Chapter 15 मातुलचन्द्र Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में एक अत्यन्त सरल संस्कृत में बाल-गीत है, जिसमें एक बालक चन्दा-मामा को सम्बोधित करते हुए कहता है कि हे चन्दामामा! तुम कहाँ से आते हो? तुम कहाँ जाते हो? यह नीला आकाश बहुत विशाल है। तुम मेरे घर क्यों नहीं आते हो? हे चन्दामामा ! तुम शीघ्र आओ, मुझे गीत […]

Chapter 14 अहह आः च Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में एक रोचक कथा के माध्यम से प्रेरणा दी गई है कि परिश्रम और लगन से | कठिन से भी कठिन कार्य को सरलता से सम्पन्न किया जा सकता है। पाठ के कठिन-शब्दार्थ- लीनः = संलग्न, तल्लीन।  वाञ्छति = चाहता/चाहती है।  कोऽपि (कः + अपि) = कोई भी।  आनय = लाओ।  […]

Chapter 13 विमानयानं रचयाम Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में अत्यन्त सरल संस्कृत के श्लोकों में बालकों के मनोभावों को व्यक्त किया गया है।प्रथम श्लोक में बालक परस्पर में एक-दूसरे का आह्वान करते हुए एक वायुयान का निर्माण करके आकाश में स्वच्छन्दता के साथ घूमना चाहते हैं।द्वितीय श्लोक में उन्नत वृक्षों और भवनों को लाँघने, आकाश में विचरण करने तथा […]

Chapter 12 दशमः त्वम असि Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में बालकों की एक रोचक कथा के माध्यम से एक से दस तक की संस्कृत में संख्याओं का ज्ञान कराया गया है तथा बालकों के स्वभाव का सुन्दर चित्रण किया गया है। पाठ के कठिन-शब्दार्थ : इदानीम् = अब।  एकदा = एक बार।  स्नानाय = नहाने के लिए।  निर्मलम् = साफ।  […]

Chapter 11 पुष्पोत्सवः Hindi Translation

पाठ-सार – प्रस्तुत पाठ में फूलों के उत्सव का वर्णन हुआ है। यह उत्सव ‘फूलवालों की सैर’ नाम से प्रसिद्ध है। पाठ में बताया गया है कि भारत देश में विभिन्न प्रकार के उत्सव मनाये जाते हैं। उनमें से प्रमुख यह पुष्पोत्सव है। इसका आयोजन देहली के मेहरौली क्षेत्र में अक्टूबर के महीने में होता […]

Chapter 10 कृषिकाः कर्मवीराः Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में किसानों के कष्टमय एवं कर्मशील जीवन का वर्णन किया गया है। सामान्यतः किसान के रूप में पुरुषों का ही उल्लेख होता है, किन्तु कृषि-कार्य में महिलाओं का भी योगदान पुरुषों से कम नहीं है। इसलिए प्रस्तुत पाठ में लेखक ने विशेष रूप से महिला-किसानों का वर्णन किया है। वस्तुतः सच्चे […]

Chapter 9 क्रीडास्पर्धा Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में ‘क्रीडा स्पर्धा’ विषय पर आधारित बालकों के वार्तालाप के माध्यम से सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बताया गया है। संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। संज्ञा शब्द में जो विभक्ति, वचन तथा लिङ्ग होते हैं, सर्वनाम शब्दों में भी वही विभक्ति, वचन एवं लिङ्ग का प्रयोग […]

Chapter 8 सूक्तिस्तबकः Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में संस्कृत की कुछ श्रेष्ठ सूक्तियों का संकलन हुआ है। ‘सूक्ति’ शब्द का अर्थ हैअच्छा वचन। कम शब्दों में जीवन के मूल्यवान् आदर्शों को सुन्दरता से व्यक्त करने के लिए संस्कृत-साहित्य में हजारों सूक्तियाँ प्रसिद्ध हैं। इस पाठ में पाँच महत्त्वपूर्ण सूक्तियों से युक्त प्रेरणास्पद श्लोक दिये गये हैं।  पाठ के […]

Chapter 7 बकस्य प्रतिकारः Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में एक कथा के माध्यम से यह बताया गया है कि दुर्व्यवहार का फल दुःखदायी होता है। अतः सुख चाहने वाले मनुष्य को हमेशा सद्व्यवहार करना चाहिए। साथ ही इस पाठ में अव्ययों का ज्ञान कराया गया है। अव्यय वे शब्द होते हैं जिनके रूप में लिंग, वचन, पुरुष, काल आदि […]

Chapter 6 समुद्रतटः Hindi Translation

पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में चित्रों के माध्यम से समुद्रतटों का वर्णन किया गया है। भारत में अनेक सुप्रसिद्ध समुद्रतट हैं, उनमें मुम्बई, गोवा, कोच्चि, कन्याकुमारी आदि अत्यधिक प्रसिद्ध समुद्रतट हैं। इन समुद्रतटों पर देशविदेश के हजारों पर्यटक भ्रमण के लिए आते हैं। इस पाठ में भारत के एक समुद्रतट का चित्र दिया गया है, […]

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