PART-II

The Shehnai of Bismillah Khan

[बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई] पढ़ने से पूर्व :

• क्या आप इन लोगों को जानते हैं ? वे कौनसे वाद्ययन्त्रों को बजाते हैं?

शहनाई के विषय में सोचते ही आपके मन में संभवतः किसी विवाह या इस ही प्रकार के किसी अन्य शुभ अवसर की कल्पना उभर आए। अगला विचार हो सकता है उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को शहनाई बजाते हुए का हो।

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद

1. Emperor………….shehnai.

कठिन शब्दार्थ : emperor (एम्पर(र)) = सम्राट, banned (बैन्ड) = प्रतिबन्ध लगा दिया, royal residence (रॉइअल् रेजिडन्स्) = शाही निवास, shrill (शिल्) = तीखी, unpleasant (अनप्लेज्न्ट) = अप्रीतिकर, generic (जनेरिक्) = प्रतिनिधिक/कुख्यात, reeded (रीड्ड) = सरकंडे वाले, noisemakers (नॉइज्मेक(र)ज) = कर्कश स्वर पैदा करने वाला, revived (रिवाइव्ड) = पुनः उत्थान किया, barber (बाब(र)) = नाई, professional (प्रफेशन्ल) = पेशेवर, access (ऐकसेस्) = पहुँच, palace (पैलस्) = महल, improve (इमप्रूव्) = सुधार करना, tonal (टोन्ल) = ध्वनीय, hollow (हॉलो) = खोखला, stem (स्टेम्) = तना, melodious (मलोडिअस्) = मधुर, royalty (रॉइअल्टि) = राजपरिवार, impressed (इम्प्रेस्ट) = प्रभावित हुआ। काममा

हिन्दी अनवाद : सम्राट औरंगजेब ने एक पंगी नाम के वाद्ययंत्र को शाही निवास में बजाने को प्रतिबन्धित कर दिया था क्योंकि इसकी तीखी अप्रीतिकर ध्वनि थी। सरकंडे से बने कर्कश स्वर पैदा करने वाले वाद्ययंत्रों में पुंगी का नाम कुख्यात हो गया था। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इसका पुनः उत्थान हो जायेगा। पेशेवर संगीतकारों के परिवार से संबंधित एक नाई, जिसकी शाही महल में पहुँच थी, ने पुंगी की ध्वनीय किस्म को सुधारने का निश्चय किया। उसने एक प्राकृतिक खोखला तना चुना जो पुंगी की अपेक्षा अधिक लम्बा व चौड़ा था और उस पाइप पर सात छिद्र बनाए। जब उसने इन छिद्रों में से कुछ को खोलते व बन्द करते हुए इसे बजाया तो इसमें से कोमल व मधुर स्वर पैदा हुए। उसने राजपरिवार के सम्मुख इस वाद्ययंत्र को बजाया और प्रत्येक प्रभावित था। यह वाद्ययंत्र, पुंगी से इतना भिन्न था कि इसे नया नाम देना पड़ा था। कहानी इस प्रकार है, क्योंकि सर्वप्रथम इसे शाह (सम्राट) के कक्ष में बजाया गया था और इसे एक नाई द्वारा बजाया गया था, इसीलिए इस वाद्ययंत्र को ‘शहनाई’ नाम दिया गया था।

2. The sound of…………….Ustad Bismillah Khan.

कठिन शब्दार्थ : auspicious (आस्पिशस्) = मांगलिक, indispensable (इनडिस्पेन्सवल) = परमावश्यक, component (कम्पोनन्ट) = अंग, ensemble (ऑन्सॉम्ब्ल् ) = कलाकार-मंडली।

हिन्दी अनुवाद : शहनाई का स्वर मांगलिक समझा जाने लगा। और इसी कारण यह अब भी मंदिरों में बजाई जाती है और उत्तर भारत के किसी भी विवाह-समारोहों का एक परमावश्यक अंग है। भूतकाल में शहनाई, राजा के दरबार की नौबत अर्थात् नौ वाद्ययंत्रों की पारम्परिक कलाकार-मंडली का एक हिस्सा होती थी। कुछ समय पहले तक इसका प्रयोग केवल मंदिरों व विवाहों में ही होता था। इसे शास्त्रीय मंच पर लाने का श्रेय उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को जाता है।

3. As a five-year……Bharat Ratna.

शब्दार्थ : gilli-danda (गिल्ली-डंडा) = बच्चों का एक पारम्परिक खेल, ancient (एनशन्ट) = प्राचीन, civilian (सविलिअन्) = नागरिक।

हिन्दी अनुवाद : पाँच वर्ष की आयु में बिस्मिल्ला खाँ बिहार की प्राचीन रियासत डुमरांव में एक तालाब के किनारे गिल्ली-डंडा खेला करता था। वह नियमित रूप से भोजपुरी ‘चैत’ गाने के लिए र के मंदिर में जाया करता था और इसके अंत में स्थानीय महाराज से सवा किलो का लड्डू ईनाम में प्राप्त करता था। यह बात 80 वर्ष पुरानी है, और उस छोटे से बालक ने इतनी लंबी यात्रा की है कि उसने भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण—भारत रत्न तक कमाया है।

4. Born on…………players.

कठिन शब्दार्थ : paternal (पटन्ल) = पैतृक, ancestors (ऐन्सेस्ट(र)ज) = पूर्वज।

हिन्दी अनुवाद : 21 मार्च, 1916 को जन्मे बिस्मिल्ला खाँ का संबंध बिहार के प्रसिद्ध संगीतज्ञों के परिवार से है। उसके दादा रसूल बख्श खाँ, भोजपुर नरेश के दरबार में शहनाई-नवाज थे। उसके पिता पैगम्बर बख्श व अन्य पैतृक पूर्वज भी महान शहनाई-वादक थे।

5. The young boy…………..the shehnai.

कठिन शब्दार्थ : maternal uncle (मटन्ल् अङ्ल्) = मामाजी, fascinated (फैसिनेट्ड) = मोहित था, captivated (कैप्टिवेट्ड) = मंत्र-मुग्ध, apprentice (अप्रेन्टिस्) = प्रशिक्षु, haunts (हॉन्ट्स) = स्थान, solitude (सॉलिट्यूड्) = एकान्त, improvise (इम्प्रवाइज्) = तत्काल रचना करना, on end (ऑन् एन्ड्) = लगातार।

हिन्दी अनुवाद : इस बालक ने छोटी आयु में ही संगीत सीखना आरम्भ कर दिया। तीन वर्ष की आयु में जब उसकी माँ उसे उसके मामा के घर बनारस (वाराणसी) ले गई, तो बिस्मिल्ला अपने मामा को शहनाई का अभ्यास करते देखकर मोहित हो जाता था। शीघ्र ही बिस्मिल्ला ने अपने मामा अली बख्श के साथ वाराणसी के विष्णुजी के मंदिर में जाना आरम्भ कर दिया, वहाँ बख्श को शहनाईवादन के लिए नियुक्त किया हुआ था। अली बख्श शहनाई बजाते और बिस्मिल्ला घंटों लगातार मंत्र-मुग्ध बैठे रहते। धीरे-धीरे, उसने इस यंत्र को बजाने के पाठ सीखना आरम्भ कर दिया और दिनभर बैठकर अभ्यास करता रहता। आने वाले अगले कई वर्षों तक बालाजी और मंगला मैया के मंदिर और गंगा तट इस युवा प्रशिक्षु के प्रिय स्थान बन गए जहाँ वह एकान्त में अभ्यास कर सकता था। गंगा का बहता जल उसे तात्कालिक रचनाएँ और रागों के आविष्कार के लिए प्रेरित करता था जो पहले शहनाई के सीमा क्षेत्र से परे समझे जाते थे।

6. At the age……………..on radio.

कठिन शब्दार्थ : accompanied (अकम्पनिड) = के साथ, recital (रिसाइट्ल) = संगीत प्रस्तुति।

हिन्दी अनुवाद : 14 वर्ष की आयु में बिस्मिल्ला अपने मामा के साथ इलाहाबाद संगीत सभा में गया। उसकी संगीत प्रस्तुति के अन्त में, उस्ताद फैयाज खाँ ने इस युवा बालक की पीठ थपथपाई और कहा, ‘कठिन परिश्रम करो और तुम निश्चय ही सफल हो जाओगे।’ 1938 में लखनऊ में ऑल इण्डिया रेडियो के खुल जाने से बिस्मिल्ला को एक बड़ा अवसर प्राप्त हो गया। वह शीघ्र ही रेडियो पर प्रायः सुने जाने वाला शहनाईवादक बन गया।

7. When India gained……………speech.

कठिन शब्दार्थ : gained (गेन्ड) = प्राप्त की, greet (ग्रीट) = अभिवादन करना।

हिन्दी अनुवाद : जब 15 अगस्त, 1947 को भारत ने स्वतंत्रता प्राप्त की तो बिस्मिल्ला खाँ अपने शहनाईवादन से राष्ट्र का अभिवादन करने वाले प्रथम भारतीय बन गये। उसने अपना हृदय-भाव लाल किले से अपने श्रोतागण के सामने उँडेला जिसमें महात्मा गाँधी और पंडित जवाहरलाल नेहरू भी सम्मिलित थे, जिसके तत्पश्चात् नेहरूजी ने अपना प्रसिद्ध भाषण ‘भाग्य से मुलाकात’ दिया।

8. Bismillah Khan has……………emphasis.

कठिन शब्दार्थ : memorable (मेमरब्ल) = स्मरणीय, abroad (अब्रॉड्) = विदेश में, trip (ट्रिप) = यात्रा, souvenirs (सूवनिअ(र)ज) = स्मृति चिह्न, compositions (कॉम्पजिश्न्ज ) = रचनाएँ, chartbuster (चाटबस्ट्(र)) = रिकार्ड तोड़ने वाला, celluloid (सेल्युलॉइड) = फिल्म, ventures (वेन्च(र)ज) = प्रयास, artificiality (आटिफिल्टि ) = बनावटीपन, glamour (ग्लैम(र)) = तड़क-भड़क, emphasis (एम्फसिस्) = जोरदार ढंग से।

हिन्दी अनवाद : बिस्मिल्ला खाँ ने भारत व विदेश में कई स्मरणीय सार्वजनिक प्रदर्शन किए हैं। उसकी प्रथम विदेश यात्रा अफगानिस्तान की थी जहाँ राजा जहीरशाह इस उस्ताद से इतना मोहित हुआ कि उसने इसे मूल्यवान ईरानी गलीचे व अन्य स्मृति चिह्न भेंट किये। अफगानिस्तान का राजा ही एकमात्र व्यक्ति नहीं था जो बिस्मिल्ला के संगीत से प्रभावित हुआ हो। फिल्म निर्देशक विजय भट्ट एक मेले में बिस्मिल्ला का वादन सुनकर इतना प्रभावित हुआ कि उसने फिल्म का नाम इस वाद्ययंत्र पर रखा ‘गूंज उठी शहनाई। यह फिल्म बहुत लोकप्रिय हुई और बिस्मिल्ला की एक रचना ‘दिल का खिलौना हाय टूट गया’ ने देशभर का रिकार्ड तोड़ दिया। फिल्म जगत् में इस भारी सफलता के बावजूद, बिस्मिल्ला खाँ का फिल्मी संगीत का प्रयास केवल दो फिल्मों तक ही सीमित रहा—विजय भट्ट की ‘गूंज उठी शहनाई’ और विक्रम श्रीनिवास की साहसिक कन्नड़ फिल्म, ‘सनधी अपन्ना’। ‘मैं फिल्म जगत् की बनावटपन व तड़क-भड़क के साथ समझौता नहीं कर सकता’, वे पूरे जोरदार ढंग से कहते हैं।

9. Awards and………………Bismillah Khan.

कठिन शब्दार्थ : recognition ( रेकग्निश्न्) = सम्मान, auditorium (ऑडिटॉरिअम्)-श्रोतामंडप ।

हिन्दी अनुवाद : उपाधियाँ व सम्मान भारी संख्या में और जल्दी-जल्दी आने लगे। बिस्मिल्ला खाँ हले भारतीय थे जिन्हें अमेरिका में प्रतिष्ठित लिंकन सेन्टर हॉल में वादन प्रदर्शन करने के लिए निमंत्रित किया गया। उन्होंने मॉन्ट्रिअल में विश्व प्रदर्शनी, केन्स में कला मेला और ओसामा का व्यापार मेला में भी भाग लिया। अन्तर्राष्ट्रीय जगत में वह इतने प्रख्यात हो गये कि तेहरान में एक श्रोतामंडप का नाम उसके नाम पर ‘ताहर मोसिकी उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ’ रखा गया था।

10. National awards……………..on him.

कठिन शब्दार्थ : conferred on (कनफ(र)ड ऑन्) = प्रदान करना।

हिन्दी अनुवाद : राष्ट्रीय उपाधियाँ जैसे पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण उनको प्रदान की गईं।

11. In 2001…………………our music.

कठिन शब्दार्थ : coveted (कवट्ड) = ललचाने वाली, glinting (ग्लिन्ट्ग) = चमक रही थी।

हिन्दी अनुवाद : 2001 में उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ को भारत का सर्वोच्च नागरिक अलंकरण ‘भारत रत्न’ प्रदान किया गया। यह ललचाने वाली उपाधि उनकी छाती पर टिकी थी और उनकी आँखें अद्भुत प्रसन्नता से चमक रही थीं, और उन्होंने कहा, ‘मैं तो केवल यह कहना चाहता हूँ कि अपने बच्चों को संगीत सिखाओ, यह हिन्दुस्तान की मूल्यवान परम्परा है। अब तो पश्चिम वाले भी हमारा संगीत सीखने आ रहे हैं।’

12. In spite of……………..of Dumraon.

कठिन शब्दार्थ : exceedingly (इकसीडिलि ) = अत्यधिक, replicating (रेपलिकेटिङ) = प्रतिकृति बनाकर, unique (युनीक्) = अद्भुत ।

हिन्दी अनुवाद : विश्वभर में इतनी यात्रा करने के पश्चात् भी—खाँ साहब, जैसा कि उनको प्रेम से सम्बोधित किया जाता है—को बनारस व डुमरांव अत्यधिक प्रिय हैं और वे उनके लिए संसार के सबसे अधिक अद्भुत नगर हैं। एक बार उनका एक शिष्य यह चाहता था कि वे अमेरिका में शहनाई के स्कूल का नेतृत्व करें

और उस शिष्य ने वचन दिया कि बनारस के मंदिरों की प्रतिकृति तैयार कर बनारस के वातावरण की पुनः रचना कर दी जायेगी। परन्तु खाँ साहब ने पूछा कि क्या वह गंगा को भी वहाँ से उठाकर ले आएगा। तत्पश्चात् उस बात को याद करके उन्होंने कहा, ‘यही कारण है कि जब मैं विदेश में होता हूँ तो हिन्दुस्तान को याद करता हूँ। जब मुम्बई में होता हूँ तो केवल वाराणसी और पवित्र गंगा को याद करता हूँ। और जब वाराणसी में होता हूँ, तो मैं डुमरांव के अद्भुत मढे (छाछ) की कमी अनुभव करता हूँ।’

13. Ustad Bismillah Khan…………….mourning.

कठिन शब्दार्थ : cultural (कल्चरल) = सांस्कृतिक, heritage (हेरिटिज्) = विरासत, devout (डिवाउट) = धर्मनिष्ठ, passed away (पास्ट अवे) = देहावसान हो जाना, prolonged illness (पॅलॉड् इलनस्) = लम्बी बीमारी, state funeral (स्टेट फ्यूनरल) = राजकीय अंत्येष्टि, mourning (नैशनल मॉनिंग) = राष्ट्रीय शोक।

हिन्दी अनुवाद : उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का जीवन भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परम्परा का उत्तम उदाहरण है, ऐसा जो सहज भाव से यह स्वीकार करता है कि उसके जैसा धर्मनिष्ठ मुसलमान भी स्वाभाविक रूप से प्रत्येक प्रभात के समय काशी के विश्वनाथ मंदिर में शहनाई बजा सकता है।

21 अगस्त, 2006 को उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का 90 वर्ष की उम्र में एक लम्बी बीमारी के पश्चात् देहावसान हो गया। उनकी राजकीय अंत्येष्टि की गई और भारत सरकार ने एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया।]

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