारा देश में 1018 विभिन्न भाषाएँ एवं बोलियाँ हैं जबकि भारतीय संविधान में 22 भाषाएँ अधिसूचित हैं। भारत की भाषाओं को उनकी बोली तथा उत्पत्ति के आधार पर निम्नलिखित 4 भाषा परिवारों में विभक्त किया जा गया है –
- इण्डो-यूरोपियन
- द्रावडियन
- सोनो-तिब्बतन
- आस्ट्रो-एशियाटिक
1. इण्डो-यूरोपियन भाषा परिवार:
इस परिवार की भाषाएँ देश की लगभग 73 प्रतिशत जनसंख्या द्वारी बोली जाती हैं। इस परिवार की प्रमुख भाषा हिन्दी है जो उत्तर भारत के राज्यों में देश की लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या द्वारा प्रमुख रूप से बोली जाती है। काश्मीरी, उर्दू, सिंधी, पंजाबी, मराठी, कोंकणी, गुजराती, बंगाली, असमी, छत्तीसगढ़ी, नेपाली तथा पहाड़ी इस भाषा परिवार की अन्य भाषाएँ हैं। देश की 8.3 प्रतिशत जनसंख्या बंगाली, 7.5 प्रतिशत जनसंख्या मराठी, 5.2 प्रतिशत जनसंख्या उर्दू, 4.9 प्रतिशत जनसंख्या गुजराती, 3.3 प्रतिशत जनसंख्या उड़िया, 2.8 प्रतिशत जनसंख्या पंजाबी तथा 1.6 प्रतिशत जनसंख्या असमी भाषा बोलती है।
2. द्रावडियन भाषा परिवार:
तेलगू, तमिल, मलयालम तथा कन्नड़ इस भाषा परिवार की प्रमुख भारतीय भाषाएँ हैं जो प्रायद्वीपीय भारत में प्रमुख रूप से बोली जाती हैं। तेलगू देश की 7.9 प्रतिशत जनसंख्या द्वारा, तमिल देश की 6.3 प्रतिशत जनसंख्या, कन्नड़ देश की 3.9 प्रतिशत जनसंख्या द्वारा तथा मलयालम भाषा देश की 3.6 प्रतिशत जनसंख्या द्वारा बोली जाती हैं। इस प्रकार देश की लगभग 20 प्रतिशत जनसंख्या द्रावडियन भाषाएँ बोलती है। द्रावडिंयन भाषाएँ अलग-अलग राज्यों में अपनी प्रभावी उपस्थिति रखती हैं; जैसे-आन्ध्र प्रदेश में तेलगू, तमिलनाडु में तमिल, कर्नाटके में कन्नड़ तथा केरल में मलयालम भाषा का सर्वाधिक प्रचलन मिलता है।
3. सोनो-तिब्बतन भाषा परिवार:
भारत में यह एक छोटा भाषा परिवार है जिसमें जम्मू-कश्मीर में लद्दाखी, हिमाचल प्रदेश में किन्नोरी व लेप्या, उत्तरी-पूर्वी राज्यों में डपला, अबोर, बोडो, नागा, म्यांमारी तथा कुकिचिन भाषाएँ प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं।
4. आस्ट्रो-एशियाटिक भाषा परिवार:
यह भी देश का एक छोटा भाषा परिवार है जिसमें झारखण्ड तथा पश्चिमी सतपुड़ा प्रदेश में बोली जाने वाली सन्थाली, मेन्दारी तथा हो भाषाएँ, मेघालयं राज्य में बोली जाने वाली खासी (मान-रूमेर) भाषा तथा निकोबार द्वीप में बोली जो वाली निकोबारी भाषा सम्मिलित हैं।
प्रश्न 5.
भारत की धार्मिक संरचना के बदलते प्रतिरूपों की विवेचना कीजिए।
उत्तर:
भारत एक धार्मिक विविधता वाला देश है तथा यह विश्व के चार धर्मों-हिन्दू, बौद्ध, जैन तथा सिक्ख की जन्म स्थली है। भारत की धार्मिक संरचना का बदलता प्रतिरूप। भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद से भारत की धार्मिक संरचना में बड़े स्तर पर परिवर्तन अनुभव किए गए हैं। विभाजन से पूर्व अविभक्त भारत की कुल जनसंख्या में 66.5 प्रतिशत हिन्दू तथा 23.7 प्रतिशत मुस्लिम थे।
सन् 1947 में भारत-पाकिस्तान विभाजन के कारण बड़े पैमाने पर हिन्दू व मुस्लिम जनसंख्या का स्थानान्तरण हुआ। विभाजन के बाद भारत की जनगणना, 1951 में भारत की कुल जनसंख्या में हिन्दू जनसंख्या का प्रतिशत 84.1 तथा मुस्लिम जनसंख्या का प्रतिशत 9.8 था। इसके बाद हुई भारत की प्रत्येक जनगणना में हिन्दू जनसंख्या का प्रतिशत कम होता जा रहा है तथा मुस्लिम जनसंख्या का प्रतिशत क्रमशः बढ़ता जा रहा है जो नीचे दी गई तालिका से स्पष्ट है –
उपरोक्त तालिका से स्पष्ट है कि सन् 1961 में भारत की कुल जनसंख्या में हिन्दू जनसंख्या का प्रतिशत 83.5 था जो सन् 1981 में घटकर 82.60 प्रतिशत तथा सन् 2011 में घटकर 79.56 प्रतिशत रह गया। दूसरी ओर सन् 1961 में भारत की कुल जनसंख्या में मुस्लिम जनसंख्या का प्रतिशत 10.7 था जो 1981 में बढ़कर 11.67 तथा सन् 2011 में बढ़कर 14.31 प्रतिशत हो गया। ईसाई, सिक्ख, बौद्ध तथा जैन भारत में निवासित अन्य अल्पसंख्यक धार्मिक समुदाय हैं जिनका भारत की कुल जनसंख्या में प्रतिशत योगदान लगभग अपरिवर्तित रहा।
प्रश्न 6.
गुहा के अनुसार भारत की जनंसख्या के प्रजातीय वर्गीकरण को प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर:
सन् 1944 में भारत के पुरातात्विक सर्वेक्षण विभाग के निदेशक रहते हुए बी.एस.गुहा ने भारतीय प्रजातियों को निम्नलिखित 6 वर्गों में विभक्त किया –
1. निग्रिटो:
इस प्रजाति के लोग भारत में बिखरे हुए रूप में मिलते हैं। उत्तरी-पूर्वी भारत के अंगामी नागा तथा झारखण्ड राज्य की बागडिश जनजाति में निग्रिटो प्रजाति के शारीरिक लक्षण प्रमुख रूप से मिलते हैं। इस प्रजाति के लोग नाटे कद के होते हैं। इनका सिर छोटा लेकिन ललाट उभरा हुआ होता है। सिर की बनावट गोल, चेहरा छोटा एवं नाक चपटी व चौड़ी होती है। इनके होंठ मोटे तथा मुड़े हुए होते हैं तथा सिर के बाल ऊन जैसे होते हैं। ये लोग काले रंग के होते हैं।
2. प्रोटो-आस्ट्रेलाइड:
वर्तमान में इस प्रजाति के लोग मध्य भारत व दक्षिणी भारत के पहाड़ी वन क्षेत्रों में निवासित मिलते हैं। मलयालम, मुण्डा, संभाल, कोल तथा भील जनजाति को इसी प्रजाति का वंशज माना जाता है। गुहा का मानना है कि यह भारत की मूल प्रजाति है। इस प्रजाति के लोगों का कद नाटा, त्वचा का रंग गहरा भूरा, बाल सुंघराले तथा होंठ मुड़े होते हैं।
3. मंगोलाइड:
ऐसा माना जाता है कि यह प्रजाति चीन व मंगोलिया से आकर भारत के उत्तरी तथा उत्तरी-पूर्वी क्षेत्रों में बस गई। वर्तमान में इस प्रजाति के लोग प्रमुख रूप से लद्दाख, लाहौल-स्पीति क्षेत्रों के अलावा व सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मणिपुर तथा मिजोरम राज्यों में निवासित मिलते हैं। इस प्रजाति के लोगों का मुँह चपटा, उभरी हुई गाल की हड्डियाँ तथा बादाम के आकार की आँखें होती हैं। इस प्रजाति समूह के दो उपविभाग पूर्वी मंगोलाइड तथा तिब्बती मंगोलॉइड हैं।
4. भूमध्य सागरीय:
पश्चिमी विद्वानों का मानना है कि यह प्रजाति भारत में पूर्वी भूमध्य सागरीय क्षेत्र या दक्षिणी-पश्चिमी एशियाई क्षेत्र से आई है। भारत में यह प्रजाति वर्तमान में मलयालम, तमिल, उड़ीसा तथा छोटा नागपुर पठारी क्षेत्रों पर निवासित मिलती है। इस प्रजाति का भारतीय संस्कृति में विशेष योगदान रहा है।
5. चौड़े सिर वाली (ब्रेकीसिफेलिक) पश्चिमी प्रजाति:
भारत में इस प्रजाति के निम्नलिखित 3 समूह मिलते हैं – प्रथम समूह एल्पीनॉइड है जो वर्तमान में प्रमुख रूप से गुजरात राज्य में मिलती है। दूसरा समूह डिनारिक है जो वर्तमान में पश्चिमी बंगाल, काठियावाड़, कन्नड तथा तमिल क्षेत्रों में मिलती है। तीसरा समूह आर्मिनोइड है जो वर्तमान में महाराष्ट्र राज्य में पारसी लोगों के रूप में मिलती है।
6. नार्डिक:
यह भारत में सबसे बाद में आने वाली प्रजाति है जो ईसा की दूसरी शताब्दी में देश के उत्तरी-पश्चिमी भागों में आकर बस गई।
भारत में जनसंख्या सम्बन्धी महत्वपूर्ण आँकड़े, सन् 2011:
सारणी 1. भारत में सर्वाधिक ग्रामीण जनसंख्या वाले प्रमुख राज्य (अवरोही क्रम में) सन् 2011 –
सारणी 2. भारत में नगरीय जनसंख्या वाले प्रमुख राज्य (अवरोही क्रम में) सन् 2011 –
सारणी 3. भारत में लिंगानुपात (1901-2011) –
सारणी 4. भारत की जनसंख्या का आयु संघटन (जनसंख्या का प्रतिशत) –
सारणी 5. भारत में साक्षरता (प्रतिशत में) –
सारणी 6. भारत में राज्य/के.शा. प्रदेश स्तर पर महिला साक्षरता (प्रतिशत में) अवरोही क्रम में, सन् 2011 –