2 The Sound of Music

Part – I
Evelyn Glennie Listens To Sound Without Hearing It 
[एवलिन ग्लेनी ध्वनि सुनती है इसका श्रवण किये बिना]

पढ़ने से पूर्व : 

• ‘ईश्वर ने उसकी श्रवण शक्ति भले ही वापिस ले ली हो किन्तु उसने उसे कुछ विलक्षण वस्तु अवश्य दे दी है। जो हम सुनते हैं उसे वह अनुभव करती है हममें से किसी से भी अधिक गहराई से। इस ही कारण वह संगीत को इतनी सुन्दरता से व्यक्त करती है।’ 
• एक ऐसे व्यक्ति का निम्नलिखित वर्णन पढ़ें जिसने शारीरिक असमर्थता के विरुद्ध लड़ाई लड़ी और अपने जीवन की कहानी को सफल बनाया।

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद 

1. Rush hour………………..deaf.

कठिन शब्दार्थ : rush hour (रश् आउअ(र)) = व्यस्त समय, crowds (क्राउड्ज) = भीड़, jostle (जॉस्ल) = धक्का-मुक्की, position (पजिशन्) = बढ़िया स्थान, underground (अन्डग्राउन्ड्) = भूमिगत, train (ट्रेन) = रेलगाड़ी, platform (प्लैटफॉम्) = रेलवे प्लेटफॉम्, slight (स्लाइट्) = छोटी व दुबली, nervous (नवस्) = अधीर, excited (इक्साइड) = उत्तेजित, felt (फेल्ट) = अनुभव किया, vibrations (वाइब्रेश्न्ज ) = स्पंदन,

approaching (अप्रोचिङ्) = आती हुई, prestigious (प्रेस्टिजस्) = प्रतिष्ठित, daunting (डॉन्टिंग) = डराने वाला, teenager (टीनेज(र)) = किशोरी, farm (फाम्) = फार्म, aspiring (अस्पाइअरिङ्) = आकांक्षा करने वाली, musician (म्यूजिश्न्) = संगीतकार, profoundly (प्रफाउन्ड्लि ) = पूर्णतः, deaf (डेफ्) = बहरी।

हिन्दी अनुवाद : बढ़िया स्थान प्राप्त करने के लिए व्यस्त समय की भीड़ भूमिगत रेलवे प्लेटफार्म पर धक्का-मुक्की कर रही है। एक छोटी व दुबली लड़की, जो अपनी आयु 17 वर्ष से भी छोटी प्रतीत हो रही थी, अधीर किन्तु उत्तेजित थी क्योंकि वह समीप आती रेलगाड़ी के स्पंदन को अनुभव कर रही थी। लंदन की प्रतिष्ठित.’रॉयल एकेडमि ऑव म्यूजिक’ में यह उसका प्रथम दिन था और स्कॉटलैंड के फार्म से आई किसी नई किशोरी के लिए पर्याप्त डराने वाला भी था। किन्तु इस आकांक्षी संगीतकार के सामने तो औरों से भी बड़ी चुनौती थी : वह पूर्णतः बहरी थी।

2. Evelyn Glennie’s………………..says Evelyn.

कठिन शब्दार्थ : loss of hearing (लॉस् ऑव हिअरिङ्) = श्रवण शक्ति का ह्रास, gradual (ग्रैजुअल) = धीरे-धीरे, remembers (रिमेमबॅज) = याद है, noticing (नोटिसिंग) = देखा, play (प्ले) = बजाना, piano (पिऐनो) = पियानो वाद्ययन्त्र, realised (रिअलाइज्ड) = समझ लिया, managed (मैनिज्ड) = सफल रही, conceal (कॅनसील्) = छिपाना, growing (ग्रोइङ्) = बढ़ते, deteriorated (डिटिअरिअरेट्ड) = कम होते जाना,

urged (अज्ड) = आग्रह किया, specialist (स्पेशलिस्ट) = विशेषज्ञ, discovered (डिस्क(र)ड) = पता चला, severely (सिविअलि) = गम्भीर रूप से, impaired (इमपेअड) = बिगड़ चुकना, nerve (नव्) = स्नायु, damage (डैमिज्) = खराब होना, advised (अडवाइज्ड) = परामर्श दिया, fitted with (फिट्ड विद्) = लगा दिये जाएँ, hearing aids (हिअरिङ् एड्) = श्रवण यन्त्र।

हिन्दी अनुवाद : एवलिन ग्लेनी की श्रवण शक्ति का ह्रास धीरे-धीरे हुआ था। उसकी माँ को स्मरण होता है कि उसने देखा था कि कुछ गड़बड़ है जब आठ वर्ष की एवलिन पिआनो बजाने की प्रतीक्षा कर रही थी। उन्होंने उसका नाम पुकारा किन्तु वह नहीं हिली। मैंने अचानक अनुभव किया कि उसे सुनाई नहीं दिया था’, इजॅबेल ग्लेनी कहती हैं। काफी समय तक एवलिन अपनी सहेलियों व अध्यापिकाओं से अपने बढ़ते बहरेपन को छुपाने में सफल रही।

परन्तु जब तक वह ग्यारह वर्ष की हुई तो उसके अंक कम होते गये और उसकी मुख्याध्यापिका ने उसके माता-पिता से आग्रह किया कि वे उसे किसी विशेषज्ञ के पास ले जायें। तब जाकर पता चला कि स्नायु के धीरे-धीरे खराब होने से उसकी श्रवण शक्ति गम्भीर रूप से बिगड़ चुकी थी। उनको परामर्श दिया गया कि उसे श्रवण यन्त्र लगवाया जाए और बहरों के विद्यालय में भेजा जाए। ‘प्रत्येक जगह अचानक अन्धकार दिखने लगा (अर्थात् निराश होने लगी)’, एवलिन कहती है। 

3. But Evelyn was……………hard work. 

कठिन शब्दार्थ : determined (डिटमिन्ड्) = दृढ़-निश्चयी, lead (लीड्) = व्यतीत करना, : normal (नॉम्ल) = सामान्य, pursue (पस्यू) = प्रयास जारी रखना, interest (इन्ट्रस्ट) = रुचि, xylophone (जाइलफोन्) = जाइलफोन वाद्ययन्त्र, decided (डिसाइडिड्) = निश्चय किया, discouraged (डिस्करिज्ड) = निरुत्साहित किया, percussionist (पकनिस्ट) = ढोल बजाने वाला, spotted (स्पॉट्ड) = पहचाना, potential (पॅटेन्श्ल ) = भावी योग्यता,

tuning (ट्यूनिंग) = बजाते, drums (ड्रम्ज) = ढोल, notes (नोट्स) = ताल, sense (सेन्स्) = अनुभव करना, waist up (वेस्ट अप्) = कमर के ऊपर से, repeated (रिपीट्ड) = दोहराया, exercise (एक्ससाइज्) = अभ्यास, soon (सून्) = शीघ्र ही, certain (सट्न्) = निश्चित, the rest (द रेस्ट्) = शेष, sheer (शिअ(र)) = मात्र/केवल। 

हिन्दी अनुवाद : किन्तु एवलिन हार मानने नहीं जा रही थी। उसने सामान्य जीवन जीने व संगीत सीखने में अपना प्रयास जारी रखने का दृढ़ निश्चय किया हुआ था। एक दिन उसने एक लड़की को जाइलफोन को बजाते देखा और निश्चय किया कि वह भी इसे बज़ाना चाहती थी। बहुत से अध्यापकों ने उसे निरुत्साहित किया किन्तु तालवादक रॉन फॉब्ज ने उसकी भावी योग्यता को पहचाना। उसने दो बड़े ढोल अलग-अलग ताल पर बजाने आरम्भ किए।

अपने कानों से न सुनो’, उसने कहा, ‘किन्तु किसी अन्य ढंग से अनुभव करने का प्रयास करो।’ एवलिन कहती है, ‘मैंने यकायक यह समझ लिया कि बड़े ढोल को मैं कमर के ऊपर व छोटे ढोल को कमर से नीचे अनुभव कर रही थी।’ फॉब्ज ने अभ्यास/प्रयास दोहराया और एवलिन ने देखा कि कुछ स्वर उसे शरीर के भिन्न-भिन्न भागों में महसूस हो रहे थे। ‘मैंने अपने मस्तिष्क और शरीर को ध्वनियाँ व स्पंदन के प्रति खोलना सीख लिया था।’ शेष तो केवल दृढ़ संकल्प व कठिन परिश्रम ही था। 

4. She never looked………………………….awards.

कठिन शब्दार्थ : onwards (ऑन्वड्ज) = उस समय से, toured (टुअड) = यात्रा की, youth (यूथ्) = युवा, orchestra (ऑकिस्ट्रा) = वाद्यवृंद, auditioned (ऑडिश्न्ड ) = ध्वनि परीक्षण दिया, scored (स्कॉड) = प्राप्त किए, performances (पफॉमन्स्ज ) = प्रदर्शन, captured (कैप्च(र)ड) = प्राप्त किए।

हिन्दी अनुवाद : उस समय से उसने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसने एक युवा वाद्यवृंद के साथ यूनाइटिड किंगडम (इंग्लैण्ड) की यात्रा की और जब तक वह 16 वर्ष की हुई तब तक उसने संगीत को अपना जीवन बनाने का निश्चय कर लिया था। उसने रॉयल अकादमी ऑफ म्यूजिक में ध्वनि परीक्षण दिया और अकादमी के इतिहास में उसके अंक अधिकतम प्राप्त करने वालों में से थे। वह धीरे-धीरे वाद्यवृंद से हटकर एकल प्रदर्शन करने लगी। तीन वर्ष के पाठ्यक्रम में उसने लगभग सभी उच्चतम इनाम प्राप्त कर लिए थे।

5. And for all………………………….schedule.
कठिन शब्दार्थ : accept (अक्सेप्ट्) = मानना, hint (हिन्ट) = संकेत, achievement (अचीवमन्ट) = उपलब्धि, most sought (मोस्ट सॉट) = अधिक माँग होना, instruments (इन्स्ट्रमन्ट्स) वाद्ययन्त्र, hectic (हेक्टिक) = अत्यधिक व्यस्त, international (इन्टनैश्नल्) = अन्तर्राष्ट्रीय, schedule (शेड्यूल) = कार्य-योजना।

हिन्दी अनुवाद : और इतना होने पर भी, एवलिन यह जरा भी मानने का संकेत नहीं देती कि उसने बड़ी वीरतापूर्ण उपलब्धि प्राप्त की है। यदि आप परिश्रम करते हैं और आप जानते हैं कि आपको कहाँ पहुँचना है, तो आप वहाँ पहुँच जाएँगे।’ और वह ठीक शिखर पर पहुँच गई, संसार की सबसे अधिक माँग वाली बहुमुखी तालवादक जिसे लगभग 1000 वाद्ययन्त्रों का पूर्ण ज्ञान था और जिसका व्यस्ततम अन्तर्राष्ट्रीय कार्यक्रम रहता था।

6. It is intriguing………………………..basic Japanese.

कठिन शब्दार्थ : intriguing (इन्ट्रीगिंग) = विस्मयकारी, function (फक्श्न् ) = कार्य करना, effortlessly (एफट्लस्लि ) = बिना प्रयास किए, flawlessly (फ्लॉलस्लि) = बिना त्रुटि के, beards (बिअड्ज) = दाढ़ी, lilt (लिल्ट) = बोलने का ढंग, master (मास्ट(र) = प्रवीणता, basic (बेसिक्) = बुनियादी।

हिन्दी अनुवाद : श्रवण शक्ति के बिना एवलिन को बिना प्रयास किए संगीत बजाते देखने से विस्मय होता है। हमारे दो घण्टे के विचार-विमर्श में उसने एक शब्द भी अनसुना न किया। ‘झाड़ीदार दाढ़ी वाले लोगों से मुझे थोड़ी कठिनाई होती है।’ उसने हँस कर कहा, ‘केवल होंठों को ही नहीं देखना होता है, बल्कि सारा चेहरा देखना होता है, विशेषकर आँखों को।’ वह स्कॉटलैंड के बोलने के ढंग से बिना त्रुटि के बोलती हैं। ‘मेरी भाषा साफ इसलिए है कि मैं ग्यारह वर्ष की आयु तक सुन सकती थी’, वह कहती है। परन्तु इससे यह बात स्पष्ट नहीं होती कि उसने फ्रांस की भाषा (फ्रेंच) व बुनियादी जापानी भाषा कैसे सीख ली।

7. As for music………………………her legs.

कठिन शब्दार्थ : pours in (पॉज इन्) = प्रवेश करना, tingles (टिङ्ग्ल ज) = सनसनी अनुभव करना, skin (स्किन्) = त्वचा, cheekbones (चीकबोन्ज) = गालों की हड्डियाँ, stick (स्टिक्) = छड़ी, fingertips (फिङ्गटिप्स) = उँगली के छोर, leaning (लीनिङ्) = झुककर, resonances (रेजनन्स्ज ) = गूंज।

हिन्दी अनुवाद : जहाँ तक संगीत की बात है, वह स्पष्ट करती है, ‘यह मेरे शरीर के हर अंग में से प्रवेश करता है। मेरी त्वचा, मेरे गालों की हड्डियों और बालों में भी सनसनाहट पैदा करता है।’ जब वह जाइलॅफोन बजाती है तो ध्वनि छड़ियों में से होकर उसकी उँगलियों के छोरों में प्रवेश करती है। ढोलों का सहारा लेने से, वह गूंज को अपने शरीर में प्रवेश करती अनुभव करती है। लकड़ी की सेज पर वह अपने जूते उतार देती है ताकि कम्पन उसके पाँव में से होकर उसकी टाँगों में आ जाए।

8. Not surprisingly………………………..beautifully.”

कठिन शब्दार्थ : delights (डिलाइट्स) = आनन्दित करना, audiences (ऑडिअन्स्ज) = श्रोता, presented (प्रिजेन्ड) = दिया गया।

हिन्दी अनुवाद : इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि एवलिन अपने श्रोतागण का भरपूर मनोरंजन करती है। 1991 में उसे रॉयल फिलहामॉनिक सँसाइअटि ने उस वर्ष का एकल वादनकर्ता का अपना प्रतिष्ठित खिताब दिया। ढोल बजाने वाले गुरु जेम्ज ब्लेड्ज कहते हैं कि “ईश्वर ने उसकी श्रवण शक्ति तो ले ली किन्तु उसके बदले में कुछ विलक्षण वस्तु दी है। जो हम सुनते हैं उसे वह अनुभव करती है और हमसे कहीं अधिक . गहराई के साथ। यही कारण है कि वह संगीत इतने सुन्दर ढंग से व्यक्त करती है।”

9. Evelyn confesses……………………….cannot go.”

कठिन शब्दार्थ : confesses (कन्फेस्ज) = स्वीकार करती है, classical (क्लैसिक्ल) = शास्त्रीय, rewards (रिवॉड्ज) = फल, enormous (इनॉमस्) = व्यापक, concerts (कॉन्सट्स) = संगीत सभा, prisons (प्रिजन्ज) = जेलों, priority (प्राइऑरटि) = प्रधानता, shining (शाइनिंग) = उज्ज्व ल, inspiration (इन्स्परेशन्) = प्रेरणा।

हिन्दी अनुवाद : एवलिन यह स्वीकार करती है कि उसे काम का नशा है। ‘मुझे परिश्रम करना ही होता है प्रायः शास्त्रीय संगीतज्ञों से भी अधिक। परन्तु इसका फल भी व्यापक है।’ सामान्य संगीत सभाओं के अतिरिक्त, एवलिन, जेलों व अस्पतालों में भी मुफ्त संगीत सभाएँ करती है। वह युवा संगीतकारों की कक्षाओं को भी अधिक महत्त्व देती है। ‘बीथोवन फण्ड फॉर डेफ चिल्ड्रन’ की ऐन रिचलिन कहती है, वह बहरे बच्चों के लिए उज्ज्वल प्रेरणा है। वे देखते हैं कि कोई ऐसा स्थान नहीं है जिसे वे प्राप्त नहीं कर सकते हैं।’

10. Evelyn Glennie………………………..to millions.

कठिन शब्दार्थ : accomplished (अकम्प्लिश्ट) = प्राप्त कर लिया है, demonstrated (डेमन्स्ट्रेट्ड) = प्रदर्शित कर दिया, handicapped (हैन्डिकैप्ट्) = विकलांग, pleasure (प्लेश(र)) = मनोरंजन।

हिन्दी अनुवाद : एवलिन ग्लेनी अपनी आयु से दुगुने बड़े बहुत से लोगों से अधिक सफलता प्राप्त कर चुकी है। उसने ताल-वादन को ऑकिस्ट्रा में अग्रणी स्थान दिलाया है और यह प्रदर्शित किया है कि यह बहुत प्रभावशाली हो सकता है। उसने उन विकलांग लोगों को प्रेरणा दी है जो उसे देखकर कहते हैं, ‘यदि वह ऐसा कर सकती है, तो मैं भी कर सकता हूँ।’ और सबसे बढ़कर बात यह है कि उसने लाखों लोगों का मनोरंजन किया है।

Part-II 
The Shehnai of Bismillah Khan
[बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई] 

पढ़ने से पूर्व : 

क्या आप इन लोगों को जानते हैं ? वे कौनसे वाद्ययन्त्रों को बजाते हैं?


शहनाई के विषय में सोचते ही आपके मन में संभवतः किसी विवाह या इस ही प्रकार के किसी अन्य शुभ अवसर की कल्पना उभर आए। अगला विचार हो सकता है उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई बजाते हुए का हो।

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद 

1. Emperor………………shehnai. 

कठिन शब्दार्थ : emperor (एम्पर(र)) = सम्राट, banned (बैन्ड) = प्रतिबन्ध लगा दिया, royal residence (रॉइअल् रेजिडन्स्) = शाही निवास, shrill (शिल्) = तीखी, unpleasant (अनप्लेज्न्ट) = अप्रीतिकर, generic (जनेरिक्) = प्रतिनिधिक/कुख्यात, reeded (रीड्ड) = सरकंडे वाले, noisemakers (नॉइज्मेक(र)ज) = कर्कश स्वर पैदा करने वाला, revived (रिवाइव्ड) = पुनः उत्थान किया, barber (बाब(र)) = नाई, professional (प्रफेशन्ल) = पेशेवर, access (ऐकसेस्) = पहुँच, palace (पैलस्) = महल, improve (इमप्रूव्) = सुधार करना, tonal (टोन्ल) = ध्वनीय, hollow (हॉलो) = खोखला, stem (स्टेम्) = तना, melodious (मलोडिअस्) = मधुर, royalty (रॉइअल्टि) = राजपरिवार, impressed (इम्प्रेस्ट) = प्रभावित हुआ।

हिन्दी अनुवाद : सम्राट औरंगजेब ने एक पुंगी नाम के वाद्ययंत्र को शाही निवास में बजाने को प्रतिबन्धित कर दिया था क्योंकि इसकी तीखी अप्रीतिकर ध्वनि थी। सरकंडे से बने कर्कश स्वर पैदा करने वाले वाद्ययंत्रों में पुंगी का नाम कुख्यात हो गया था। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इसका पुनः उत्थान हो जायेगा। पेशेवर संगीतकारों के परिवार से संबंधित एक नाई, जिसकी शाही महल में पहुँच थी, ने पुंगी की ध्वनीय किस्म को सुधारने का निश्चय किया।

उसने एक प्राकृतिक खोखला तना चुना जो पुंगी की अपेक्षा अधिक लम्बा व चौड़ा था और उस पाइप पर सात छिद्र बनाए। जब उसने इन छिद्रों में से कुछ को खोलते व बन्द करते हुए इसे बजाया तो इसमें से कोमल व मधुर स्वर पैदा हुए। उसने राजपरिवार के सम्मुख इस वाद्ययंत्र को बजाया और प्रत्येक प्रभावित था। यह वाद्ययंत्र, पुंगी से इतना भिन्न था कि इसे नया नाम देना पड़ा था। कहानी इस प्रकार है, क्योंकि सर्वप्रथम इसे शाह (सम्राट) के कक्ष में बजाया गया था और इसे एक नाई द्वारा बजाया गया था, इसीलिए इस वाद्ययंत्र को ‘शहनाई’ नाम दिया गया था। 

2. The sound of………………….Ustad Bismillah Khan.

कठिन शब्दार्थ : auspicious (आस्पिशस्) = मांगलिक, indispensable (इनडिस्पेन्सव्ल्) = – परमावश्यक, component (कम्पोनन्ट) = अंग, ensemble (ऑन्सॉम्ब्ल् ) = कलाकार-मंडली।

हिन्दी अनुवाद : शहनाई का स्वर मांगलिक समझा जाने लगा। और इसी कारण यह अब भी मंदिरों में बजाई जाती है और उत्तर भारत के किसी भी विवाह-समारोहों का एक परमावश्यक अंग है। भूतकाल में शहनाई, राजा के दरबार की नौबत अर्थात् नौ वाद्ययंत्रों की पारम्परिक कलाकार-मंडली का एक हिस्सा होती थी। कुछ समय पहले तक इसका प्रयोग केवल मंदिरों व विवाहों में ही होता था। इसे शास्त्रीय मंच पर लाने का श्रेय उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को जाता है। 

3. As a five-year…………Bharat Ratna. 

कठिन शब्दार्थ : gilli-danda (गिल्ली-डंडा) = बच्चों का एक पारम्परिक खेल, ancient (एन्शन्ट्) = प्राचीन, civilian (सविलिअन्) = नागरिक।

हिन्दी अनुवाद : पाँच वर्ष की आयु में बिस्मिल्ला खाँ बिहार की प्राचीन रियासत डुमरांव में एक तालाब के किनारे गिल्ली-डंडा खेला करता था। वह नियमित रूप से भोजपुरी ‘चैत’ गाने के लिए समीप के बिहारीजी के मंदिर में जाया करता था और इसके अंत में स्थानीय महाराज से सवा किलो का लड्डू ईनाम में प्राप्त करता था। यह बात 80 वर्ष पुरानी है, और उस छोटे से बालक ने इतनी लंबी यात्रा की है कि उसने भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण – भारत रत्न तक कमाया है।

4. Born on………………………………… ………..players. 

कठिन शब्दार्थ : paternal (पटन्ल) = पैतृक, ancestors (ऐन्सेस्ट(र)ज) = पूर्वज।

हिन्दी अनुवाद : 21 मार्च, 1916 को जन्मे बिस्मिल्ला खाँ का संबंध बिहार के प्रसिद्ध संगीतज्ञों के परिवार से है। उसके दादा रसूल बख्श खाँ, भोजपुर नरेश के दरबार में शहनाई-नवाज थे। उसके पिता पैगम्बर बख्श व अन्य पैतृक पूर्वज भी महान शहनाई-वादक थे।

5. The young boy……………………………………the shehnai.

कठिन शब्दार्थ : maternal uncle (मटन्ल् अङ्ल् ) = मामाजी, fascinated (फैसिनेट्ड) = मोहित था, captivated (कैप्टिवेट्ड) = मंत्र-मुग्ध, apprentice (अप्रेन्टिस्) = प्रशिक्षु, haunts (हॉन्ट्स) = स्थान, solitude (सॉलिट्यूड्) = एकान्त, improvise (इम्प्रवाइज्) = तत्काल रचना करना, on end (ऑन् एन्ड्) = लगातार।

हिन्दी अनुवाद : इस बालक ने छोटी आयु में ही संगीत सीखना आरम्भ कर दिया। तीन वर्ष की आयु में जब उसकी माँ उसे उसके मामा के घर बनारस (वाराणसी) ले गई, तो बिस्मिल्ला अपने मामा को शहनाई का अभ्यास करते देखकर मोहित हो जाता था। शीघ्र ही बिस्मिल्ला ने अपने मामा अली बख्श के साथ वाराणसी के विष्णुजी के मंदिर में जाना आरम्भ कर दिया, वहाँ बख्श को शहनाईवादन के लिए नियुक्त किया हुआ था।

अली बख्श शहनाई बजाते और बिस्मिल्ला घंटों लगातार मंत्र-मुग्ध बैठे रहते। धीरे-धीरे, उसने इस यंत्र को बजाने के पाठ सीखना आरम्भ कर दिया और दिनभर बैठकर अभ्यास करता रहता। आने वाले अगले कई वर्षों तक बालाजी और मंगला मैया के मंदिर और गंगा तट इस युवा प्रशिक्षु के प्रिय स्थान बन गए जहाँ वह एकान्त में अभ्यास कर सकता था। गंगा का बहता जल उसे तात्कालिक रचनाएँ और रागों के आविष्कार के लिए प्रेरित करता था जो पहले शहनाई के सीमा क्षेत्र से परे समझे जाते थे। 

6. At the age………………………on radio. 

कठिन शब्दार्थ : accompanied (अकम्पनिड) = के साथ, recital (रिसाइट्ल) = संगीत प्रस्तुति।

हिन्दी अनुवाद : 14 वर्ष की आयु में बिस्मिल्ला अपने मामा के साथ इलाहाबाद संगीत सभा में गया। उसकी संगीत-प्रस्तुति के अन्त में, उस्ताद फैयाज खाँ ने इस युवा बालक की पीठ थपथपाई और कहा, ‘कठिन परिश्रम करो और तुम निश्चय ही सफल हो जाओगे।’ 1938 में लखनऊ में ऑल इण्डिया रेडियो के खुल जाने से बिस्मिल्ला को एक बड़ा अवसर प्राप्त हो गया। वह शीघ्र ही रेडियो पर प्रायः सुने जाने वाला शहनाईवादक बन गया। 

7. When India gained……..speech. 

कठिन शब्दार्थ : gained (गेन्ड) = प्राप्त की, greet (ग्रीट) = अभिवादन करना।
हिन्दी अनुवाद : जब 15 अगस्त, 1947 को भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की तो बिस्मिल्ला खाँ अपने शहनाईवादन से राष्ट्र का अभिवादन करने वाले प्रथम भारतीय बन गये। उसने अपना हृदय-भाव लाल किले से अपने श्रोतागण के सामने उडेला जिसमें महात्मा गाँधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू भी सम्मिलित थे, जिसके तत्पश्चात् नेहरूजी ने अपना प्रसिद्ध भाषण ‘भाग्य से मुलाकात’ दिया।

8. Bismillah Khan has……………………….emphasis.

कठिन शब्दार्थ : memorable (मेमरब्ल) = स्मरणीय, abroad (अब्रॉड्) = विदेश में, trip (ट्रिप) = यात्रा, souvenirs (सूवनिअ(र)ज) = स्मृति चिह्न, compositions (कॉम्पजिशन्ज) = रचनाएँ, chartbuster (चाटबस्ट्(र)) = रिकार्ड तोड़ने वाला, celluloid (सेल्युलॉइड) = फिल्म, ventures (वेन्च(र)ज) = प्रयास, artificiality (आटिफिल्टि ) = बनावटीपन, glamour (ग्लैम(र)) = तड़क-भड़क, emphasis (एम्फसिस्) = जोरदार ढंग से।

हिन्दी अनुवाद : बिस्मिल्ला खाँ ने भारत व विदेश में कई स्मरणीय सार्वजनिक प्रदर्शन किए हैं। उसकी प्रथम विदेश यात्रा अफगानिस्तान की थी जहाँ राजा जहीरशाह इस उस्ताद से इतना मोहित हुआ कि उसने इसे मूल्यवान ईरानी गलीचे व अन्य स्मृति चिह्न भेंट किये। अफगानिस्तान का राजा ही एकमात्र व्यक्ति नहीं था जो बिस्मिल्ला के संगीत से प्रभावित हुआ हो। फिल्म निर्देशक विजय भट्ट एक मेले में बिस्मिल्ला का वादन सुनकर इतना प्रभावित हुआ कि उसने फिल्म का नाम इस वाद्ययंत्र पर रखा ‘गूंज उठी शहनाई’।

यह फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई और बिस्मिल्ला की एक रचना ‘दिल का खिलौना हाय टूट गया’ ने देशभर का रिकार्ड तोड़ दिया। फिल्म जगत् में इस भारी सफलता के बावजूद, बिस्मिल्ला खाँ का फिल्मी संगीत का प्रयास केवल दो फ़िल्मों तक ही सीमित रहा विजय भट्ट की ‘गूंज उठी शहनाई’ और विक्रम श्रीनिवास की साहसिक कन्नड़ फिल्म, ‘सनधी अपन्ना’। ‘मैं फिल्म जगत् की बनावटपन व तड़क-भड़क के साथ समझौता नहीं कर सकता’, वे पूरे जोरदार ढंग से कहते हैं। 

9. Awards and…….Bismillah Khan.

कठिन शब्दार्थ : recognition (रेकग्निश्न्) = सम्मान, auditorium (ऑडिटॉरिअम्)=श्रोतामंडप । 

हिन्दी अनुवाद : उपाधियाँ व सम्मान भारी संख्या में और जल्दी-जल्दी आने लगे। बिस्मिल्ला खाँ पहले भारतीय थे जिन्हें अमेरिका में प्रतिष्ठित लिंकन सेन्टर हॉल में वादन प्रदर्शन करने के लिए निमंत्रित किया गया। उन्होंने मॉन्ट्रिअल में विश्व प्रदर्शनी, केन्स में कला मेला और ओसामा का व्यापार मेला में भी भाग लिया। अन्तर्राष्ट्रीय जगत में वह इतने प्रख्यात हो गये कि तेहरान में एक श्रोतामंडप का नाम उसके नाम पर ‘ताहर मोसिकी उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ’ रखा गया था। 

10. National awards………………………on him. 

कठिन शब्दार्थ : conferred on (कनफ(र)ड ऑन्) = प्रदान करना। हिन्दी अनुवाद : राष्ट्रीय उपाधियाँ जैसे पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण उनको प्रदान की गईं। 

11. In 2001………………………our music. 

कठिन शब्दार्थ : coveted (कवड) = ललचाने वाली, glinting (ग्लिन्टग) = चमक रही थी।

हिन्दी अनुवाद : 2001 में उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया। यह ललचाने वाली उपाधि उनकी छाती पर टिकी थी और उनकी आँखें अद्भुत प्रसन्नता से चमक रही थीं, और उन्होंने कहा, ‘मैं तो केवल यह कहना चाहता हूँ कि अपने बच्चों को संगीत सिखाओ, यह हिन्दुस्तान की मूल्यवान परम्परा है। अब तो पश्चिम वाले भी हमारा संगीत सीखने आ रहे हैं।’ 

12. In spite of…..of Dumraon.

कठिन शब्दार्थ : exceedingly (इक्सीडिल्लि ) = अत्यधिक, replicating (रेप्लिकेटिङ्) = प्रतिकृति बनाकर, unique (युनीक्) = अद्भुत। 

हिन्दी अनुवाद : विश्वभर में इतनी यात्रा करने के पश्चात् भी खाँ साहब, जैसा कि उनको प्रेम से सम्बोधित किया जाता हैको बनारस व डुमरांव अत्यधिक प्रिय हैं और वे उनके लिए संसार के सबसे अधिक अद्भुत नगर हैं। एक बार उनका एक शिष्य यह चाहता था कि वे अमेरिका में शहनाई के स्कूल का नेतृत्व करें और उस शिष्य ने वचन दिया कि बनारस के मंदिरों की प्रतिकृति तैयार कर बनारस के वातावरण की पुनः रचना कर दी जायेगी।

परन्तु खाँ साहब ने पूछा कि क्या वह गंगा को भी वहाँ से उठाकर ले आएगा। तत्पश्चात् उस बात को याद करके उन्होंने कहा, ‘यही कारण है कि जब मैं विदेश में होता हूँ तो हिन्दुस्तान को याद करता हूँ। जब मुम्बई में होता हूँ तो केवल वाराणसी और पवित्र गंगा को याद करता हूँ। और जब वाराणसी में होता हूँ, तो मैं डुमरांव के अद्भुत मढे (छाछ) की कमी अनुभव करता हूँ।’ 

Shekhar Gupta : ……………………….good laugh. 

शेखर गुप्ता : जब बंटवारा हुआ तो क्या आपने और आपके परिवार जनों ने पाकिस्तान जाने की नहीं सोची ? बिस्मिल्ला खाँ : ईश्वर न करे कि मैं बनारस कभी छोडूं। एक बार में पाकिस्तान गया था। मैंने सीमा केवल इसलिए पार की थी कि मैं कह सकूँ कि मैं पाकिस्तान गया था। मैं वहाँ केवल एक घंटा रहा। मैंने पाकिस्तानियों को नमस्कार कहा और भारतीयों को वालेकम सलाम कहा। और मैं जोर से हँसा।

(Readers’ Digest, October 2005) 

13. Ustad Bismillah Khan……………mourning. 

कठिन शब्दार्थ : cultural (कल्चरल) = सांस्कृतिक, heritage (हेरिटिज) = विरासत, devout (डिवाउट्) = धर्मनिष्ठ, passed away (पास्ट अवे) = देहावसान हो जाना, prolonged illness (पॅलॉड् इलनस्) = लम्बी बीमारी, state funeral (स्टेट् फ्यूनरल) = राजकीय अंत्येष्टि, national mourning (नैशनल मॉनिंग) = राष्ट्रीय शोक।

हिन्दी अनुवाद : उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का जीवन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा का उत्तम उदाहरण है, ऐसा जो सहज भाव से यह स्वीकार करता है कि उसके जैसा धर्मनिष्ठ मुसलमान भी स्वाभाविक रूप से प्रत्येक प्रभात के समय काशी के विश्वनाथ मंदिर में शहनाई बजा सकता है। [21 अगस्त, 2006 को उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का 90 वर्ष की उम्र में एक लम्बी बीमारी के पश्चात् देहावसान हो गया। उनकी राजकीय अंत्येष्टि की गई और भारत सरकार ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया।]

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