Chapter 2 What is Democracy? Why Democracy?
प्रश्न अभ्यास
पाठ्यपुस्तक से
प्रश्न 1. यहाँ चार देशों के बारे में कुछ सूचनाएँ हैं। इन सूचनाओं के आधार पर आप इन देशों का वर्गीकरण किस तरह करेंगे? इनके सामने ‘लोकतांत्रिक’, ‘अलोकतांत्रिक’ और ‘पक्का नहीं लिखे।
(क) देश क : जो लोग देश के अधिकारिक धर्म को नहीं मानते उन्हें वोट डालने का अधिकार नहीं हैं।
(ख) देश ख : एक ही पार्टी बीते वर्षों से चुनाव जीतती आ रही है।
(ग) देश ग : पिछले तीन चुनावों में शासक दल के पराजय का मुँह देखना पड़ा।
(घ) देश घ : यहाँ स्वतंत्र चुनाव आयोग नहीं है।
उत्तर :
(क) अलोकतांत्रिक
(ख) पक्का नहीं।
(ग) लोकतांत्रिक
(घ) अलोकतांत्रिक
2.यहाँ चार अन्य देशों के बारे में कुछ सूचनाएँ दी गई हैं। इन सूचनाओं के आधार पर आप इन देशों का वर्गीकरण किस तरह करेंगे? इनके आगे ‘लोकतांत्रिक’, ‘अलोकतांत्रिक’ और ‘पक्का नहीं लिखे।
(क) देश च : संसद सेना प्रमुख की मंजूरी के बिना सेना के बारे में कोई कानून नहीं बना सकती।
(ख) देश छ : संसद न्यायपालिका के अधिकारों में कटौती का कानून नहीं बना सकती।
(ग) देश ज : देश के नेता बिना पड़ोसी देश की अनुमति के किसी और देश से संधि नहीं कर सकते।
(घ) देश झ : देश के अधिक फैसले केन्द्रीय बैंक के अधिकारी करते हैं जिसे मंत्री भी नहीं बदल सकते।
उत्तर :
(क) अलोकतांत्रिक
(ख) लोकतांत्रिक
(ग) अलोकतांत्रिक
(घ) अलोकतांत्रिक
प्रश्न 3. इनमें से कौन-सा तर्क लोकतंत्र के पक्ष में अच्छा नहीं है और क्यों?
(क) लोकतंत्र में लोग खुद को स्वतंत्र और समान मानते हैं।
(ख) लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ दूसरों की तुलना में टकरावों को ज्यादा अच्छी तरह सुलझाती हैं।
(ग) लोकतांत्रिक सरकारें लोगों के प्रति ज़्यादा उत्तरदायी होती है।
(घ) लोकतांत्रिक देश दूसरों की तुलना में ज़्यादा समृद्ध होते है।
उत्तर : (क) ‘लोकतांत्रिक देश दूसरों की तुलना में ज्यादा समृद्ध होते हैं। लोकतंत्र के पक्ष में अच्छा तर्क नहीं है क्योंकि भारत जैसे कुछ लोकतांत्रिक देश अब भी आर्थिक रूप से विकसित हो रहे हैं। जबकि संयुक्त अरब अमीरात जैसे राजतंत्र वाले देश आर्थिक रूप से समृद्ध हैं।
प्रश्न 4. इन सभी कथनों में कुछ चीजें लोकतांत्रिक हैं तो कुछ अलोकतांत्रिक। हर कथन में इन चीजों को अलग-अलग करके लिखें।
(क) एक मंत्री ने कहा कि संसद को कुछ कानून पास करने होंगे। जिससे विश्व व्यापार संगठनों द्वारा तय नियमों की पुष्टि हो सके।
(ख) चुनाव आयोग ने एक चुनाव क्षेत्र के सभी मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान का आदेश दिया जहाँ बड़े पैमाने पर मतदान में गड़बड़ की गई थी।
(ग) संसद में औरतों को प्रतिनिध्त्व कभी भी 1 प्रतिशत तक नहीं पहुँचा है। इसी कारण महिला संगठनों ने संसद में एक-तिहाई आरक्षण की माँग की है।
उत्तर :
(क) लोकतांत्रिक चीज : “संसद को कुछ कानून पास करने होंगे।” अलोकतांत्रिक चीज : “विश्व व्यापार संगठन द्वारा तय नियमों की पुष्टि हो सके।
(ख) लोकतांत्रिक चीज : ” चुनाव आयोग ने किसी चुनाव क्षेत्र में दोबारा मतदान का आदेश दिया।” अलोकतांत्रिक चीज : “बड़े पैमाने पर मतदान में गड़बड़ हुई थी।”
(ग) लोकतांत्रिक चीज : ” इसी के कारण महिला संगठनों ने एक तिहाई आरक्षण की मांग की है।” अलोकतांत्रिक चीज : “संसद में औरतों का प्रतिनिधित्व कभी भी 10 प्रतिशत तक नहीं पहुँचा है।”
प्रश्न 5. लोकतंत्र में अकाल और भुखमरी की संभावना कम होती है। यह तर्क देने का इनमें से कौन-सा कारण सही नहीं है ?
(क) विपक्षी दल भूख और भुखमरी की ओर सरकार का ध्यान दिला सकते हैं।
(ख) स्वतंत्र अखबार देश के विभिन्न हिस्सों में अकाल की स्थिति के बारे में खबरें दे सकती हैं।
(ग) सरकार को अगले चुनाव में अपनी परजय का डर होता है।
(घ) लोगों को कोई भी तर्क मानने और उस पर आचरण करने की स्वतंत्रता है।
उत्तर : कारण (घ) यह कहने के लिए तर्कसंगत नहीं है कि लोकतंत्र में अकाल और भुखमरी की संभावना कम होती है। यह इसलिए है कि किसी तर्क को मानने और उस पर आचरण करने व अकाल को दूर करने में परस्पर कोई संबंध नहीं है। प्रश्न
6. किसी जिले में 40 ऐसे गाँव हैं जहाँ सरकार ने पेयजल उपलब्ध कराने का कोई इंतजाम नहीं किया है। इन गाँवों के लोगों ने एक बैठक की और अपनी जरुरतों की ओर सरकार का ध्यान दिलाने के लिए कई तरीकों पर विचार किया। इनमें से कौन-सा तरीका लोकतांत्रिक नहीं है ?
(क) अदालत में पानी को अपने जीवन के अधिकार का हिस्सा बताते हुए मुकदमा दायर करना।
(ख) अगले चुनाव का बहिष्कार करके सभी पाटियों को संदेश देना।
(ग) सरकारी नीतियों के खिलाफ जन सभाएँ करना।
(घ) सरकारी अधिकारियों को पानी के लिए रिश्वत देना।
उत्तर : (घ) यह एक अलोकतांत्रिक तरीका है
प्रश्न 7. लोकतंत्र के खिलाफ दिए जाने वाले इन तक का जबाव दीजिए :
(क) सेना देश का सबसे अनुशासित और भ्रष्टाचार मुक्त संगठन है। इसलिए सेना को देश का शासन करना चाहिए।
(ख) बहुमत के शासन का मतलब है मूख और अशिक्षितों का राज हमें तो होशियारों की जरूरत है, भले ही उनकी संख्या कम क्यों न हो।
(ग) अगर आध्यात्मिक मामलों में मार्गदर्शन के लिए हमें धर्म-गुरुओं की जरूरत होती है तो उन्ही को राजनैतिक मामलों में मार्गदर्शन का काम क्यों नहीं सौपा जाए। देश पर धर्म गुरुओं का शासन होना चाहिए।
उत्तर :
(क) सेना देश की रक्षा के लिए महत्त्वपूर्ण है किंतु यह लोगों द्वारा निर्वाचित नहीं है। इसलिए यह एक लोकतांत्रिक सरकार का गठन नहीं कर सकती। बेशक सेना सबसे अधिक अनुशासित एवं भ्रष्टाचार मुक्त संगठन है, तथापि कोई भी यह गारंटी नहीं दे सकता कि सेना तानाशाह नहीं बनेगी। ऐसे शासन के अधीन नागरिकों के सभी मौलिक अधिकार छीन लिए जाएंगे। उदाहरण के लिए, जनरल ऑगस्तो पिनोशे के शासन के अधीन चिले की जनता को कष्ट भोगने पड़े।
(ख) सभी लोग कुछ सीमा तक समझदार हैं। सार्वभौम वयस्क मताधिकार सिद्धांत के अनुसार हमारे देश में 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को मतदान का अधिकार है। समाज के कुछ वर्गों की अनदेखी करना अनुचित होगा।
(ग) तीसरा कथन खतरनाक है। राजनीति में धर्म को शामिल करने से गंभीर विवाद पैदा हो सकते
हैं क्योंकि भारत जैसे कई धर्मों के देश में अपनी विचारधाराओं में पारस्परिक मतभेदों के कारण धर्म-गुरु विनाश का कारण बन सकते हैं। विश्व इतिहास में अभी तक किसी भी धार्मिक राजनेता द्वारा चलाई जा रही सरकार सफल सिद्ध नहीं हुई है। धर्म को किसी भी देश के राजनैतिक मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।
प्रश्न 8. इनमें से किन कथनों को आप लोकतात्रिक समझते हैं? क्यों?
(क) बेटी से बाप : मैं शादी के बारे में तुम्हारी राय सुनना नहीं चाहता। हमारे परिवार में बच्चे वहीं शादी करते हैं जहाँ माँ-बाप तय कर देते हैं।
(ख) छात्र से शिक्षक : कक्षा में सवाल पूछकर ध्यान मत बँटाओ।
(ग) अधिकारियों से कर्मचारी : हमारे काम करने के घंटे कानून के अनुसार कम किए जाने चाहिए।
उत्तर :
(क) पहला कथन अलोकतांत्रिक है क्योंकि लड़की को उसकी अपनी शादी के बारे में राय व्यक्त करने के अवसर से वंचित किया जा रहा है। यह कथन लोकतंत्र सापेक्ष नहीं है क्योंकि बेटी को अन्य लोगों द्वारा उसकी इच्छा के विरुद्ध शादी करने के लिए बाध्य नहीं किया जाना चाहिए। उस लड़की को ही अपने पति के साथ पूरा जीवन गुजारना हैं इसलिए अपना पति चुनने के लिए उसे पूरी स्वतंत्रता दी जानी चाहिए ।
(ख) दूसरा कथन अलोकतांत्रिक है क्योंकि छात्र को प्रश्न पूछकर अपना संशय दूर करने के अधिकार से वंचित किया जा रहा है। यह अलोकतांत्रिक नहीं होगी यदि कोई छात्र अपने अध्यापक से प्रश्न करे। सबसे अच्छी चीज जो एक अध्यापक कर सकता है वह यह है कि वह छात्रों से कहे कि कक्षा समाप्त होने के उपरांत बच्चे प्रश्नों के उत्तर जान सकते हैं, किन्तु उसे छात्रों के प्रश्नों के उत्तर देने चाहिएं।
(ग) तीसरा कथन लोकतांत्रिक है क्योंकि यह ऐसे नियम या कानून की मांग करता है जो कर्मचारियों के लिए लाभप्रद हो। कर्मचारी सदैव ही कानूनी मानकों के अनुसार अपने अधिकारी से किसी
चीज का अनुरोध या मांग कर सकते हैं। अतः यह कथन लोकतांत्रिक मूल्यों के सापेक्ष है।
प्रश्न 9. एक देश के बारे में निम्नलिखित तथ्यों पर गौर करें और फैसला करें कि आप इसे लोकतंत्र कहेंगे या नहीं। अपने फैसले के पीछे के तर्क भी बताएँ ।
(क) देश के सभी नागरिकों को वोट देने का अधिकार है और चुनाव नियमित रुप से होते हैं।
(ख) देश के अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों से ऋण लिया। ऋण के साथ यह एक शर्त जुड़ी थी कि सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य पर अपने खर्चे में कमी करेगी।
(ग) लोग सात से ज्यादा भाषाएँ बोलते हैं पर शिक्षा का माध्यम सिर्फ एक भाषा है, जिसे देश के 52 फीसदी लोग बोलते हैं।
(घ) सरकारी नीतियों का विरोध करने के लिए अनेक संगठनों ने संयुक्त रुप से प्रदर्शन करने और देश भर में हड़ताल करने का आह्वान किया है। सरकार ने उनके नेताओं को गिरफ्तार कर लिया
(ङ) देश के रेडियो और टेलीविजन चैनल सरकारी हैं। सरकारी नीतियों और विरोध के बारे में खबर छापने के लिए अखबारों को सरकार से अनुमति लेनी होती है।
उत्तर :
(क) ऐसा देश लोकतांत्रिक है क्योंकि देश के सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार है और नियमित रूप से चुनाव कराए जाते हैं।
(ख) लोकतंत्र नागरिकों की गरिमा में बढ़ोतरी करता है। एक लोकतांत्रिक सरकार नागरिकों के कल्याण के लिए कार्य करती है। शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर खर्च में कमी करना लोगों के लिए कल्याणकारी | नहीं होगा। इसलिए ऐसे देश को लोकतांत्रिक नहीं कहा जा सकता क्योंकि कोई भी लोकतांत्रिक देश शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर खर्च में कमी के लिए सहमत नहीं होगा।
(ग) राष्ट्रभाषा एक भाषा हो सकती है क्योंकि ऐसी चीज व्यापक स्तर पर राष्ट्रीय एकता लाती है। किन्तु अन्य भाषाओं को भी उनके संबंधित क्षेत्र में प्रोत्साहित करना चाहिए। मेरा विचार है कि यह देश अलोकतांत्रिक नहीं है।
प्रश्न 10. अमेरिका के बारे में 24 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार वहाँ के समाज में असमानता बढ़ती जा रही है। आमदनी की असमानता लोकतांत्रिक प्रक्रिया के विभिन्न वर्गों की भागीदारी घटने-बढ़ने के रुप में भी सामने आई। इन समूहों की सरकार के फैसलों पर असर डालने की क्षमता भी इससे प्रभावित हुई हैं। इस रिपोर्ट की मुख्य बातें थीं।
- सन् 24 में एक औसत अश्वेत परिवार की आमदनी नौ डालर थी जबकि गोर परिवार की आमदनी 162 डालर। औसत गोरे परिवार के पास अश्वेत परिवार से 12 गुना ज्यादा संपत्ति थी।
- राष्ट्रपति चुनाव में 75; डालर से ज़्यादा आमदनी वाले परिवारों के प्रत्येक 1 में से 9 लोगों ने वोट डाले थे। सही लोग आमदनी के हिसाब से समाज के ऊपरी 2 फीसदी में आते हैं। दूसरी ओर 15; डालर से कम आमदनी वाले परिवारों के प्रत्येक 10 में से सिर्फ 5 लोगों ने ही वोट डाले। आमदनी के हिसाब से ये लोग सबसे निचले 2 फीसदी हिस्से में आते है।
- राजनैतिक दलों का करीब 95 फीसदी चंदा अमीर परिवारों से ही आता है। इससे उन्हें अपनी राय और चिताओं से नेताओं को अवगत कराने का अवसर मिलता है। यह सुविधा देश के अधिकाश नागरिकों को उपलब्ध नहीं हैं।
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जब गरीब लोग राजनीति में कम भागीदारी करते हैं तो सरकार भी उनकी चिंताओं पर कम ध्यान देती है गरीबी दूर करना, रोजगार देना, उनके लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और आवास की व्यवस्था करने पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता है जितना दिया जाना चाहिए। राजनेता अक्सर अमीरों और
व्यापारियों की चिंताओं पर ही नियमित रूप से गौर करते हैं।
उत्तर : इसमें कोई विवाद नहीं है कि गरीबी का लोकतंत्र पर सीधा एवं गहरा प्रभाव पड़ता है। एक अश्वेत परिवार किसी श्वेत परिवार के मुकाबले बहुत कम कमाता है इसलिए उनकी कमाई में असमानता उनके मतदान पैटर्न में साफ झलकती थी। राष्ट्रपति के चुनाव में 75000 हजार डालर या इससे अधिक की | आय वाले 10 में से 9 लोगों ने मतदान किया था जबकि 15000 डालर से कम आय वाले 10 में से 5 लोगों ने मतदान किया था। इतना ही नहीं, उनकी आय में अंतर ने सरकार द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों को प्रभावित करने की योग्यता भी निर्धारित करता है। क्योंकि राजनैतिक दलों को दिए जाने वाले चंदे का 95 प्रतिशत अमीर लोगों से आता है। इसलिए वे राजनैतिक दलों के निर्णयों को प्रभावित करने के लिए अधिकतर कम आय वाले नागरिकों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में थे। क्योंकि गरीब लोग राजनीति में कम भाग लेते हैं, इसलिए सरकार इनकी ओर एवं इनकी, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, निवास की समस्या तथा भुखमरी की ओर कम ध्यान देती है। विभिन्न राजनेताओं द्वारा निर्मित सरकार व्यापार या समाज के अमीर वर्ग के बारे में चिंतित रहती है।
अमेरिका की तरह भारत में भी विभिन्न राजनैतिक दल अमीर लोगों की समस्याओं पर अधिक ध्यान देते हैं जो कि उनको दिए जाने वाले चंदे की राशि का अधिकतर भाग उन्हीं से आता है।