सर्वनाम 8

सर्वनाम सर्वनाम शब्द दो शब्दों के मेल से बना है- सर्व + नाम। सर्व का अर्थ है- सबका। ‘सर्वनाम का अर्थ है- ‘सबका नाम’। व्याकरण में सर्वनाम ऐसे शब्दों को कहते हैं, जिसका प्रयोग सब प्रकार के नामों के लिए या उनके स्थान पर होता है। सर्वनामों का अधिक प्रयोग वाक्यों में एक ही संज्ञा […]

समास 8

समास दो या दो से अधिक शब्दों को संक्षिप्त करके नया शब्द बनाने की प्रक्रिया देने की विधि समास कहलाती है। यानी समास शब्द का अर्थ है- संक्षेप अर्थात छोटा करना; जैसे-रसोई के लिए घर के स्थान पर रसोईघर’ कहना। कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक अर्थ प्रकट करना ‘समास’  को मुख्य उद्देश्य है। […]

संधि 8

संधि ‘संधि’ संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ है- मेल । जब दो अक्षर (वर्ण) मिलकर एक नया अक्षर बनाते हैं, वो उस विकार (रूप परिवर्तन) को संधि कहते हैं। संधि तीन प्रकार की होती है स्वर संधि व्यंजन संधि विसर्ग संधि स्वर संधि स्वर संधि में दो स्वरों का मेल होता है; जैसे- […]

संज्ञा 8

संज्ञा किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान अथवा भाव का बोध कराने वाले शब्दों को संज्ञा कहते हैं; जैसे प्राणियों के नाम – नेहा, आयुष, ओजस्व, अंशु, गाय, भैंस, कुत्ता, शेर आदि। स्थानों के नाम – दिल्ली, बनारस, इलाहाबाद, पटना, अमेरिका, चीन, जापान, जयपुर, मथुरा आदि। वस्तुओं के नाम – टीवी, कुरसी, पुस्तक, मोबाइल, फ्रीज़ आदि। भावों के नाम – सुंदरता, […]

शब्द-भंडार 8

शब्द-भंडार वर्गों के सार्थक समूह को शब्द कहते हैं। शब्द और अर्थ का अत्यंत घनिष्ठ संबंध है। एक तरह से शब्द का बोध उसके अर्थ से है। अर्थ भी एक तरह का शब्द ही है। अर्थ के आधार पर शब्दों को निम्नलिखित वर्गों में बाँटा जाता है पर्यायवाची या समानार्थी शब्द विलोम शब्द अनेकार्थी शब्द […]

शब्द विचार 8

शब्द विचार निश्चित अर्थ को प्रकट करने वाले समूह को शब्द कहते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि शब्द ध्वनियों (वर्षों से) बनते हैं। प्रत्येक शब्द का कुछ न कुछ अर्थ अवश्य होता है। शब्दों का वर्गीकरण पाँच आधारों पर किया जाता है। 1. स्रोत या उत्पत्ति के आधार पर 2. रचना के आधार पर […]

विशेषण 8

विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्दों को विशेषण कहते हैं। विशेषण शब्द की विशेषता बतलाता है, उसे विशेष्य कहते हैं। विशेषण (विशेषता)  विशेष्य (संज्ञा) लाल दो मोटा नीला गुलाब बच्चे आदमी आसमान प्रविशेषण – विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं। कुछ शब्द विशेषणों की भी विशेषता बताते हैं, उन्हें प्रविशेषण कहते […]

वाक्य 8

वाक्य शब्दों के सार्थक समूह को ‘वाक्य’ कहते हैं। वाक्य के दो अंग होते हैं- उद्देश्य विधेय 1. उद्देश्य – वाक्य में जिसके विषय में कुछ कहा जाए, उसे उद्देश्य कहते हैं; जैसे नेहा खाना खाती है। सर चंद्रशेखर वेंकटरमन को नोबेल पुरस्कार मिला 2. विधेय – वाक्य में उद्देश्य के विषय में जो कुछ कहा जाए […]

वाक्य संबंधी अशुधियाँ 8

वाक्य संबंधी अशुधियाँ वाक्यों में अशुद्धियों का प्रमुख कारण है- व्याकरण के नियमों की सही जानकारी का अभाव। व्याकरणगत अशुधियों से बचने के लिए नीचे दिए नियमों पर ध्यान दीजिए वचन और लिंग संबंधी अशुधियाँ अशुद्ध शुद्ध (i) शिवा जी बहुत वीर था। (i) हवा बहुत ठंडा है। (ii) शिवा जी बहुत वीर थे। (ii) […]

वर्ण विचार 8

वर्ण विचार भाषा की सबसे छोटी इकाई वर्ण है। इसके और टुकड़े नहीं हो सकते। बोलने-सुनने में जो ध्वनि है, लिखने-पढ़ने में वह वर्ण है। वर्ण शब्द का प्रयोग ध्वनि और ध्वनि-चिह्न दोनों के लिए होता है। इस तरह वर्ण भाषा के मौखिक और लिखित दोनो रूपों के प्रतीक हैं। अतः हम वर्ण की परिभाषा […]

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