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The Thief’s Story Summary and Translation in Hindi


एक तरुण (किशोर) अनिल के साथ मित्रता करता है। अनिल उसका पूरी तरह से विश्वास करता है, तथा उसे नौकरी दे देता है। क्या लड़का उसके साथ विश्वासघात करता है?

कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद)

I was still a thief.. ………………..my former employers (Page 8)

कठिन शब्दार्थ : experienced (इस्पिअरिअन्स्ट्) = अनुभवी, fairly (फेअलि) = काफी, ठीक-ठाक। wrestling (रेस्लिङ्) = कुश्ती, मल्ल युद्ध । easy going (ईजि गोइङ्) = शांत, तनाव मुक्त। purpose (पपस्) = उद्देश्य। flattery (फ्लैटरि) = चापलूसी। rather (राद(र)) = काफी, किसी हद तक। modestly (मॉडिट्लि ) = विनम्रतापूर्वक, शालीनता से। wrestle (रेस्ल) = कुश्ती लड़ना। lied (लाइड) = झूठ बोला। employer (इम्प्लॉइअ(र)) = मालिक।

हिन्दी अनुवाद : मैं तब भी एक चोर था जब मैं अनिल से मिला । और जबकि मैं केवल पंद्रह वर्ष का था, मैं एक अनुभवी और काफी सफल चोर था।
जब मैं अनिल के निकट गया, वह एक मल्ल युद्ध देख रहा था। वह लगभग पच्चीस वर्ष का था एक लंबा, दुबला-पतला इंसान और मेरे उद्देश्य के लिए वह शांत, तनावमुक्त, दयालु और काफी सरल प्रतीत हुआ। कुछ समय से भाग्य मेरा साथ नहीं दे रहा था और मैंने सोचा कि मैं उस युवक का विश्वास जीतने में समर्थ हो सकूँगा।

“आप स्वयं भी थोड़े पहलवान से लगते हैं,” मैंने कहा। मित्र बनाने में थोड़ी चापलूसी सहायता करती है।
“तुम भी (पहलवान से लगते हो)”, उसने उत्तर दिया, जिसने मुझे एक क्षण के लिए खिन्न कर दिया . क्योंकि उस समय मैं किसी हद तक दुबला था।
“अच्छा”, मैंने विनम्रतापूर्वक कहा, “मैं थोड़ी कुश्ती लड़ लेता हूँ।” “तुम्हारा नाम क्या है?”
“हरी सिंह”, मैंने झूठ बोला, मैं हर महीने एक नया नाम रख लेता था। वह मुझे पुलिस और पूर्व मालिकों की पहुंच से दूर रखता था।

After this introduction, ………………………………..I can feed you.” (Pages 8-9)

कठिन शब्दार्थ : introduction (इन्ट्रडक्श्न् ) = प्रथम परिचय। grunting (ग्रन्टिङ्) = अरुचि व्यक्त करते हुए बुड़बुड़ाहट । lift (लिफ्ट) = ऊपर उठाना । appealing (अपीलिङ्) = आकर्षक । smile (स्मॉइल) = मुस्कान । misjudged (मिस्जज्ड) = गलत अनुमान लगाया। feed (फीड्) = भोजन देना। cook (कुक्) = भोजन बनाना। casually (कैशुअलि) = लापरवाही से, well oiled (वेल् ऑइल्ड) = अच्छी तरह से तेल मले हुए।

हिन्दी अनुवाद : इस प्रथम परिचय के उपरान्त, अनिल ने अच्छी तरह से तेल मले हुए पहलवानों के विषय में बात की जो बुड़बुड़ा रहे थे, एक-दूसरे को उठा रहे थे और इधर-उधर फेंक रहे थे। मेरे पास कहने के लिए ज्यादा नहीं था। अनिल दूर चला गया। मैं अनऔपचारिक रूप से उसके पीछे चल दिया।

“पुनः नमस्कार/हलो” उसने कहा। मैंने उसे अपनी अत्यधिक आकर्षक मुस्कान दी।
“मैं तुम्हारे लिए काम करना चाहता हूँ।” मैंने कहा।
“लेकिन मैं तुम्हें भुगतान नहीं कर सकता।”
मैंने एक मिनट के लिए उसके विषय में सोचा।
शायद मैंने अपने आदमी के विषय में गलत अनुमान लगाया था। मैंने पूछा, “क्या तुम मुझे भोजन करा सकते हो?”
“क्या तुम भोजन बना सकते हो?” . “मैं भोजन बना सकता हूँ।” मैंने पुनः झूठ बोला।
“यदि तुम भोजन बना सकते हो तब मैं शायद तुम्हें भोजन करा सकता हूँ।”

He took me to his room…… ……….what I could achieve. (Page 9)

कठिन शब्दार्थ : balcony (बैल्कनि) = बालकनी। terrible (टेरब्ल) = बहुत बुरा, घटिया। stray (स्ट्रे) = आवारा पशु। hung (हङ्) = मंडराना। whole (होल) = समूचा, पूरा। grateful (ग्रेटफ्ल्) – कृतज्ञ । achieve (अचीव्) = कुछ प्राप्त करना। limit (लिमिट) = सीमा, हद।

हिन्दी अनुवाद : वह मुझे ‘जमना स्वीट शॉप’ के ऊपर अपने कमरे में ले गया और मुझसे बोला कि मैं बालकनी में सो सकता था। लेकिन उस रात मैंने जो भोजन बनाया, वह अवश्य बहुत बुरा रहा होगा, क्योंकि ने के लिए कह दिया। लेकिन मैं वहाँ बस मंडराता रहा, अपने अत्यधिक आकर्षक ढंग से मुस्कराते हुए, और वह हँसे बिना नहीं रह सका।

बाद में, उसने मेरा सिर थपथपाया और कहा, बुरा मत मानो, वह मुझे खाना पकाना सिखा देगा। उसने मुझे मेरा नाम लिखना भी सिखा दिया था और कहा कि वह शीघ्र ही मुझे पूरे वाक्य लिखना और संख्याएँ जोडना सिखा देगा। मैं कृतज्ञ था। मैं जान गया था कि एक बार मैं एक शिक्षित इंसान की भाँति लिख सका तो मैं क्या पा सकता था उसकी सीमा नहीं होती (अर्थात मैं असीम उपलब्धि प्राप्त कर सकता था)।

It was quite pleasant…………………………..under the mattress. (Pages 9-10)

कठिन शब्दार्थ : pleasant (प्लेज्न्ट्) = आनन्ददायक। buy (बाइ) = खरीदना । supply (सप्लाइ) = आपूर्ति । profit (प्रॉफिट) = नफा, लाभ। borrow (बॉरो) = उधार लेना। lend (लेन्ड्) = उधार देना। worry (वरि) = चिन्तित होना। celebrate (सेलिब्रेट) = उत्सव मनाना। queer (क्विअ(र)) = विचित्र, अजीब। bundle (बन्ड्ल ) = पुलिंदा। tuck (टक्) = छिपा कर, संभाल कर रखना। note (नोट) = नोट। publisher (पब्लिश(र)) = प्रकाशक। mattress (मैट्रस) = गद्दा।

हिन्दी अनुवाद : अनिल के लिए काम करना काफी सुखद था। मैं सुबह चाय बनाता था और फिर, दिन की आवश्यकताओं की आपूर्ति खरीदने में अपना वक्त लेता था, अधिकतर एक दिन में एक रुपए का मुनाफा बनाते हुए। मैं सोचता हूँ कि उसे पता चल गया था कि मैं इस तरह से थोड़े रुपए बचा लेता था। लेकिन ऐसा लगता था कि वह बुरा नहीं मानता था।

अनिल अनियमित रूप से धन कमाता था। एक सप्ताह वह ऋण लेता था, अगले सप्ताह वह उधार दे देता था। वह अपने अगले चैक के लिए फिक्र करता था, लेकिन वह जैसे ही पहुँचता था, वह बाहर जाता था, और अवसर को उत्सव के समान मनाता था। ऐसा लगता है वह पत्रिकाओं के लिए लिखता था—जीविका उपार्जन का एक विचित्र तरीका!

एक शाम वह नोटों के छोटे पुलिंदे के साथ यह कहते हुए घर आया कि उसने हाल ही में एक किताब प्रकाशक को बेची है। रात्रि को, मैंने उसे पैसों को गद्दे के नीचे छिपा कर रखते हुए देखा।

I had been working………………………………….even pay me. (Page 10)

कठिन शब्दार्थ : apart from (अपाट् फ्रॉम्) = के अलावा । cheating (चीटिङ्) = धोखेबाजी, ठगी। shopping (शॉपिङ्) = खरीदारी। opportunity (ऑपट्यूनटि) = सुअवसर, मौका। trusting (ट्रसटिङ्) = दूसरों पर विश्वास करने वाला, विश्वासी । rob (रॉब्) = लूटना। afford (अफॉड्) = आर्थिक पहुँच के भीतर। pleasure (प्लेश ()) = प्रसन्नता, सन्तुष्टि।

हिन्दी अनुवाद : मैं अनिल के लिए लगभग एक माह से कार्य कर रहा था और खरीदारी में धोखेबाजी के अलावा, मैंने अपने कार्यक्षेत्र में और कुछ नहीं किया था। मेरे पास ऐसा करने के लिए हर सुअवसर था। अनिल ने मुझे दरवाजे की एक चाबी दे दी थी, और मैं अपनी इच्छा से आ और जा सकता था। वह दूसरों पर अत्यधिक विश्वास करने वाला इंसान था, जिससे मैं कभी मिला था।

इसीलिए उसे लटना इतना मश्किल था। एक लालची इंसान को लटना आसान होता है, क्योंकि वह लुट जाना सह सकता है। लेकिन एक लापरवाह इंसान को लूटना मुश्किल होता है। कभी-कभी वह ध्यान तक नहीं देता कि वह लूट लिया गया है और वह ऐसे कार्य से सारा आनन्द चुरा लेता है।
अच्छा, अब समय है कि मैं वास्तविक कार्य करता, मैंने अपने आप से कहा; मेरा अभ्यास छूट गया है। और यदि मैं पैसे नहीं लेता, वह इसे केवल अपने दोस्तों पर बर्बाद करेगा। आखिरकार, वह मुझे वेतन भी नहीं देता है।

Anil was alseep………………………………….out of the room. (Page 10)

कठिन शब्दार्थ : alseep (अस्लीप) = सोया हुआ, नींद में। beam (बीम्) = किरण। situation (सिचुएशन) = स्थिति, हालत। slipping out (स्लिपिङ् आउट) = बाहर आते हुए। crept (क्रेप्ट्) = धीरे-धीरे आगे बढ़ा। peacefully (पीस्फलि) = शान्तिपूर्वक । mark (माक्) = निशान । scar (स्का(र)) = दाग। slid. (स्लिड्) = सरका, खिसका। drew out (ड्र आउट) = बाहर निकाला। sighed (साइड) = आह भरी। startled (स्टाट्ल्ड ) = चौंका हुआ। crawled (क्रॉल्ड) = रेंगा। search (सच्) = तलाश करना। money (मन्)ि = धन, पैसा ।

हिन्दी अनुवाद : अनिल सोया हुआ था। चन्द्रमा की रोशनी की एक किरण बालकनी के ऊपर से गुजरते हुए पलंग पर पड़ रही थी। स्थिति पर विचार करते हुए, मैं उठकर फर्श पर बैठ गया। यदि मैं (इस समय) धनराशि को चुरा लूं तो भी मैं 10.30 बजे लखनऊ जाने वाली एक्सप्रेस’ (ट्रेन/रेलगाड़ी) पकड़ सकता हूँ। कंबल से बाहर आते हुए, मैं पलंग तक धीरे-धीरे आगे बढ़ा। अनिल शान्तिपूर्वक सो रहा था।

उसका चेहरा साफ था और उस पर चिन्ता की लकीरें नहीं थीं; जबकि मेरे चेहरे पर अधिक निशान थे, यद्यपि मेरे अधिकतर दाग थे। नोटों को ढूँढ़ते हुए, मेरा हाथ गद्दे के नीचे सरका। जब मैंने उन्हें ढूँढ़ लिया, मैंने उन्हें बिना किसी आवाज के बाहर निकाल लिया। अनिल ने अपनी नींद में लम्बी गहरी सांस खींची और मेरी ओर करवट बदल ली। मैं चौंक गया था और शीघ्रता से रेंगता हुआ कमरे के बाहर आ गया।

When I was……………..chance to get away. (Pages 10-11)

कठिन शब्दार्थ : waist (वेस्ट) = कमर। string (स्ट्रिङ्) = फीता, नाड़ा। oil rich Arab (ऑइल रिच अरब) = तेल की बिक्री से धनी हुए अरब । dashed (डैश्ट) = अचानक तेजी से कहीं गया। straight (स्ट्रेट्) = सीधा । platform (प्लैटफॉम्) = रेलवे स्टेशन का प्लैटफार्म । carriage (कैरिज्) = रेलगाड़ी का डिब्बा। hesitate (हेजिटेट) = हिचकना, झिझकना।

हिन्दी अनुवाद : जब मैं सड़क पर था, मैंने दौड़ना शुरू कर दिया । रुपये मेरी कमर पर थे, मेरे पाजामे के नाड़े से वहाँ बँधे हुए। मैं पैदल की गति तक धीमा हो गया और नोट गिने : पचास-पचास के नोट में छः सौ रुपये! मैं एक या दो सप्ताहों तक एक तेल बेचने से रईस बने अरब की भाँति रह सकता था जब मैं स्टेशन पहुँचा तो मैं टिकट कार्यालय पर नहीं रुका (मैंने अपने जीवन में टिकट कभी नहीं खरीदा था), लेकिन सीधा प्लैटफार्म तक दौड़ गया। तभी लखनऊ एक्सप्रेस बाहर जा रही थी। ट्रेन को अभी गति पकड़नी थी और मैं किसी एक डिब्बे में कूद कर घुस जाता, लेकिन मैं हिचकिचाया-मैं वर्णन नहीं कर सकता किस कारण से–और मैंने दूर जाने का अवसर गंवा दिया।

When the train…………… …………for the loss of trust. (Page 11)

कठिन शब्दार्थ : deserted (डिटिड्) = वीरान, सुनसान। spend (स्पेन्ड्) = समय बिताना। believe (बिलीव्) = विश्वास करना। curious (क्युअरिअस्) = उत्सुक। career (करिअ(र)) = पेशा। acceptance (अक्सेप्टन्स्) = स्वीकृति। discovered (डिस्कव(र)ड) = पता लगाया। trust (ट्रस्ट्) = विश्वास, भरोसा। loss (लॉस्) = हानि। idea (आइडिया) = योजना। trouble (ट्रब्ल) = समस्या।

हिन्दी अनुवाद : जब रेलगाड़ी चली गई, मैंने स्वयं को वीरान प्लेटफार्म पर अकेले खड़े हुए पाया। रात कहाँ बितानी है, इसकी कोई योजना मेरे पास नहीं थी। मेरे कोई मित्र नहीं थे, (यह) विश्वास करते हुए कि मित्र सहायक होने के स्थान पर समस्या अधिक होते हैं। और मैं स्टेशन के निकट छोटे होटलों में से एक में रह कर किसी को उत्सुक नहीं बनाना चाहता था। एकमात्र इंसान जिसे मैं वास्तव में अच्छी तरह से जानता था वह था जिस आदमी को मैंने लूटा था। स्टेशन छोड़ते हुए मैं धीमे-धीमे बाजार से होते हुए चलने लगा।

एक चोर के पेशे की छोटी अवधि में मैंने आदमियों के चेहरों का अध्ययन किया था जब वे अपना सामान खो देते थे। लालची आदमी डर प्रदर्शित करता था; धनी आदमी क्रोध दिखाता था; गरीब आदमी स्वीकृति दिखाता था। लेकिन मुझे पता था कि जब अनिल चोरी का पता लगा लेगा, उसका चेहरा केवल दुःख की एक झलक दिखाएगा। पैसों की हानि के लिए नहीं, लेकिन विश्वास टूटने के लिए।

I found myself………………………..whole sentences any more. (Pages 11-12)

कठिन शब्दार्थ : chilly (चिलि) = बहुत ठंडा। drizzle (ड्रिज्ल्) = बूंदाबांदी। discomfort (डिस्काभ्फट) = परेशानी। stuck (स्टक्) = चिपकाया। shelter (शेल्ट(र)) = शरण स्थल। clock tower (क्लॉक टाउअ(र)) = घण्टाघर । damp (डैम्प्) = सीलन भरे। found (फाउन्ड्) = पाया, ढूँढ़ा। felt (फेल्ट्) = टोह ली। across (अक्रॉस्) = एक ओर से दूसरी ओर।

हिन्दी अनुवाद : मैंने स्वयं को मैदान में पाया और एक बेन्च पर बैठ गया। रात्रि बहुत ठंडी और कष्टकर थी—यह नवम्बर की शुरुआत थी—और हल्की बूंदाबांदी ने मेरी परेशानी को बढ़ा दिया। जल्दी ही बहुत तेज बारिश होने लगी थी। मेरी कमीज और पायजामा मेरी त्वचा से चिपक गए, और ठंडी हवा बारिश को मेरे चेहरे की तरफ उड़ा रही थी।

मैं वापस बाजार गया और घण्टाघर के नीचे बैठ गया। घड़ी मध्यरात्रि दिखा रही थी। मैंने नोटों की टोह ली। वे बारिश से नम हो गए थे। अनिल के पैसे । सुबह शायद वह सिनेमा जाने के लिए मुझे दो या तीन रुपये देता, लेकिन अब मेरे पास वे सारे थे। मैं अब और उसका भोजन नहीं बना सकता था, बाजार नहीं दौड़ सकता था या पूरे वाक्य लिखना नहीं सीख सकता था।

I had forgotten………………….under it with the notes. (Page 12)

कठिन शब्दार्थ : forgotten (फगॉट्न्) = भूल गया। excitement (इक्साइट्मन्ट) = उत्तेजना। matter (मैट(र)) = विषय, प्रसंग। hurried (हरिड) = जल्दी चला। undetected (अन्डिटेक्टिड) = बिना पता लगे। breath (ब्रेथ्) = श्वास । remained (रिमेन्ड) = बना रहा। still (स्टिल) = निश्चल। edge (एज्) = किनारा, छोर। door way (डॉवे) = द्वार मार्ग। clever (क्लेव(र)) = चतुर, बुद्धिमान।

हिन्दी अनुवाद : चोरी की उत्तेजना में मैं उनके विषय में भूल गया था। मैं जानता था, कि पूरे वाक्य, एक दिन मुझे कुछ सौ रुपयों से अधिक लाकर दे सकते थे। चोरी करना एक सरल बात थी-और कभी-कभी पकड़ा जाना भी उतना ही सरल था। लेकिन एक बड़ा इंसान बनना, एक बुद्धिमान और आदरणीय इन्सान बनना, कुछ अलग बात थी। मैंने अपने आप से कहा, मुझे अनिल के पास वापस चले जाना चाहिए, अगर केवल पढ़ना और लिखना ही सीखना है।

मैं बहुत चिन्तित होते हुए कमरे तक तेजी से चलकर वापिस आया, क्योंकि किसी चीज को चुराना बहुत अधिक सरल है, उसे बिना पता लगे वापिस लौटाने से। मैंने चुपचाप दरवाजा खोला, फिर चन्द्रमा की धुंधली रोशनी में द्वार-मार्ग में खड़ा हो गया। अनिल अभी सोया हुआ था। मैं पलंग के सिरहाने तक चुपके से खिसक कर गया, और मेरा हाथ नोटों के साथ ऊपर आया। मैंने अपने हाथ पर उसकी श्वास महसूस की। एक मिनिट के लिए मैं निश्चल रहा। फिर मेरे हाथ ने गद्दे का किनारा ढूँढ़ लिया, और नोटों के साथ उसके नीचे सरक गया।

I awoke late…………… ……………..without any effort. (Page 12)

कठिन शब्दार्थ : awoke (अवोक्) = जागा। late (लेट) = विलम्ब से। already (ऑडि ) = इतनी जल्दी। stretched out (स्ट्रेच्ट आउट) = बढ़ाया। sank (सैङ्क) = डूब गया। spirits (स्पिरिट्स) = मनोदशा। rose (रोज) = ऊपर उठा। effort (एफट) = प्रयास।

हिन्दी अनुवाद : अगली सुबह मैं देर से उठा और देखा कि अनिल ने पहले ही चाय बना ली थी। उसने अपना हाथ मेरी ओर बढ़ाया। उसकी उँगलियों के मध्य पचास रुपये का एक नोट थ गया। मैंने सोचा मैं पकड़ा गया था। “कल मैंने कुछ पैसे कमाए”, उसने स्पष्ट किया। “अब तुम्हें नियमित रूप से भुगतान किया जाएगा।” मेरी मनोदशा में सुधार आया। लेकिन जब मैंने नोट लिया, मैंने देखा कि यह अभी तक रात की बारिश से गीला था।

“आज हम वाक्य लिखना शुरू करेंगे”, उसने कहा। वह जान गया था। लेकिन ना तो उसके होंठ, और ना ही उसकी आँखों ने कुछ प्रदर्शित किया। मैं अपने अत्यधिक आकर्षक ढंग से अनिल की तरफ मुस्कराया। और मुस्कान अपने आप आई थी, बिना किसी प्रयास के।

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