सर्वनाम-प्रकरणम्
सर्वनाम – ये शब्दाः संज्ञापदानां स्थाने प्रयुज्यन्ते ते सर्वनामशब्दाः भवन्ति। (जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं) जैसे- रामः-सः, सीता-सा। संस्कृत में सर्वनाम शब्दों के रूप तीनों लिंगों तथा वचनों में होते हैं। सर्वनाम शब्दों को जानने के लिए पुरुष को जानना भी अनिवार्य है।
लिंग, वचन और पुरुष
1. लिंग – पुरुष-स्त्री जाति आदि के ज्ञान को लिंग कहते हैं। संस्कृतभाषा में तीन लिंग हैं- पुंल्लिग, स्त्रीलिंग और नपुंसकलिंग।
2. वचन – संख्या का ज्ञान कराने को ‘वचन’ कहते हैं। संस्कृत में वचन तीन हैं-एकवचन, द्विवचन और बहुवचन।
3. पुरुष – संस्कृत में पुरुष तीन प्रकार के हैं-प्रथम पुरुष, मध्यम पुरुष और उत्तम पुरुष।
-
प्रथम पुरुष-जिस व्यक्ति के बारे में कुछ कहा जाए, उसे प्रथम पुरुष या अन्य पुरुष कहते हैं।
जैसे- सः, तौ, ते, सा, ते, ताः, तत्, ते, तानि आदि। तत् (वह) और एतत् (यह) के सभी विभक्तियों एवं वचनों के शब्द इसी पुरुष में आते हैं। -
मध्यम पुरुष – जिस व्यक्ति से बात कही जाए, उसे मध्यम पुरुष कहते हैं। इसमें युष्मद् शब्द के सभी रूप आते हैं।
जैसे- त्वम्, युवाम्, यूयम् आदि। -
उत्तम पुरुष – जो व्यक्ति बात कहता है, वह उत्तम पुरुष कहलाता है। इसमें अस्मद् शब्द के सभी रूप आते हैं।
जैसे- अहम् आवाम्, वयम् आदि।
सर्वनाम शब्द-रूपाणि
तत् (वह), पुंल्लिगः
सर्वनाम शब्दों में संबोधन नहीं होता।
तद् (वह), स्त्रीलिंगः
तद् (वह), नपुंसकलिंगः
शेष रूप पुंल्लिग के समान होते हैं।
एतद् (यह, इस, इन), पुंल्लिगः
एतद्, स्त्रीलिंगः
एतद्, नपुंसकलिंगः
शेष रूप पुंल्लिग के समान होते हैं।
किम्, (क्या, कौन), पुँल्लिगः
किम्, स्त्रीलिंगः
किम्, नपुंसकलिंगः
शेष रूप पुँल्लिग के समान होते हैं।
सर्वनाम ‘किम्’ का प्रयोग प्रश्न निर्माण के लिए होता है।
अस्मद् (मैं, हम)
उत्तम पुरुषवाचक सर्वनाम
युष्मद् (तू, तुम)
मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम
सर्व (सब), पुंल्लिग
सर्व, स्त्रीलिंगः
सर्व, नपुंसकलिंगः
इदम् (यह) पुंल्लिगः
इदम्, स्त्रीलिंगः
इदम्, नपुंसकलिंगः
शेष रूप पुंल्लिग के समान होते हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्नाः
प्रश्न 1.
उचितपदैः रिक्तस्थानानि पूरयत-
________ जनाः सुखम् इच्छन्ति।
(क) सर्वाः
(ख) सर्वे
(ग) सर्वाण
(घ) सर्वाणि
उत्तराणि:
(ख) सर्वे
प्रश्न 2.
रेखांकितपदे का विभक्तिः किं च वचनम्?
अध्यापकः कस्मै पारितोषिकं यच्छति?
(क) षष्ठी, एकवचन
(ख) चतुर्थी, एकवचन
(ग) पंचमी, द्विवचन
(घ) सप्तमी, एकवचन
उत्तराणि:
(ख) चतुर्थी, एकवचन
प्रश्न 3.
अधोलिखिते वाक्ये रिक्तस्थाने किं पदं भविष्यति?
________ गृहम् समीपे अस्ति?
(क) किम्
(ख) कस्मात्
(ग) कस्मिन्
(घ) कस्य
उत्तराणि:
(घ) कस्य
प्रश्न 4.
उचितपदैः रिक्तस्थानानि पूरयत
________ जननी अस्ति।
(क) एतस्याः
(ख) एषा
(ग) एताः
(घ) एतस्यै
उत्तराणि:
(ख) एषा
प्रश्न 5.
‘तस्मिन्’ इत्यत्र का विभक्तिः?
(क) प्रथमा
(ख) षष्ठी
(ग) सप्तमी
(घ) चतुर्थी
उत्तराणि:
(ग) सप्तमी
प्रश्न 6.
निम्नलिखितवाक्ये रिक्तस्थाने किं पदं भविष्यति?
__________ भारतदेशः शोभनः।
(क) आवाम्
(ख) अस्मत्
(ग) अस्माकम्
(घ) मह्यम्
उत्तराणि:
(ग) अस्माकम्
प्रश्न 7.
प्रश्ननिर्माणं क्रियताम्-
श्रीरामः ________ पुत्रः आसीत्?
(क) किम्
(ख) कस्मात्
(ग) केन
(घ) कस्य
उत्तराणि:
(घ) कस्य
प्रश्न 8.
उचितपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत-
________ पत्राणि सुन्दराणि सन्ति।
(क) ते
(ख) ताः
(ग) तानि
उत्तराणि:
(ग) तानि
प्रश्न 9.
प्रकोष्ठे प्रदत्तशब्दस्य समुचितरूपेण रिक्तस्थानं पूरयत-
रमेशः __________ किम् अवदत्? (त्वम्, त्वाम्, त्वया)
उत्तराणि:
त्वाम्
प्रश्न 10.
कोष्ठकदत्तस्य सर्वनाम-शब्दस्य उचितरूपं रिक्तस्थाने लिखत-
- ________ बालिकायाः गृहम् कुत्र अस्ति? (इदम्)
- ________ आम्रवृक्षः। (एतद्)
- ________ बालकेभ्यः। (सर्व)
- ________ आश्रमे मुनयः निवसन्ति। (इदम्)
- ________ गृहे। (किम्)
- ________ गुरवे (तद्)
उत्तराणि:
- अस्याः
- एषः
- सर्वेभ्यः
- अस्मिन्
- कस्मिन्
- तस्मै