Chapter 3 From Gathering to Growing Food (Hindi Medium)

पाठ्यपुस्तक के आंतरिक प्रश्न

1. क्या तुम बता सकते हो कि सबसे पहले कुत्तों को ही पालतू क्यों बनाया गया? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-23)
उत्तर : मनुष्य पहले शिकार करके अपना पेट भरता था। कुत्तों की पूँघने की क्षमता अधिक होती है, इसलिए कुत्ता आने वाले खतरे को भाँपकर पहले ही चौकन्ना कर देता है, इसलिए कुत्ते को सबसे पहले पालतू बनाया गया।

2. क्या तुम्हें लगता है कि शिकारी या भोजन-संग्रह करने वाले बर्तन बनाते और उनका प्रयोग करते होंगे? अपने जवाब का कारण बताओ। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-24)
उत्तर : शिकारी या भोजन-संग्रह करने वाले बर्तन नहीं बनाते होंगे, क्योंकि वे भोजन की तलाश में सदा एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते थे तथा वे इतना अधिक भोजन-संग्रहण नहीं करते थे कि भोजन के संग्रहण के लिए बर्तनों की आवश्यकता पड़े।

3. भोजन के अतिरिक्त जानवरों से और क्या-क्या मिल सकता है? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-24)
उत्तर :
भोजन के अतिरिक्त जानवरों से हमें निम्नलिखित वस्तुएँ मिलती हैं

  1. जानवरों की खाल से चमड़ा मिलता है।
  2. जानवरों की हड्डियों से औजार बनाए जाते हैं।
  3. जानवरों से सामान ढोने व गाड़ी खींचने का काम होता है।

4. आज जानवरों का उपयोग किसलिए होता है? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-24)
उत्तर :
आज जानवरों का उपयोग निम्नलिखित प्रकार से किया जाता है

  1. गाड़ी खींचने तथा माल ढोने के लिए किया जाता है।
  2. जानवरों की खाल से चमड़ा बनाया जाता है।
  3. जानवरों से दूध प्राप्त किया जाता है।

5. पुरुषों द्वारा किए जाने वाले कामों की एक सूची बनाओ। महिलाएँ क्या-क्या काम करती हैं? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-28)
उत्तर :
पुरुषों द्वारा किए जाने वाले काम- जानवरों को झुंड में चराना, मछली पकड़ना, शिकार करना पुरुषों का काम था।
महिलाओं द्वारा किए जाने वाले काम- खेतों में काम जैसे-जमीन तैयार करना, बीज बोना, पौधों की देखभाल करना, फसल काटना, अनाज कूटना, पीटना जैसे काम करती थीं।

6. कौन-से ऐसे काम हैं, जो स्त्री-पुरुष दोनों करते हैं? (एनसीई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-28)
उत्तर : झोपड़ियाँ बनाना, औजार बनाना, टोकरियाँ बनाना, जानवरों की देखभाल करना, दूध निकालना, बर्तन बनाना आदि।

7. स्तर 2 और 3 को देखो। कौन-सा ज्यादा पुराना है? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-29)
उत्तर : स्तर 3 ज्यादा पुराना है।

अन्यत्र (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-30)

एटलस में तुर्की हूँढ़ो। नवपाषाण युग के सबसे प्रसिद्ध पुरास्थलों में एक चताल ह्यूक तुर्की में है। यहाँ दूर-दराज स्थानों से कई चीजें लाई जाती थीं और उनका उपयोग किया जाता था। जैसे सीरिया से लाया गया चकमक पत्थर, लाल सागर की कौड़ियाँ तथा भूमध्य सागर की सीपियाँ। ध्यान रहे कि उस समय तक पहिए वाले वाहन का विकास नहीं हुआ था। लोग सामान खुद या जानवरों की पीठ पर लादकर ले जाया करते थे।

बताओ कौड़ियों तथा सीपियों का क्या उपयोग होता होगा?
उत्तर : कौड़ियों तथा सीपियों का उपयोग शायद आकर्षक आभूषणों को बनाने में होता होगा।

कल्पना करो
अगर तुम्हारे पास जमीन का एक छोटा-सा टुकड़ा हो तो तुम उसमें कौन-सी फसल उगाओगी। बीज कहाँ से मिलेंगे? और तुम उन्हें कैसे बोओगी? अपने पौधों की देखभाल तुम कैसे करोगी? और कैसे यह समझोगी कि अब फ़सल काटने लायक हो गई है?
उत्तर :

  1. अपने क्षेत्र में बोई जाने वाली खाद्य फसल उगाएँगे।
  2. बीज बाजार से खरीदेंगे।
  3. जमीन की जुताई करने के बाद फसल बोएँगे।
  4. फसल की निराई-गुड़ाई, कीटनाशक का छिड़काव, उर्वरकों का प्रयोग, सिंचाई, पक्षियों व जानवरों से रक्षा करेंगे।
  5. सभी फसलों की एक निश्चित अवधि होती है तथा फसल पकने के बाद पीली हो जाती है। इसी आधार पर हम फसल की कटाई करेंगे।

प्रश्न-अभ्यास
पाठ्यपुस्तक से

आओ याद करें

1: खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लंबे समय तक क्यों रहते थे?
उत्तर : खेती करने वाले लोग एक ही स्थान पर लंबे समय तक रहते थे, क्योंकि भूमि को कृषि योग्य बनाने, बीजों को बोने, फसल की देखभाल तथा फसल के पकने के लिए एक लंबे समय की आवश्यकता होती थी। इसलिए खेती करने वाले लोगों को एक ही स्थान पर लंबे समय तक रहना पड़ता था।

2. पृष्ठ 25 की तालिका को देखो। नेइनुओ अगर चावल खाना चाहती है, तो उसे किन स्थानों पर जाना चाहिए
उत्तर : नेइनुओ को चावल खाने के लिए कोल्डिहवा (आधुनिक उत्तर प्रदेश) या महागढ़ (आधुनिक उत्तर प्रदेश) जाना चाहिए। |

3. पुरातत्त्वविद् ऐसा क्यों मानते हैं कि मेहरगढ़ के लोग पहले केवल शिकारी थे, और बाद में उनके लिए पशुपालन ज्यादा महत्त्वपूर्ण हो गया?
उत्तर : पुरातत्त्वविदों द्वारा मेहरगढ़ की खुदाई में सबसे नीचे के स्तरों से जिन जानवरों की हड्डियाँ मिली हैं, उनमें हिरण । तथा जंगली सुअर प्रमुख हैं, जिससे पता चलता है कि इस अवस्था में मानव केवल शिकार पर निर्भर था, इसके ऊपर के स्तरों में भेड़ तथा बकरियों की हड्डियाँ ज्यादा मिली हैं, इससे पता चलता है कि इस काल में लोगों ने पशुपालन करना आरंभ कर दिया था।

4. सही या गलत बताओ।
(क) हल्लूर में ज्वार-बाजरा मिला है।
(ख) बुर्जहोम में लोग आयताकार घरों में रहते थे।
(ग) चिरौद कश्मीर का एक पुरास्थल है।
(घ) जेडाइट, जो दाओजली हेडिंग में मिला है, चीन से लाया गया होगा।
उत्तर :
(क) सही
(ख) गलत
(ग) गलत
(घ) सही

आओ चर्चा करें।

5. कृषकों-पशुपालकों का जीवन शिकारी-खाद्य संग्राहकों के जीवन से कितना भिन्न था, तीन अंतर बताओ।
उत्तर : अंतर

  1. कृषकों-पशुपालकों का जीवन स्थायी था, जबकि शिकारी-खाद्य संग्राहक का जीवन अस्थायी था, क्योंकि वे भोजन की तलाश में इधर-उधर घूमते रहते थे।
  2. कृषकों-पशुपालकों को भोजन कृषि उत्पादों तथा पालतू पशुओं पर आधारित होता था, जबकि शिकारी-खाद्य संग्राहकों का जीवन जंगली जानवरों व अन्य उत्पादों पर आधारित होता था।
  3. कृषकों-पशुपालकों ने अपने रहने के लिए आवासों का निर्माण करना आरंभ कर दिया था, जबकि शिकारी-खाद्य संग्राहक प्रायः गुफाओं और कंदराओं में रहते थे।

6. पृष्ठ 25 की तालिका में दिए गए जानवरों की एक सूची बनाओ और यह भी बताओ कि इनका उपयोग किस रूप में किया जाता था।
उत्तर :

NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 3 (Hindi Medium) 1

आओ करके देखें

7. तुम जिन अनाजों को खाते हो उनकी एक सूची बनाओ।
उत्तर : हम निम्नलिखित अनाजों को खाते हैं

  1. गेहूँ
  2. चावल
  3. बाजरा
  4. मक्का
  5. ज्वार
  6. जौ

8. प्रश्न 7 के उत्तर में लिखे अनाजों को क्या तुम स्वयं उगाते हो? अगर हाँ, तो एक तालिका बनाकर उसकी खेती की विभिन्न अवस्थाओं को दिखाओ। अगर नहीं, तो एक तालिका बनाकर दिखाओ कि ये अनाज किसान से लेकर तुम्हारे पास तक कैसे पहुँचे।
उत्तर : छात्र स्वयं करें।

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