6 Weathering the Storm in Ersama

• पाठ के विषय में : अक्टूबर, 1999 में उड़ीसा में जो चक्रवात आया उसने हजारों लोगों को मार डाला तथा सैकड़ों गाँवों का सर्वनाश कर डाला। दो भयानक रात्रियों तक प्रशान्त नामक एक युवक एक मकान की छत पर असहाय स्थिति में छूट गया। तीसरे दिन उसने अपने गाँव जाने का निश्चय किया। क्या उसे उसका परिवार मिल पाया?

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद  

1. On 27 October, 1999……………………several days that followed.

कठिन शब्दार्थ : Block headquarters (ब्लॉक् हेड्क्वॉटज्) = खण्ड मुख्यालय, coastal (कोस्ट्ल) = किनारे पर स्थित, menacing (मेनेस्ङ्) = धमकी भरे, fury (फ्यूअरि) = प्रचण्ड क्रोध, witnessed (विट्नस्ट) = देखा, incessant (इन्सेसन्ट) = लगातार, crashed (कैश्ट) = गिर पड़े, screams (स्क्रीम्ज) = चीखें, rent (रेन्ट) = चीर दिया, swiftly (स्विट्ल) = तेजी से, swirled (स्वल्ड्) = भँवर बनाती हुई, चक्कर खाती हुई, mortar (मॉट(र)) = चूना, सीमेंट आदि, survive (सवाइव्) = बचे रहना, devastation (डेवस्टेशन्) = विनाश, velocity (वलॉसटि) = गति,

uprooted (अपरूटिड) = उखड़ गये, damaging (डैमजङ्) = क्षति पहुँचाते, cyclone (साइक्लोन्) = भयानक तूफान के साथ कभी-कभी बरसात का होना, hit (हिट्) = टकराये, आया, dreadful (ड्रेड्फ्ल् ) = भयानक, marooned (मॅरून्ड्) = असहाय स्थिति में रह जाना, crazed (क्रेज्ड) = पागलपनपूर्ण, wrought (रॉट) = कर दिया गया, surge (सॅज्) = उफान, refuge (रिफ्यूस्) = शरण, glimpse (ग्लिम्प्स) = झलक,

grey (ग्रे) = धुंधली, raging (रेज्ङ्) = अति क्रुद्ध, fractured (फ्रैकच(र)ड) = दरारों से परिपूर्ण, bloated (ब्लोटिड्) = फूली हुई, carcasses (काकस्ज) = जानवरों के शव, corpses (कॉप्स्ज ) = लाशें, blessing (ब्लेसिंग) = आशीर्वाद, वरदान, disguise (डिस्गाइज) = . दूसरे वेश में, tender (टेन्डॅ(र)) = मुलायम, trapped (ट्रेप्ट) = फँसी हुई, starving (स्टावङ्) = भूखे मरना।

हिन्दी अनुवाद : 27 अक्टूबर, 1999 को, अपनी माँ की मृत्यु के सात वर्ष बाद, प्रशान्त एरसामा नामक खण्ड मुख्यालय गया था, जो तटीय उड़ीसा का एक छोटा-सा कस्बा था, और उसके गाँव से करीब 18 किमी. की दूरी पर था, वहाँ वह एक मित्र के साथ दिन गुजारने गया था। शाम के समय एक काला तथा भयानक दिखाई देने वाला तूफान शीघ्रता के साथ मण्डराने लगा। हवाओं ने मकानों पर इतनी तेज गति तथा क्रोध के साथ थपेड़े मारे जैसा प्रशान्त ने पहले कभी नहीं देखा था। भारी एवं लगातार चलने वाली बरसात से अन्धेरा छा गया था, पुराने वृक्ष उखड़ कर जमीन पर आकर धड़ाम से गिर पड़े थे।

चीखों ने हवा को चीर दिया था जब लोग तथा अपने घर तेजी से बहने लगे थे। क्रुद्ध जल उसके मित्र के घर में चक्कर खाता हुआ प्रवेश कर गया तथा गर्दन तक की ऊँचाई तक भर गया। इमारत ईंटों तथा चूने के गारे आदि से बनी थी, और इतनी मजबूत थी कि हवा की 350 किमी. की गति के विनाश से बच गयी थी। लेकिन परिवार का बर्बर भय तब बढ़ गया जब पेड़ ढह कर गिरने लगे। ये उखड़ कर उनके मकान पर गिर रहे थे, कभी-कभी रात के मध्य में तथा इसकी छत एवं दीवारों को हानि पहुँचा रहे थे।

चक्रवात द्वारा लाया गया पागलपनपूर्ण यह विनाश तथा समुद्र का उफान अगले 36 घण्टों तक जारी रहा, यद्यपि हवा की गतियाँ अगली सुबह तक थोड़ी कम हो गयी थीं। घर के भीतर पानी के चढ़ते हुए स्तर से बचने के लिए प्रशान्त और उसके मित्र के परिवार ने छत के ऊपर शरण ले ली थी। इस प्रभावशाली चक्रवात द्वारा किए गए विध्वंस की अपनी पहली झलक के जो झटके प्रशान्त ने प्रात:काल की मद्धिम रोशनी में अनुभव किए, उन्हें वह कभी भी भूल नहीं पाएगा।

जहाँ तक आँखें देख सकती थीं, क्रोधी और मृत्युकारी पानी की भूरी चादर ने सभी चीजों को ढक रखा था, केवल कुछ स्थानों पर टूटे हुए सीमेंट के घर खड़े हुए थे। सभी दिशाओं में फूले हुए पशुओं तथा मनुष्यों के शव बह रहे थे। सभी ओर विशाल पुराने वृक्ष भी गिर गए थे। उनके घर की छत पर नारियल के दो पेड़ गिर गए थे। यह एक छिपा हुआ वरदान था क्योंकि वृक्ष के मुलायम फलों ने कई दिनों तक फंसे हुए परिवार को भूखों मरने की नौबत आने की स्थिति से बचा लिया। 

2. For the next……………………..ahead together. 

कठिन शब्दार्थ : huddled (हड्ल्ड ) = गठरी बन कर बैठना, froze (फ्रोज) = जम गये, incessant (इनसेस्न्ट) = लगातार। flashed (फ्लैश्ट) = कौंधती, चमकती, bereaved (बिरीव्ड) = वंचित होना, ceased (सीस्ड) = रुक गई, recede (रिसीड) = पीछे हटना, determined (डिटिमन्ड) = निश्चय किया, seek out (सीक् आउट) = ढूँढ़ निकालना, delay (डिले) = देरी, pleaded (प्लीड्ड) = तर्क दिया, प्रार्थना की, equipped (इक्विप्ट) = उपकरण लिये, sturdy (स्टड्)ि = मजबूत, expedition (एक्स्पडिश्न्) = अभियान, constantly (कॉन्स्टट्ल) = लगातार, locate (लॉकेट) = स्थान ढूँढ़ना, shallow (शैलो) = उथला, several (सेव्रल्) = कई, relieved (रिलीव्ड्) = राहत महसूस की, ahead (अहेड्) = आगे।

हिन्दी अनवाद : अगले दो दिनों तक प्रशान्त अपने मित्र के परिवार के साथ छत के ऊपर खले स्थान में गठरी बन कर बैठा रहा। वे ठण्ड तथा निरन्तर वर्षा के कारण जम (ठिठुर) से गए; वर्षा के पानी ने प्रशान्त के आँसुओं को धो डाला। उसके मस्तिष्क में केवल एक ही विचार था कि इस भयंकर चक्रवात के क्रोध के उपरान्त उसका परिवार जीवित बचा होगा या नहीं। क्या उसे एक बार फिर परिवार से वंचित होना पड़ेगा?

दो दिन के पश्चात्, जो प्रशान्त को दो वर्षों की भाँति महसूस हुए, वर्षा थम गई और वर्षा के जल का स्तर नीचे जाने लगा। प्रशान्त ने दृढ़ निश्चय किया कि और अधिक देरी किए बिना अपने परिवार को ढूँढ़ ले। परन्तु स्थिति अभी भी खतरे से खाली नहीं थी और उसके मित्र के परिवार ने प्रशान्त से थोड़ा और अधिक समय तक रुकने का अनुरोध किया। परन्तु प्रशान्त जानता था कि उसे जाना ही है। – उसने एक लम्बी और मजबूत छड़ी अपने साथ ली और तूफान युक्त बाढ़ वाले जल के बीच, अठारह किलोमीटर की दूरी पर स्थित अपने गाँव की ओर चलने का अभियान प्रारम्भ किया।

उस यात्रा को वह कभी भी नहीं भूल पाएगा। सड़क की स्थिति तथा कम से कम गहरे पानी के स्थान को जानने के लिए उसे निरन्तर अपनी छड़ी का प्रयोग करना पड़ा। कई स्थानों पर पानी कमर जितना गहरा था और उसकी प्रगति (आगे बढ़ना) मन्द हो जाती थी। कई स्थानों पर वह सड़क को खो देता था और उसे तैरना पड़ता था। कुछ दूरी तय करने के बाद उसे उस समय राहत मिली जब उसके चाचा के दो मित्र उसे मिल गए जो उसके गाँव की तरफ ही लौट रहे थे। उन्होंने इकट्ठे आगे बढ़ने का निर्णय लिया। 

3. As they waded…………………………………..seemed to be there.

कठिन शब्दार्थ : waded (वेड्ड) = निकले, गुजरे, macabre (मकाब्र) = भयावह, barely (बेअलि) = मुश्किल से, catastrophe (कॅटैस्ट्रफि) = विपत्ति, eventually (इवेन्चुअलि) = अन्त में, remnants (रेम्ननन्ट्स) = अवशेष, belongings (बिलाङिङ्) = सम्पत्ति, mangled (मैङ्ग्ल्ड ) = क्षत-विक्षत, twisted (ट्विस्ट्ड) = मुड़ी हुई, maternal grandmother (मटन्ल् ग्रैन्मदर्) = नानी, outstretched (आउटस्ट्रेचट्) = फैलाये, brimming (ब्रिमङ्) = आँसुओं से भरी हुई, miracle (मिरक्ल) = चमत्कार, extended (इक्स्टेन्ड्ड) = फैले हुए, hugged (हगड) = आलिंगन किया, anxiously (ऐक्श स्लि ) = उत्सुकतापूर्वक, scanned (स्कैन्ड) = देखा, motley (मॉट्लि) = रंगबिरंगी, battered (बैटड्) = क्षतविक्षत।

हिन्दी अनुवाद : पानी में होकर गुजरते हुए उन्होंने जो दृश्य देखे, वे और अधिक वीभत्स होते चले गए। ज्यों-ज्यों वे आगे की ओर बढ़ते गए, त्यों-त्यों उन्हें बहाव की तीव्रता से उनकी ओर लाए जाने वाले पुरुषों, महिलाओं तथा बच्चों की लाशों और कुत्तों, बकरियों तथा अन्य पशुओं के शवों को एक तरफ धकेलना पड़ता था। प्रत्येक गाँव जहाँ से वे गुजरे थे, उन्हें वहाँ मुश्किल से ही कोई मकान खड़ा हुआ दिखाई देता था। अब प्रशान्त काफी देर तक फूट-फूट कर रोता रहा। उसे निश्चय हो गया कि उस विपत्ति में उसका परिवार नहीं बच पाया होगा।

अन्त में, प्रशान्त अपने गाँव कालीकुड में पहुँच गया। उसका हृदय उत्साहहीन हो गया। जहाँ उसका घर था, उस स्थान पर उसकी छत के अवशेष पड़े थे। उनकी कुछ सम्पत्ति (सामान) पेड़ों की शाखाओं में अटकी हुई, टूटी हुई या मुड़ी हुई, काले पानी के ऊपर नजर आ रही थी। अपने परिवार की तलाश करने के लिए प्रशान्त ने रैड क्रॉस शरणस्थल पर जाने का निर्णय लिया। भीड़ में नजर आने वाले व्यक्तियों में उसने सर्वप्रथम अपनी नानी को देखा। हालांकि भूख के कारण वह निर्बल हो चुकी थी, परन्तु अपने हाथ फैलाकर और अश्रुपूर्ण नेत्रों से वह तीव्र गति से आगे बढ़ी। यह एक चमत्कार था। उन्होंने उसे काफी समय पहले मरा हुआ समझ लिया था।

थोड़ी देर में यह समाचार फैल गया और उसके परिवार के अन्य सदस्य उसके इर्द-गिर्द इकट्ठे हो गए और राहत महसूस करते हुए उसका कसकर आलिंगन किया। प्रशान्त ने चाह भरी दृष्टि से उस रंग-बिरंगे तथा क्षत-विक्षत समूह को देखा। उसके भाई और बहन, उसके चाचा और चाचियाँ, सभी वहाँ दिखाई पड़े। 

4. By the next…………………………..injured. 

कठिन शब्दार्थ : desperate (डेस्परट) = निराशाजनक, situation (सिचुएश्न्) = स्थिति, grip (ग्रिप्) = पकड़, नियन्त्रण, sensed (सेन्स्ट) = महसूस किया, deathly grief (डेथलि ग्रीफ्) = मृत्यु के शोक जैसा, washed away (वॉश्ट अवे) = बह गये, tumult of people (ट्यूमल्ट ऑव् पीप्ल्) = उत्तेजित अपार भीड़, organized (ऑगनाइज्ड) = संगठित किया, pressurise (प्रेशराइज) = दबाव डाला, delegation (डेलिगेश्न्) = प्रतिनिधियों का दल, succeeded (सक्सीड्ड) = सफलता मिली, triumphantly (ट्राइअम्फट्लि ) = विजयी होकर, entire (इन्टाइअ(र)) = समूचा, rotting (रॉट्ङ्) = खराब हो रहे थे, reluctant (रिलक्टन्ट) = अनिच्छापूर्वक, survivors (सवाइव्(र)स) = जीवित बचे हुए, bellies (बेलिज्) = पेट, volunteers (वॉलन्टिअ(र)ज) = स्वयं-सेवक, filth (फिल्थ्) = गंदगी, मैला पदार्थ, wounds (वून्ड्ज) = घाव। 

हिन्दी अनुवाद : अगली सुबह तक वह शरणस्थल की निराशाजनक स्थिति का जायजा ले चुका था, उसने अपने ऊपर नियन्त्रण करने का निश्चय किया। उसने शरण-स्थल में शरण पाए हुए 2500 सशक्त व्यक्तियों के घातक दु:ख को समझा। गाँव के 86 व्यक्ति मर चुके थे। सभी 96 घर बह गए थे। शरण-स्थल में यह उनका चौथा दिन था। अब तक उन्होंने हरे नारियलों पर जीवन-यापन किया था, परन्तु इतनी बड़ी अपार भीड़ के लिए वे कम थे। जब अन्य कोई व्यक्ति नेता नहीं बना तो उन्नीस वर्षीय प्रशान्त ने अपने गाँव का नेता बनने का निर्णय लिया। 

उसने व्यापारी के ऊपर एक बार दोबारा चावल बाँटने के लिए मिल-जुलकर दबाव बनाने हेतु नवयुवकों तथा वृद्ध पुरुषों का समूह संगठित किया। इस बार प्रतिनिधिमण्डल को सफलता मिल गई और वे पानी के उतरते हुए स्तर के बीच सभी शरणार्थियों के लिए खाद्य सामग्री लेकर विजयी होकर लौटे। इस बात की किसी को परवाह नहीं थी कि वह चावल पहले ही सड़ रहा था।

उन्होंने गिरे हुए वृक्षों की शाखाएँ इकट्ठी की ताकि धीमी और अनिच्छुक आग जलायी जा सके और उसके ऊपर चावल पकाये जा सकें। चार दिनों में पहली बार चक्रवात शरण-स्थल के जीवित शरणार्थियों ने भरपेट भोजन खाया था। उसका अगला कार्य नवयुवक स्वयं-सेवकों का एक दल संगठित करना था ताकि वे शरण-स्थल में से गन्दगी, पेशाब, उल्टियाँ और बहती हुई लाशों को हटा दें तथा घायल लोगों के घावों तथा टूटी हड्डियों का इलाज कर सकें। 

5. On the fifth …………………………….. hour of grief.

कठिन शब्दार्थ : dropped (ड्रॉप्ट) = गिराये, parcels (पास्ल्स् ) = बण्डल, utensils (यूटेन्स्ल्स ) = बर्तन, communicate (कॅम्यूनिकेट) = सन्देश भेजना, basic needs (बेसिक् नीड्स) = बुनियादी जरूरतें, orphaned (ऑफ्न्ड ) = अनाथ, mobilised (मोबिलाइज्ड) = गतिमान किया, secured (सिक्युअ(र)ड) = प्राप्त किया, grief (ग्रीफ्) = दुःख, persuaded (पस्वेड्ड) = राजी किया, engaged (इन्गेज्ड) = व्यस्त हो गया, जुट गया, initial (इनिश्ल) = प्रारम्भिक, resisted (रिजिस्ट्ड) = विरोध किया, stigma (स्टिग्मा) = कलंक, foster (फॉस्ट(र)) = लालन-पालन करना, adult care (ऐडल्ट केअ(र)) = बड़ों द्वारा देखभाल, wounded spirit (वून्डिड स्पिरिट) = घायल आत्मा, healed (हील्ड) = स्वस्थ होना, bother (बॉद(र)) = चिन्ता करना, seek out (सीक आउट) = ढूँढ़ते हैं, darkest hour of grief (डाक्स्ट आउअ(र) ऑव ग्रीफ्) = दुःख की काली घड़ी।

हिन्दी अनुवाद : पाँचवें दिन, सेना का एक हेलिकॉप्टर शरण-स्थल के ऊपर से उड़ा और उसने खाद्य पदार्थों के कुछ पैकेट नीचे गिराये। फिर वे वापस नहीं आए। नवयुवक स्वयं-सेवक दल ने शरण-स्थल में से खाली बर्तन उठाए। फिर उन्होंने बच्चों को शरण-स्थल के चारों ओर जहाँ से पानी हट गया था, रेत के ऊपर, अपने पेटों के ऊपर खाली बर्तन रख कर लेटने के लिए नियुक्त किया ताकि ऊपर से गुजरते हुए हेलिकॉप्टरों को पता चल जाए कि वे भूखे हैं।

यह सन्देश पहुँच गया और उसके बाद हेलिकॉप्टरों ने शरण-स्थल के नियमित दौरे किए और खाद्य-सामग्री तथा अन्य आवश्यक वस्तुएँ नीचे गिराईं। प्रशान्त ने पाया कि एक बहुत बड़ी संख्या में बच्चे अनाथ हो गए थे। उसने उन्हें इकट्ठा किया और उनके लिए पॉलीथीन की चादर लगाकर शरणस्थल बना दिया। उनकी देख-रेख के लिए महिलाओं को सक्रिय बनाया गया जबकि शरणार्थियों के लिए खाद्य-सामग्री तथा अन्य आवश्यक सामग्री पुरुष जुटाते थे।

कई सप्ताह बीत जाने पर प्रशान्त ने तेजी से जान लिया कि महिलाएँ और बच्चे अपने दु:ख में अधिकाधिक डूबते जा रहे हैं। उसने महिलाओं को काम के बदले अनाज कार्यक्रम में भाग लेने के लिए राजी कर लिया जिसे एक एन.जी.ओ. ने प्रारम्भ किया था और बच्चों की खातिर उसने खेल-प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। वह स्वयं क्रिकेट खेलना पसन्द करता था और इसलिए उसने बच्चों के लिए क्रिकेट के मैचों का आयोजन किया। अन्य स्वयं-सेवकों सहित, प्रशान्त, विधवाओं और बच्चों की सहायता के कार्य में जुट गया ताकि वे अपने जीवन के क्षत-विक्षत टुकड़ों को संभाल सकें। 

अनाथों और विधवाओं के लिए संस्थाएँ स्थापित करना सरकार की प्रारम्भिक योजना थी। परन्तु इस कदम का सफलतापूर्वक विरोध किया गया क्योंकि यह महसूस किया गया कि इस प्रकार की संस्थाओं में बड़े हुए बच्चे प्रेम से वंचित रहेंगे और विधवाएँ कलंकों और अकेलेपन से ग्रस्त होंगी।

प्रशान्त के दल का विश्वास था कि अनाथों को उन्हीं के समुदाय के भीतर पुनर्वासित किया जाए, सम्भव हो तो उन पोषक परिवारों में जो बिना बच्चों वाली विधवाओं और बड़ों की देखरेख से वंचित बच्चों के योग से बने हुए हों। भीषण चक्रवात से हुए विनाश को छः महीने बीत चुके हैं। इस समय प्रशान्त की घायल आत्मा स्वस्थ हो चुकी है क्योंकि उसके पास स्वयं के दर्द की चिन्ता करने का समय ही नहीं था। उसका खूबसूरत और युवा चेहरा ही था, जिसे उसके गाँव की विधवाएँ और अनाथ बच्चे उनके दुःख की सबसे काली घड़ी में तलाशती

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