2 A Gift of Chappals

आपके पढ़ने से पूर्व – मृदु, मद्रास (चेन्नई) में अपनी दादी, तापी तथा अपने दादा, थाथा के साथ बड़ी हो रही एक छोटी बच्ची है। एक अपराह्न तापी, उसे (मृदु को) अपनी आंटी रुक्कु मन्नी के घर अपने चचेरों लल्ली, रवि तथा मीना से मिलाने ले आती है। 

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद 

A Smiling Rukku Manni ………. have a cat. (Pages 18-19) 

कठिन शब्दार्थ-smiling (स्मॉइलिङ्) = मुस्कराते हुए। threw open (श्रू ओपन्) = फेंकते हुए तेजी से खोला। rushed out (रश्ट आउट) = दौड़कर बाहर आये। pulled into (पुल्ड इन्टु) = खींचकर अंदर ले गये। take off (टेक ऑफ्) = उतारना (चप्पल आदि) । protested (प्रटेस्टिड) = विरोध किया। set them out neatly (सेट् देम् आउट नीट्लि) = सफाई से उनको (चप्पलों को) व्यवस्थित खोल दिया। grey (ग्रे) = स्लेटी। actually (ऐक्चुअलि) = वास्तव में। dust (डस्ट्) = धूल। toe (टो) = पैर की अंगुली। front (फ्रन्ट) = सामने/आगे का । 

scrawny (स्क्रॉनि) = दुबला-पतला। wonder (वन्ड(र)) = हैरान होना। about (अबाउट) = के बारे में। whose (हूज्) = किसकी। dragged (ड्रैग्ड) = खींच ले गया। backyard (बैक्याड्) = पिछला आंगन। behind (बिहाइन्ड) = के पीछे । thick (थिक्) = मोटे । bitter-berry bush (बिट(र)-बेरि बुश) = कड़वा बेर झाड़ी। torn (टॉन्) = फटे हुए। sacking (सैकिङ्) = टाट बोरा । sand (सैन्ड्) = रेत। lay (ले) = लेटा था/बैठा था। lapping up (लैपिङ् अप) = जीभ से लपलप कर पीना। coconut (कोकनट्) = नारियल । half-shell (हाफ्-शेल्) = अर्द्ध खोल । found (फाउन्ड्) = पाया। mewing (म्युइङ्) = म्याऊं-म्याऊं करना। secret (सीक्रट) = गुप्त बात। Paati (पाती) = दादी (तमिल भाषा में)। 

हिन्दी अनुवाद-मुस्कराती हुई रुक्कु मन्नी ने तेजी से दरवाजा खोला। रवि और मीना बाहर दौड़ पड़े और रवि ने मृदु को घर के अंदर खींचा। ‘रुकें, मुझे अपनी चप्पलें तो उतारने दें,’ मृदु ने विरोध किया। उसने उनको (चप्पलों को) एक बड़ी काली चप्पल जोड़ी के पास सफाई से जमा दिया। वे (चप्पलें)वास्तव में तो धूल के कारण स्लेटी हो गई थीं। प्रत्येक चप्पल के अग्रणी भाग पर प्रत्येक अंगुली के चिह्न स्पष्ट रूप से देखे जा सकते थे। दोनों अंगूठों के चिह्न |

तो लम्बे व दुबले-पतले थे। मृदु को यह समझते देर नहीं लगी कि वे चप्पलें किसकी थीं क्योंकि रवि उसे पश्चवर्ती आंगन में एक सघन कड़वे-बेर वृक्ष के पीछे घसीट लाया था। वहां टाट बोरे से सटे व रेत से भरे एक फटे फुटबॉल में एक बहुत ही छोटा बिल्ली का बच्चा बैठा था जो नारियल के एक अर्द्ध खोल से लपलप कर दूध पी रहा था। इसे आज सबह दरवाजे के बाहर पाया था। वह बेचारा म्याऊं-म्याऊं कर रहा था.’ मीना ने कहा। यह एक रहस्य है। अम्मा कहती है कि यदि पाती को यह पता लग जाये कि हमारे यहां एक बिल्ली है तो वह पदु मामा के घर के लिए प्रस्थान कर जायेगी।’ 

“People are always ………….. at Mridu. (Pages 19-20) 

कठिन शब्दार्थ-kind (काइन्ड्) = दयालु। scream (स्क्रीम्) = चीखना। creature (क्रीच(र)) = प्राणी । hungry (हंग्रि) = भूखा । throw her off the scent (थ्रो हर् ऑफ दा सेन्ट) = उसे भटकाना ताकि वह असली उद्देश्य न समझ सके। looked at (लुक्ट ऐट) = ध्यान से देखा। tumbler (टम्ब्ल(र)) = ग्लास। trouble (ट्रब्ल्) = परेशानी । pour (पॉ(र)) = उंडेलना । suspicious (सॅस्पिशस्) = संदेही। feed (फीड्) = दूध पिलाना या भोजन खिलाना। impressed (इम्प्रेस्ट) = प्रभाव पड़ा। cute (क्यूट) = सुंदर। breed (ब्रीड्) = पैदाइश। mane (मेइन्) = गर्दन के बाल। emblem (एम्ब्ल म्) = प्रतीक। ancient expectantly (इक्स्पेक्टट्लि) = आशान्वित होकर। 

हिन्दी अनुवाद-“लोग हमें हमेशा कहते रहते हैं कि हमें जानवरों के प्रति दयाभाव रखना चाहिए किंतु जब हम ऐसा करते हैं तो वे चिल्लाते हैं, ‘ऊह, उस गंदे प्राणी को यहाँ मत लाना! ” रवि ने कहा। ‘क्या तुम जानती हो कि रसोईघर से थोडा सा दध भी लाना कितना कठिन है? पाती (दादी) ने अभी ही मेरे हाथ में एक गिलास दूध देख लिया था। मैंने बताया कि मैं बहुत भूखा हूँ, मैं इसे पीना चाहता हूँ किंतु किस तरह से उसने मेरी तरफ देखा!

उसे भटकाने के लिए मुझे दूध की अधिकतर मात्रा पीनी पड़ी थी। फिर वह गिलास वापिस चाहती थी। ‘पाती, पाती, इसे मैं अपने आप धो लूँगा, मुझे आपको क्यों परेशान करना चाहिए।’ मैंने उसे बताया। मुझे दौड़ना पड़ा और शेष दूध को नारियल के इस अर्द्ध खोल में उंडेलना पड़ा और फिर वापिस दौड़ना पड़ा तथा गिलास धोना पड़ा था और इससे पूर्व कि उसे संदेह हो जाए गिलास को यथास्थान रखना पड़ा था। अब हमें महेन्द्रन को दूध पिलाने के कोई अन्य तरीके के बारे में विचार करना होगा।’ 

‘महेन्द्रन? इस बिल्ली के बच्चे का नाम महेन्द्रन है?’ मृदु प्रभावित हुई! यह एक वास्तविक नाम था-न कि एक सुंदर, बिल्ली के बच्चे का नाम । ‘वास्तव में इसका पूरा नाम, महेन्द्रवर्मा पल्लव पूनाई है। आप चाहें तो लघुरूप में एम.पी. पूनाई कह सकते हैं। यह बिल्ली की एक सुंदर पैदाइश है। इसके फर (बालों) को देखें। जैसे कि शेर की गर्दन के बाल! और आप जानते हैं कि प्राचीन पल्लववंशी राजाओं का प्रतीक चिह्न क्या था, क्या नहीं जानते हैं? उसने मृदु की ओर आशान्वित होकर देखा। 

Mridu giggled ………………………. So?” (Pages 20-21) 

कठिन शब्दार्थ – giggled (गिग्ल्ड ) = फूहड़ हँसी। mysteriously (मिस्टिअरिअस्लि) = रहस्यपूर्ण ढंग से। thatha (थाथा) = दादा (तमिल भाषा में)। etcetera (इट्सेट्र) = आदि। fact (फैक्ट) = तथ्य। descended (डिसैन्डिड) = उत्पन्न हुआ। relative (रेलटिव) = रिश्तेदार । scientifically (साइन्टिफिक्लि ) = वैज्ञानिक रूप से। dynasty (डिनसूटि) = वंश |

waving (वेविङ्) = हिलाते हुए। sparkling (स्पालिङ्) = चमकते हुए। descendant (डिसेन्डन्ट्) = वंशज। worshipped (वशिप्ट) = पूजा करते थे। voice (वॉइस्) = कंठस्वर । exchanged (इक्सचेन्ज्ड) = आदान-प्रदान किया। demanded (डिमान्डिड) = पूछा। goddess (गॉडेस्) = देवी। bastet (बेस्ट) = सुरक्षा की देवी (मिस्र देश में)। 

अनुवाद-मृदु फूहड़पन से हँसी। ‘तुम क्या यह सोच रही हो कि मैं मजाक कर रहा हूँ? बस, थोड़ी प्रतीक्षा करें। मैं कभी आपको दिखाऊँगा। यह स्पष्ट है कि तुम इतिहास में कुछ नहीं जानती हो । कभी महाबलीपुरम नहीं गई हो क्या, क्या गई हो?’ उसने रहस्यपूर्ण ढंग से पूछा । ‘जब हमारी कक्षा महाबलीपुरम गई थी तब मैंने उसके (महेन्द्र वर्मा के) दादा के दादा के दादा के दादा के दादा….. आदि, आदि… की एक मूर्ति देखी थी। तथ्य यह है कि महेन्द्रन (बिल्ली का बच्चा) उस ही प्राचीन बिल्ली से यहाँ जन्मा था। 

वैज्ञानिक रूप में कहें तो बिल्ली, सिंह की नजदीकी रिश्तेदार है (दोनों बिल्ली वर्ग के जानवर हैं)। पल्लव सिंह, पल्लव वंश का प्रतीक!’ कड़वे-बेर झाड़ी के चारों तरफ टहलते हुए तथा एक टहनी को ऊपर-नीचे हिलाते हुए रवि ने कहना जारी रखा, उसकी आँखें चमक रही थीं। ‘यह बिल्ली, महाबलीपुरम की ऋषि बिल्ली के अलावा अन्य किसी से उत्पन्न नहीं है। और यदि मैं आपको स्मरण कराऊँ तो वे प्राचीन मिस्र में बिल्लियों की पूजा करते थे!’ वह अपनी स्वयं की आवाज से कितना प्रेम करता था! मीना व मृदु ने एक-दूजे की ओर देखा। ‘उसे और चीज से क्या करना था?’ मृदु ने पूछा। ‘ह! मैं तुम्हें बता रहा हूँ कि यह बिल्ली मिस्र के बिल्ली-देवता से उत्पन्न हुई है… नहीं, देवी! बैस्टेट! हाँ। यही!’  ‘तो क्या?’ 

Well, one of the ………. off track!’. (Page 21) 

कठिन शब्दार्थ – descendants (डिसेन्डन्ट्स) = वंशजों। stowaway (स्टोअवे) = एक व्यक्ति जो | छिपकर, जहाज या हवाई जहाज में यात्रा करता है। flourished (फ्लरिश्ट) = लहराया। whoop (वूप) = खुशी  या उत्तेजना की चीख। shrieked (शीक्ट) = चीखा। alarmed (अलाम्ड) = चिंतित। sharpening (शानिङ्) = तेज करना, पैना करना। claws (क्लॉज) = पंजे। worse (वस्) = और भी बुरा। awful (ऑफ्ल) = भयावह । kreech (क्रीच) = दरवाजे की आवाज।

weird (विअड्) = अजीब। startled (स्टाट्ल्ड ) = हैरान। frightened (फ्राइटन्ड्) = डरा हुआ। wits (विट्स) = चतुराई। bounced up (बाउन्स्ड अप) = ऊपर उछला। scurried (स्करिड) = जल्दी करना या मचाना । chillies (चिलीज) = मिर्च। set out (सेट् आउट) = निश्चय करना, यात्रा प्रारम्भ करना। beneath (बिनीथ्) = नीचे। tipped over (टिप्ट ऑव(र्)) = गिराना या उलट देना। howl (हाउल्) = ऊँची आवाज करना, हूकना। miserably (मिज्रब्लि ) = दयनीय भाव से, बुरी तरह से। grunted (ग्रन्टिड) = बुड़बुड़ाना। whizz (विज्) = सनसनाते हुए तेजी से निकल जाना। derail (डिरेल्) = रेलगाड़ी को पटरी से उतार देना। track (ट्रैक्) = रास्ता, पगडंडी। 

हिन्दी अनुवाद-“अच्छा, बिल्ली की देवी के वंशजों में से एक पल्लव के जहाजों में यात्रा करता था, और उसके वंशज महाबलीपुरम के ऋषि बिल्ली थे, जिसके वंशज हैं-” रवि ने अपनी छड़ी (टहनी) को महेन्द्रन की ओर लहराया “एम.पी. पुन्नई इधर है….. हूऽऽईऽक!” वह चीखा था, स्वयं अपने आप से अत्यधिक प्रसन्न था।  महेन्द्रन ने चिंतित होकर ऊपर नजरें उठाईं। वह नारियल के खोल पर के किनारे पर अपने पंजों को तेज कर रहा था।

मगर रवि की हू ई से भी ज्यादा बुरी दरवाजे की क्रीच आवाज खिड़की से आई थी। कितनी अजीब आवाज थी! यदि मृदु हतप्रभ होती, एम.पी. पुन्नई अपनी बुद्धि से डरा था। अन्त के बाल खड़े थे, वह ऊपर उछल कर लाल मिर्च की बांस की एक ट्रे की ओर जल्दी की जिसे मिर्च को सूखने के निश्चय से रखा गया था। उसने उसके नीचे छिपने का प्रयास किया था, उसने कुछ मिर्च अपने ऊपर उलट ली, वह दयनीय भाव से ‘मियाऊँ’ करके हूंका।  

दरवाजे की ‘क्रीच’ की आवाज होती रही थी। मृदु ने कहा, ‘यह किसका शोर था?’ रवि बुड़बुड़ाया, ‘यह लल्ली के वायलिन सीखने की आवाज थी।’ ‘वह कभी भी इसे नहीं सीख पायेगी। संगीत के यह शिक्षक इस तरह से बजा रहे हैं जैसे कि कोई रेलगाड़ी सनसनाते हुए तेजी से जा रही हो, जबकि लल्ली इस तरह कर रही है जैसे कि रेलगाड़ी पटरी से उतर गई हो! पूरी तरह से रास्ते से अलग जा रही हो!’ 

II Mridu crept up to …………………………. making lovely music. (Pages 22-23) 

कठिन शब्दार्थ-crept (क्रेप्ट) = चुपचाप और सावधानी से चलना, धीरे-धीरे बढ़ना । awkwardly (ऑक्वड्लि) = बेढंगे तरीके से। hold (होल्ड्) = किसी वस्तु को पकड़ने का ढंग। bow (बो) = वायलिन बजाने का चाप, गज। string (स्ट्रिङ्) = तार। jutting out (जटिङ् आऊट्) = आसपास की वस्तुओं की अपेक्षा बाहर की ओर निकलना। glazed (ग्लेज्ड्) = भावशून्य । concentration (कॉन्सन्ट्रेशन्) = एकाग्रता। front (फ्रन्ट) = सामने। bony (बोनि) = इतना दुबला-पतला कि हड्डियों की संरचना दिखाई पड़े। figure (फिग(र)) = आकृति। bald (बॉल्ड्) = गंजा।

fringe (फ्रिन्ज्) = इस प्रकार काटे गए बाल कि माथे पर लटकें। tuft (टफ्ट) = बाल का गुच्छा। gleam (ग्लीम्) = चमकना। leathery (लेदरि) = चमड़े की। glitter (ग्लिट (र)) = जगमगाना। glide (ग्लाइड्) =. फिसलना। stem (स्टेम्) = प्रतिपादक। stick out (स्टिक् आउट) = बाहर की ओर निकलना। scrawny (स्क्रॉनि) = दुबला-पतला। stumble (स्टम्बल) = संगीत बजाने के दौरान गलती कर देना। notes (नोट्स) = स्वर। float (फ्लोट्) = स्वरों का हवा में बहना। invisible (इन्विजब्ल्) = अदृश्य। melody (मेलडि) = मधुर ध्वनि। 

हिन्दी अनुवाद-मृदु धीरे-धीरे खिड़की की ओर आगे बढ़ी। लल्ली थोड़ी दूर पर बैठी थी, उसने अपनी वायलिन और बजाने की गज को बेढंगे तरीके से पकड़ रखा था, उसकी कोहनियाँ बाहर की ओर निकली हुई थीं और आँखें एकाग्रता से भावशून्य हो गई थीं। उसके समक्ष अपनी अधिकतर पीठ खिड़की की ओर किये हुए, संगीत का दुबला-पतला शिक्षक बैठा था।

उसका अधिकतर सिर गंजा था और काले बालों की तेल लगी हुई लट उसके कानों पर बिखरी हुई थी और पुराने तरीके का बालों का एक गुच्छा लटक रहा था। उसके गर्दन की चमड़ी पर सोने की एक चेन चमक रही थी और हाथ पर डायमण्ड की अंगूठी, जब उसका हाथ वायलिन के ध्वनि प्रतिपादक पर उथा तो चमकती थी। उसकी वेस्थी (धोती) से जिसकी किनार सुनहरी थी उसके नीचे से एक बड़ा पैर बाहर की ओर निकला हुआ था, और वह अपने दुबले-पतले बड़े अंगूठे से फर्श पर लगातार प्रहार कर रहा था। 

उसने कुछ स्वर बजाए। लल्ली वायलिन पर उसके पीछे गलती करती हुई बजा रही थी जो उसके हाथ में असहाय और दुःखी नजर आ रही थी। क्या फर्क था! संगीत शिक्षक के स्वर हवा में तैरने लगे और संगीत की मधुर ध्वनि में अदृश्य रूप से पूर्णत: व्यवस्थित हो गए। इस तरह से लग रहा था मानो की पटरियों पर कोई रेल आराम से व्यवस्थित हो गई थी और सनसनाती हुई चल रही थी, जैसा कि रवि ने कहा था। मृदु ने उस विशाल, अंगूठियों वाले हाथ को घूरकर देखा जो कि वायलिन पर बिना प्रयास के चल रहा था और मधुर संगीत का प्रतिपादन कर रहा था। 

Squawk! There was ……………… sat up and sighed. (Pages 23-24) 

कठिन शब्दार्थ-squawk (स्कॉक्) = जोर से डराने वाली ध्वनि उत्पन्न करना। wail (वेल) = विलाप करना। chatting (चेटिङ्) = बातें करना। explain (इक्स्प्ले न्) = स्पष्ट करना, समझना। quite (क्वाइट) = अधिक नहीं, पूर्णतया। leaning (लीनिङ्) = झुका हुआ। trunk (ट्रङ्क) = तना। apparently (अ’पैरटिल) ऊपरी तौर से। snooze (स्तूज) = हल्की सी छोटी नींद। alms (आम्ज) = निर्धनों को दिया गया दान sternly (स्टन्लि) = सख्ती से।

choked (चोक्ट) = भावावेश को छिपाना या टोकना। kept my body and soul together (केप्ट माइ बॉडि ऐन्ड् सोल टगेद(र)) = किसी तरह से जिन्दा रहना। generosity (जेनरॉसटि) = उदारता। turn away (टन् अवे) = किसी व्यक्ति या वस्तु से नजरें हटा लेना। raise (रेज) = उठाना। | feeble (फीब्ल) = कमजोर। rumble (रम्ब्ल ) = गड़गड़ाना। withered (विद(र्)ड) = क्षीण। belley (बेलि). = पेट। booming out (बुमिङ् आउट) = गरजना । stain (स्टेन्) = दाग। betel (बीटल) = पान। chewing (चूइङ्) = चबाना । sounded (साउन्ड्ड) = लगने वाला, प्रतीत होना । fed up (फेड् अप्) = ऊब जाना । sigh (साइ) = आह भरना। 

हिन्दी अनुवाद-जोर से डराने वाली ध्वनि उत्पन्न करते हुए। लल्ली पुनः पटरी से उतर गई! ‘अम्मा’ दरवाजे से विलाप करने की आवाज आई, ‘अम्मा, ओ!’ ‘रवि। उस भिखारी को दूर भेज दो!’ उसकी माताजी बरामदे के पीछे से चीखी, जहाँ पर वह तापी से बातचीत कर रही थी। वह पिछले सप्ताह से यहाँ पर रोजाना आ रही है और अब समय आ गया है कि वह भीख मांगने के लिए दूसरा घर खोजे!’ पाती ने तापी को समझाया। 

मृदु और मीना भी रवि के पीछे-पीछे गई। भिखारी पहले से ही बगीचे में था, वह अपने आपको पूर्णतया आरामदायक बना चुका था। उसने अपना ऊपरी वस्त्र नीम के पेड के नीचे फैलाया और इसके तने के सहारे झका हआ था, वह ऊपरी तौर पर एक छोटी सी नींद लेने के लिए तैयार था, जबकि वह भिक्षा के आने का इन्तज़ार कर रहा था। ‘यहाँ से जाओ!’ रवि ने सख्ती से कहा। ‘मेरी पाती कहती है कि अब तुम्हें भीख माँगने के लिए दूसरा घर खोजना चाहिए!’ 

भिखारी ने अपनी आँखें फैलाईं और प्रत्येक बच्चे को घूर कर ध्यान से एक-एक कर देखा। उसने कहा, ‘घर की| महिलाएँ बहुत दयालु हृदय की हैं।’ अन्त में, उसकी आवाज भावावेश से भर गई । ‘मैं पूरे सप्ताह उनकी उदारता पर जिया हूँ। मैं यह विश्वास नहीं कर सकता कि वे मुझसे इस तरह से नजरें हटा लेंगी।’ उसने अपनी आवाज जोर से उठाई, ‘अम्मा! ओ, अम्मा!’ उसका विलाप दु:खी करने वाला था, मगर यह निश्चित रूप से कमजोर नहीं था।

यह एक गहरे, मजबूत क्षीण पेट की गरजना जो कहीं से आई थी शुरू हुआ, पान चबाने के धब्बे उन कुछ दाँतों पर भूरे रंग से रंगे थे। ‘रवि, उससे कहो रसोई में कुछ भी नहीं बचा है!’ रुक्कु मन्नी ने कहा, ‘और वह फिर से नहीं आए-उससे यह भी कहो।’ वह ऊब चुकी हुई सी लगने लगी। रवि को यह सब भिखारी को दोहराने की आवश्यकता नहीं थी। जो कुछ उसकी माँ कह रही थी उन सभी ने वह सरलता से उस नीम के पेड़ के नीचे सुन लिया था। भिखारी बैठा हो गया और उसने एक आह भरी। 

“Iil go, I’ll go! he said ………………………… back into the garden. (Pages 24-25) 

कठिन शब्दार्थ-wearily (विअरलि) = बहुत थक कर। tar (टा(र)) = तारकोल, डामर । melted (मेल्टिड) = पिघली हुई। blister (ब्लिस्ट(र)) = फफोले होना। stretch (स्ट्रैच्) = फैलाना। peeling  (पीलिङ) = छीले हुए। sole (सोल्) = तला। bare (बेअ(र)) = नंगा। whispered (विस्प(र)ड्) = फुसफुसाई । blubbering (ब्लबरिङ्) = सिसकना । filling (फिलिङ) = आँसू से भरना। frying (फ्राइंङ) = तलते हुए। odd (ऑड्) = असमान। glance (ग्लान्स्) = उड़ती नजर । shabby (शैबि) = बुरी हालत में। sturdy (स्टड़ि) = मजबूत । beam (बीम्) = प्रसन्नता से मुस्कराना। nod (नॉड्) = सिर हिलाना। nervously (नवस्लि) = चिंता से, भय से। 

हिन्दी अनुवाद-उसने बहुत थककर कहा, ‘मैं जाऊँगा, मैं जाऊँगा!”मुझे केवल इस पेड़ के नीचे आराम करने दो। सूर्य बहुत तेज गर्म है, सड़क पर डामर पिघल चुकी है। मेरे पैरों में पहले से ही फफोले हैं।’ उसने अपने बड़े गलाबी. छिले हए नंगे पैरों के तलवों पर हए फफोलों को दिखाने के लिए पैर फैलाए। ‘मैं कल्पना करती हूँ कि उसके पास चप्पल खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं।’ मृदु ने मीना-रवि से फुसफुसा कर कहा। ‘क्या आपके पास घर में कहीं पर पुराने जूतों का जोड़ा रखा है?’ 

मैं नहीं जानता’ रवि ने कहा । ‘मेरे जूते इतने छोटे हैं कि उसके पैरों में नहीं आ सकते हैं नहीं तो मैं वे उसे दे देता।’ और उसके पैर मृदु और मीना के पैरों से अधिक बड़े थे। भिखारी अपना ऊपरी वस्त्र हिला रहा था और अपनी धोती को कस रहा था। उसने अपनी आँखों को ऊपर उठाया और सड़क की ओर भय से देखा जो कि दोपहर बाद की गर्मी में चमक रही थी। ‘उसे अपने पैरों के लिए कुछ चाहिए।’ मीना ने कहा, उसकी आँखें आँसुओं से भर गई थीं’, ‘यह उचित नहीं है!’ 

‘श्श्स!’ रवि ने कहा। ‘मैं इसके बारे में ही सोच रहा हूँ !’ सिसकते हुए, ‘यह सही नहीं है, यह सही नहीं है, से उसको कोई सहायता नहीं मिलेगी। दो मिनिट में वह अपने पैरों को सड़क पर तल रहा होगा। उसे चप्पल की एक जोड़ी की आवश्यकता है। हम वे कहाँ से लाएँ? आओ, हम घर में तलाश करते हैं।’

वह मीना और मृदु को घर में धकेल कर ले गया। जैसे ही उसने बरामदे में पैर रखा मृदु की आँखें एक असमान से दिखने वाली चप्पलों पर पड़ी, उसने आते समय उनको ध्यान से देखा था। वह उससे फुसफुसाई, ‘रवि! यह किसके हैं?’ … रवि मुड़ा और उसने उड़ती हुई नजर उन खराब से दिखने वाले मगर पुरानी मजबूत चप्पलों पर डाली। वह प्रसन्नता से मुस्कराया और सिर हिलाया। उसने कहा, ‘यह सही आकार के हैं’, उसने उनको उठा लिया। मृदु और मीना ने चिन्ता से वापस बगीचे में उसका अनुसरण किया। 

“Here! said Ravi to ………. tried to tell herself.  (Pages 26-27) 

कठिन शब्दार्थ-stare (स्टेअ(र)) = घूरना, टकटकी लगाकर देखना। flung (फ्लङ) = एकाएक और लापरवाही से कोई वस्तु फेंकना। mutter (मट(र)) = बुदबुदाना। vanish (वैनिश्) = गायब होना। unappreciative (अन्अप्रीशिएटिव्) = बिना प्रशंसा के। scurried (स्करिड) = जल्दी करना या मचाना। crouch (क्राउच्) = सिकुड़कर बैठना।.harass (हैरस्) = सताना, तंग करना। upset (अपसेट) = चिंतित और परेशान। vendor (वेन्ड(र)) = विक्रेता, बेचने वाला। curiously (क्युअरिअस्लि) = उत्सुक, जिज्ञासु। lurking (लकिङ्) = कहीं पर छिपकर बैठना विशेषतः किसी पर हमला करने के लिए। shiver (शिव(र)) = काँपना। 

हिन्दी अनुवाद-‘यहाँ पर!’ रवि ने भिखारी से कहा, उस वृद्ध व्यक्ति के समक्ष चप्पलें डालीं, ‘इनको पहन लो और यहां पर वापस मत आना!’ भिखारी ने चप्पलों को देखा, जल्दी से अपने कंधे पर अपना तोलिया डाला, चप्पलों में अपने पैरों को डाला और वहाँ से चला गया, वह बच्चों को आशीर्वाद देने के लिए बुड़बुड़ा रहा था।

एक ही मिनिट में वह गली के कोने से गायब हो गया। – संगीत के शिक्षक घर के अन्दर से बाहर आए और उन तीनों की ओर अप्रशंसा के भाव से एक नजर डाली जो पेड़ के नीचे बैठकर संगमरमर के पत्थरों से खेल रहे थे। तब उसने बरामदे में उसकी पहले से रखी चप्पलों को खोजना| प्रारम्भ किया। उसने कुछ क्षणों के बाद ‘लल्ली’ पुकारा। वह जल्दी से उसके पास आई। ‘मेरी प्रिय, क्या तुमने मेरी चप्पलें देखी हैं? मुझे याद है कि मैंने उनको यहाँ पर रखा था!’ 

रवि, मृदु और मीना चुपचाप लल्ली और संगीत शिक्षक को बरामदे के प्रत्येक कोने में तलाश करते हुए देख रहे थे। वह रेलिंग के उस पार उनको देखने की जल्दी करने लगा, फूलों के गमलों के बीच में उकडू बैठकर उन्हें तलाश करने लगा। वे एकदम नई थीं! मैं उन्हें खरीदने के लिए पूरे माउन्ट रोड पर घूमा था!’ वह कहता रहा, ‘क्या तुम जानते हो, पूरे एक माह की फीस उनकी कीमत थी?’ 

शीघ्र ही लल्ली अपनी माँ को कहने के लिए घर के अन्दर गई । रुक्कु मन्नी वहाँ आई, वह परेशान और चिंतित लग रही थी, पाती उसके पीछे-पीछे आ रही थी।  “वे कहाँ पर हो सकती हैं? यह वास्तव में तंग करने वाली बात है कि कोई उनको चुराकर ले गया था। बहुत सारे सामान बेचने वाले विक्रेता दरवाजे तक आते हैं।” पाती चिन्तित थी। रुक्कु मन्नी ने रवि, मृदुला और मीना को पेड़ के नीचे बैठे देखा। ‘बच्चो क्या तुमने …..

‘ उसने कहना शुरू किया और फिर यह देखकर कि वे उत्सुकतापूर्वक शान्त थे, वे और धीरे कहती रहीं, “क्या किसी को बरामदे की ओर छिपकर बैठे देखा है?” उसकी भौहों के बीच में V के आकार की एक तिरछी रेखा बन गई थी। उसके शान्त, मधुर आमतौर पर मुलायम रहने वाले चहरे पर एक सीधी और सख्त रेखा उभर आई। रुक्कु मन्नी गुस्से में थी! मृदु ने एक कम्पन के साथ सोचा। वह इतनी परेशान और चिंतित नहीं होती अगर वह उस भिखारी के पैरों के छालों को देख लेती, उसने अपने आपसे कहने का प्रयास किया। 

Taking a deep breath ………………. to the music-master?” (Pages 27-28) 

कठिन शब्दार्थ-grimly (ग्रिम्लि) = अनमनेपन से, विषादपूर्वक। turn up (टन् अप्) = दिखना, आना, उपस्थित होना। groan (ग्रोन्) = रोष। generous (जेनरस्) = उदार। silly (सिलि) = मूर्ख। snapped (स्नैप्ट) = अचानक चटकना। rush (रश्) = एकाएक तेज हलचल। brashly (ब्रैश्लि) = धृष्टता, ढिठाई । incarnate (इन्कानेट) = अवतार लेना। naughty (नॉटि) = शरारती । fellow (फेलो) = साथी। flash (फ्लैश्) = कौंधना। seem (सीम्) = प्रतीत होना । stiff (स्टिफ्) = अधिक सख्त। clatter (क्लैट(र)) = खड़खड़ाना। 

हिन्दी अनुवाद-एक गहरी सांस लेकर वह चिल्लाई, ‘रुक्कु मन्नी, यहाँ पर एक भिखारी था, बेचारा, उसके पैरों में फफोले थे।’ ‘तो?’ रुक्कु मन्नी ने अनमनेपन से रवि की ओर मुड़ते हुए कहा, ‘तुमने संगीत शिक्षक की चप्पलें उस बूढ़े भिखारी को दे दी जो यहाँ आया है?’ ‘आजकल के बच्चे।’ पाती रोष में बोली। ‘अम्मा, क्या आपने मुझे कर्ण के बारे में नहीं बताया था जिसने अपना सब कुछ जो उसके पास था, यहाँ तक कि अपने स्वर्ण कुण्डल भी दिये, वह बहुत दयालु और उदार था?’ ‘मूर्ख!’ रुक्कु मन्नी अचानक बोली, ‘कर्ण ने दूसरे लोगों की वस्तुएँ नहीं दी थीं, उसने केवल अपनी स्वयं की दी थीं।’ 

‘मगर मेरी चप्पलें भिखारी के पैरों में फिट नहीं आई ………..’ रवि ने ढिठाई से कहा, ‘और अम्मा, यदि वे सही आतीं, तो क्या आप वास्तव में इसका बुरा नहीं मानतीं?’ ‘रवि!’ रुक्कु मन्नी ने कहा जो अब बहुत गुस्सा थी, ‘इसी क्षण अन्दर जाओ।’ वह अन्दर गई और गोपू मामा की मुश्किल से कभी पहनी हुई नई चप्पलें लेकर आई । श्रीमान यह | आपके आ जायेंगी। आप कृपया इनको पहन लीजिए। मुझे बहुत दुःख है। मेरा बेटा बहुत शरास्ती हो गया है।’ 

संगीत शिक्षक की आँखें चमक उठीं। उसने उनको पहना, वह प्रसन्न नहीं दिखने का प्रयास कर रहा था। ‘अच्छा, मैं इनसे काम चला लूँगा ……………. आजकल बच्चे बड़ों के प्रति सम्मान नहीं रखते हैं, क्या किया जाए? हनुमान जी के अवतार ……….. केवल राम ही ऐसे शरारती साथियों से बचा सकते हैं !’ रुक्कु मन्नी की आँखें कौंधी थीं। उसे यह पसन्द नहीं आया था कि रवि को बन्दर कहा जाए, चाहे वह पवित्र बन्दर ही क्यों न हो । वह सख्त और सीधी सामने के दरवाजे के सहारे खड़ी हो गई थी। यह स्पष्ट था कि वह चाह रही थी कि वह यहाँ से जल्दी से जाए। 
 
जब वह अपनी नई चप्पलों में खड़खड़ाहट करते हुए चला गया, उसने कहा, ‘मृदु अन्दर आओ और कुछ खा लो। ईमानदारी से बताओ कि आप सब बच्चे इन सबके बारे में किस प्रकार से सोचते हैं? भगवान का शुक्र है कि काम करने जाते समय तुम्हारे गोपू मामा यह चप्पलें नहीं पहनते हैं……’ वह ऐसा बोलते हुए मृदु और मीना के साथ रसोई की ओर जा रही थी, वह अचानक हँसने लगी थी। मगर वह हमेशा से इतनी जल्दी में होता है कि वह घर आते ही अपने जूते और मोजे खोलकर चप्पलें पहन लेता है। आज शाम को तुम्हारे मामा क्या कहने वाले हैं जब मैं उससे यह कहूँगी कि मैंने उसकी चप्पलें संगीत शिक्षक को दे दी?’ 

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