Chapter 1 विकास

अभ्यास प्रश्न

बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर

1. आर्थिक विकास का कौन मापक नहीं है?

a. प्रतिव्यक्ति आय

b. वनों का हास

c. साक्षरता दर

d. शिशु मृत्यु दर । (b)

2. निम्नलिखित में से क्या विकास का आर्थिक लक्ष्य नहीं है?

a. नियमित रोजगार

b. बेहतर मजदूरी

c. उत्पादित वस्तुओं के बेहतर मूल्य

d. नशाखोरी । (d)

3. पंजाब के समृद्ध किसान क्या नहीं चाहेंगे?

a. सस्ते श्रमिक

b. उच्च आय

c. गिरते मूल्य

d. अधिक उपज । (c)

4. भारतीय अर्थव्यवस्था के संदर्भ में आँकड़े प्राप्त करने के प्रमुख स्रोत हैं-

a. आर्थिक सर्वेक्षण

b. भारतीय रिजर्व बैंक की हैंडबुक ऑफ स्टेटिस्टिक्स ऑन इंडियन इकोनॉमी

c. मानव विकास रिपोर्ट

d. उपर्युक्त सभी। (d)

5. निम्नलिखित देशों में से किसका मानव विकास सूचकांक में बेहतर स्थान है?

a. अफ़गानिस्तान

b. म्यानमार

c. भारत

d. नेपाल । (c)

6. निम्नलिखित में से कारखानों के श्रमिकों के विकास का कौन-सा एक लक्ष्य है?

a. बेहतर वेतन

b. बेहतर तकनीक

c. काम के अधिक घंटे

d. अधिक श्रम कार्य। (a)

7. निम्न में से किस राज्य की प्रतिव्यक्ति आय सर्वाधिक है?

a. हरियाणा

b. बिहार

c. राजस्थान

d. मेघालय | (a)

8. एक ऐसी प्रक्रिया जिसमें शुद्ध प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होने के साथ-साथ असमानता, गरीबी, निरक्षरता तथा बीमारी में कमी भी हो। दूसरे शब्दों में, लोगों के आर्थिक जीवन में सुधार हो तथा उनका जीवन स्तर ऊँचा हो, कहलाती है-

a. विकास

b. प्रतिव्यक्ति आय

c. औसत आय

d. राष्ट्रीय आय । (a)

9 आर्थिक विकास की वह प्रक्रिया जिसका लक्ष्य प्राकृतिक संसाधनों तथा पर्यावरण को नुकसान पहुँचाए बिना वर्तमान तथा भावी दोनों पीढ़ियों के जीवन की गुणवत्ता को बनाए रखना है, इसे कहा जाता है-

a. सतत पोषणीय विकास

b. मानवीय विकास

c. राष्ट्रीय विकास

d. अर्थव्यवस्था का विकास। (a)

10. निम्न में से कौन-सा तथ्य केरल में शिशु मृत्यु दर कम होने के लिए उत्तरदायी है?

a. प्राकृतिक संसाधनों की प्रचुरता

b. राज्य सरकार की कार्यकुशलता

c. प्रतिव्यक्ति अधिकतम आय

d. आधारभूत स्वास्थ्य एवं शैक्षिक सुविधाओं की प्रचुरता । (d)

11. निम्नलिखित आँकड़ों को पढ़िए और नीचे दिए प्रश्न का उत्तर लिखिए-

हरियाणा का निवल अनुपस्थिति अनुपात कितना है? सही विकल्प का चयन कीजिए:

a. 39

b. 27

c. 38

d. 18 (a)

12. ज्यादा आय चाहने के अतिरिक्त मनुष्य चाहता है-

a. समानता का व्यवहार

b. स्वतंत्रता

c. सुरक्षा

d. ये सभी । (d)

13. निम्नलिखित में से भौतिक वस्तु कौन-सी नहीं है?

a. कार

b. एयरकंडीशन

c. दूसरों से आदर मिलने की इच्छा

d. उपर्युक्त में से कोई नहीं । (c)

14. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही नहीं है?

a. जीने के लिए केवल भौतिक वस्तुएँ ही पर्याप्त नहीं होतीं।

b. द्रव्य या उससे खरीदी जा सकने वाली वस्तुएँ एक कारक हैं जिस पर हमारा जीवन निर्भर है।

c. जिसे मापा नहीं जा सकता, वह महत्त्व नहीं रखता।

d. उपर्युक्त सभी। (c)

15. पोषण मूल्यांकन का उचित प्रकार है-

a. बी० एम०आई०

b. सी०पी०आई०

c. वी०डी०आई०

d. इनमें से कोई नहीं । (a)

16. ‘बी०एम०आई०’ ज्ञात करने का सूत्र है-

(a)

17. एक व्यक्ति की आयु 29 वर्ष 4 माह है और बी०एम०आई० 30.4 है, तो वह है-

a. सामान्य

b. अल्पपोषित

c. न्यूनभारित

d. अतिभारित (b)

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. आर्थिक संवृद्धि क्या है?

उत्तर – आर्थिक संवृद्धि से आशय एक अर्थव्यवस्था में सकल घरेलू उत्पाद में सतत एवं दीर्घकालीन वृद्धि से है।

प्रश्न 2. आर्थिक विकास क्या है?

उत्तर- आर्थिक विकास का अर्थ है- प्रतिव्यक्ति आय में दीर्घकालीन वृद्धि और भौतिक कल्याण में सुधार।

प्रश्न 3. निम्नलिखित तालिका का अध्ययन कीजिए तथा नीचे दिए प्रश्न का उत्तर लिखिए-

केरल की तुलना में किस राज्य की शिशु मृत्युदर सबसे अधिक है?

स्रोतः आर्थिक सर्वेक्षण 2017-18 वॉल्यूम 2, भारत सरकार, राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (रिपोर्ट संख्या 575)

उत्तर – केरल की तुलना में बिहार की शिशु मृत्युदर सबसे अधिक है।

प्रश्न 4. लोगों द्वारा इच्छित तीन आर्थिक लक्ष्य क्या हैं?

उत्तर – लोगों द्वारा इच्छित तीन आर्थिक लक्ष्य हैं- (i) नियमित कार्य, (ii) बेहतर मजदूरी तथा (iii) अपनी फसलों एवं अन्य उत्पादों के लिए अच्छी कीमतें |

प्रश्न 5. लोगों द्वारा इच्छित सामाजिक लक्ष्य क्या है?

उत्तर – लोगों द्वारा इच्छित सामाजिक लक्ष्य हैं- (1) समान व्यवहार, (ii) सामाजिक सुरक्षा तथा (ii) अन्य लोगों द्वारा सम्मान ।

प्रश्न 6. जो किसान फसल उगाने के लिए केवल वर्षा पर निर्भर हैं, उनके लिए विकास का लक्ष्य क्या हो सकता है?

उत्तर- सिंचाई के लिए अतिरिक्त साधनों की उपलब्धता ।

प्रश्न 7. क्या सभी लोग विकास अथवा उन्नति की समान व्याख्या करते हैं?

उत्तर- नहीं, सभी लोग विकास अथवा उन्नति की समान व्याख्या नहीं करते। इसका कारण यह है कि विभिन्न व्यक्तियों की इच्छाओं में परस्पर विरोध हो सकता है। इसके बावजूद एक बात निश्चित है कि सभी लोग अधिक आय चाहते हैं।

प्रश्न 8. आर्थिक विकास का क्या उद्देश्य है?

उत्तर – आर्थिक विकास का उद्देश्य अर्थव्यवस्था की उत्पादन क्षमता में वृद्धि करना है।

प्रश्न 9 आर्थिक संवृद्धि के दो प्रमुख मापदंड क्या हैं?

उत्तर – आर्थिक संवृद्धि के दो प्रमुख मापंदड हैं- (i) सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि, (ii) प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि ।

प्रश्न 10. सकल राष्ट्रीय उत्पाद से क्या आशय है?

उत्तर – किसी अर्थव्यवस्था में जो भी अंतिम वस्तुएँ और सेवाएँ एक वर्ष की अवधि में उत्पादित की जाती हैं, उन सभी के बाजार मूल्य के योग को सकल राष्ट्रीय उत्पाद कहते हैं।

प्रश्न 11. प्रतिव्यक्ति आय किसे कहते हैं?

उत्तर- राष्ट्रीय आय को जनसंख्या से भाग देने पर प्रतिव्यक्ति आय ज्ञात हो जाती है। सूत्र रूप में,

प्रतिव्यक्ति आय ही औसत आय कहलाती है।

प्रश्न 12. आर्थिक क्रियाएँ किन्हें कहते हैं?

उत्तर- वे क्रियाएँ, जो राष्ट्रीय आय में मूल्यवर्धन करती हैं, आर्थिक क्रियाएँ कहलाती हैं।

प्रश्न 13. बाजार क्रियाओं से क्या अभिप्राय है?

उत्तर- वे क्रियाएँ जो वेतन या लाभ के उद्देश्य से की जाती हैं तथा जिनके प्रतिफल के रूप में पारिश्रमिक का भुगतान किया जाता है, बाजार क्रियाएँ कहलाती हैं। इसमें वस्तुओं व सेवाओं का उत्पादन शामिल होता है।

प्रश्न 14. गैर-बाजार क्रियाओं से क्या अभिप्राय है?

उत्तर- गैर-बाजार क्रियाओं से अभिप्राय स्व- उपयोग के लिए उत्पादन है। इसमें प्राथमिक उत्पादों का उपयोग व प्रसंस्करण और अचल सम्पत्तियों का उत्पादन सम्मिलित है।

प्रश्न 15. तीन उदाहरण दीजिए जहाँ स्थितियों की तुलना के लिए औसत का प्रयोग किया जाता है।

उत्तर- (i) आयः प्रतिव्यक्ति आय (i) औसत लंबाई, (iii) औसत भार ।

प्रश्न 16. मानव विकास रिपोर्ट विभिन्न देशों की तुलना किस आधार पर करती है?

उत्तर- मानव विकास रिपोर्ट देशों की तुलना लोगों के शैक्षिक स्तर, उनकी स्वास्थ्य स्थिति, जीवन प्रत्याशा और प्रतिव्यक्ति आय के आधार पर करती है।

प्रश्न 17. मानव विकास सूचकांक से क्या तात्पर्य है?

उत्तर – संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित किया गया एक ऐसा मापदंड जिसके द्वारा विश्व के विभिन्न देशों का सामाजिक तथा आर्थिक उपलब्धियों के आधार पर स्थान निर्धारित किया जाता है।

प्रश्न 18. आप क्यों सोचते हैं कि औसत आय विकास को समझने का एक महत्त्वपूर्ण मापदंड है?

उत्तर- औसत आय विकास को समझने का एक महत्त्वपूर्ण मापदंड है क्योंकि इससे प्रतिव्यक्ति आय का ज्ञान होता है। यद्यपि यह सर्वाधिक शुद्ध मापदंड नहीं है किंतु महत्त्वपूर्ण मापदंड अवश्य है।

प्रश्न 19. किस व्यक्ति को साक्षर माना जाता है?

उत्तर – वह व्यक्ति जो स्वविवेक से किसी भाषा को पढ़-लिख सके, साक्षर माना जाता है।

प्रश्न 20. पुरुषों की अपेक्षा महिलाएँ कम शिक्षित क्यों हैं?

उत्तर – पुरुषों की अपेक्षा महिलाएँ कम शिक्षित हैं क्योंकि उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जाता है।

प्रश्न 21. जन्म दर से क्या अभिप्राय है?

उत्तर- जन्म दर से अभिप्राय एक विशेष अवधि में प्रति एक हजार व्यक्तियों के पीछे जन्म लेने वाले शिशुओं की संख्या से है।

प्रश्न 22. मृत्यु दर से क्या अभिप्राय है?

उत्तर – मृत्यु दर से अभिप्राय एक विशेष अवधि से प्रति हजार व्यक्तियों के पीछे मरने वाले लोगों की संख्या से है।

प्रश्न 23. शिशु मृत्यु दर से क्या आशय है?

उत्तर – किसी वर्ष में पैदा हुए 1000 जीवित बच्चों में से 1 वर्ष की आयु से पहले मर जाने वाले बच्चों का अनुपात ही शिशु मृत्यु दर है।

प्रश्न 24. केरल में अन्य राज्यों की अपेक्षा शिशु मृत्यु दर कम क्यों है?

उत्तर – केरल ने स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में अन्य राज्यों से अधिक विकास किया है इसलिए वहाँ शिशु मृत्यु दर कम है।

प्रश्न 25. राष्ट्रीय आय से क्या तात्पर्य है?

उत्तर – एक लेखा वर्ष में, देश के अंदर सभी आर्थिक क्रियाओं से प्राप्त आय में जब विदेशों से प्राप्त आय को जोड़ते हैं तो राष्ट्रीय आय प्राप्त होती है।

प्रश्न 26. तीनों स्तरों के लिए सकल नामांकन अनुपात का क्या अर्थ है?

उत्तर- प्राथमिक स्कूल, माध्यमिक स्कूल और उससे आगे उच्च शिक्षा के नामांकन अनुपात का कुल योग तीनों स्तरों के लिए सकल नामांकन अनुपात होता है।

प्रश्न 27. निवल उपस्थिति अनुपात से क्या तात्पर्य है?

उत्तर- 6-10 वर्ष की आयु के स्कूल जाने वाले कुल बच्चों का उस आयु वर्ग के कुल बच्चों के साथ प्रतिशत निवल उपस्थिति अनुपात कहलाता है।

प्रश्न 28. शरीर द्रव्यमान सूचकांक (बी०एम०आई०) को बनाए रखने के लिए कोई तीन संतुलित उपाय सुझाइए ।

उत्तर- (i) संतुलित पोषक आहार,

(ii) समुचित व्यायाम,

(iii) समय-समय पर स्वास्थ्य की जाँच |

प्रश्न 29. विश्व के औसत से भारत की प्रतिव्यक्ति आय कम क्यों है? भारत में प्रतिव्यक्ति आय में बढ़ोतरी के लिए किसी एक उपाय को बताइए।

उत्तर- किसी भी अर्थव्यवस्था में जनसंख्या में तीव्र वृद्धि प्रतिव्यक्ति आय पर प्रभाव डालती है। तीव्र जनसंख्या वृद्धि का संसाधनों पर भी प्रतिकूल प्रभाव परिलक्षित होता है। शिक्षा का अभाव, स्वास्थ्य दशाएँ और रोजगार के अवसर भी नागरिकों की आय को कम

करते हैं। इसी से देश की प्रतिव्यक्ति आय में गिरावट हो जाती है।

प्रश्न 30. भारत में प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि के लिए किसी एक उपाय को बताइए।

उत्तर – सरकार द्वारा अवसंरचना, शिक्षा व प्रशिक्षण पर अधिक निवेश करके भारत की प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि की जा सकती है। अधिक शिक्षा और कार्य के कौशल के माध्यम से लोग अधिक वस्तुओं व सेवाओं का उत्पाद कर सकते हैं, नए व्यवसाय लगा सकते हैं जिससे अधिक आय होगी।

प्रश्न 31. मानव विकास सूचकांक में वृद्धि हेतु भारत के लिए दो सुझाव दीजिए-

उत्तर- (i) बजट में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा के लिए अधिक धनराशि का आवंटन किया जाना चाहिए।

(ii) मानव संसाधन में वृद्धि करने के निमित्त शिक्षा के क्षेत्र में अधिक निवेश किया जाना चाहिए। स्कूल-कॉलेजों की संख्या में भी अभिवृद्धि की जानी चाहिए। अध्यापकों को ठीक प्रकार से प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।

प्रश्न 32. झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों के जीवन स्तर में किस प्रकार सुधार किया जाना चाहिए?

उत्तर- झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोगों की आर्थिक दशा में सुधार करके उनके जीवन स्तर में सुधार किया जाना चाहिए।

प्रश्न 33. सभी लोगों को कौन-कौन-सी सार्वजनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जानी चाहिए?

उत्तर – सभी लोगों के लिए सार्वजनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इनमें प्रमुख हैं- सड़कें, विद्यालय, सार्वजनिक शौचालय, तालाब, सामुदायिक भवन, चिकित्सालय, पार्क, वाचनालय आदि ।

प्रश्न 34. स्थानीय बस्तियों के लिए क्या किया जाना चाहिए?

उत्तर – (क) सभी स्थानीय बस्तियाँ सार्वजनिक यातायात के साधनों से जोड़ी जानी चाहिए।

(ख) प्रत्येक बस्ती के निकट एक पुलिस स्टेशन होना चाहिए।

(ग) सभी बस्तियों में बिजली की उचित व्यवस्था होनी चाहिए घर में भी और सड़कों व गलियों में भी।

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. “विकास के लिए लोग मिले-जुले लक्ष्यों को देखते हैं।” इस कथन को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर- विकास एक प्रक्रिया है जिसमें प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि 50 होने के साथ-साथ निर्धनता एवं निरक्षरता में कमी भी हो अर्थात् लोगों के आर्थिक जीवन में सुधार हो एवं उनका जीवन स्तर ऊँचा हो । विकास के लिए लोग मिले-जुले लक्ष्यों को देखते हैं। यह सत्य है कि यदि महिलाएँ वेतनभोगी कार्य करती हैं तो घर एवं समाज में उनके आदर व सम्मान में वृद्धि होती है। यद्यपि यह भी सत्य है कि यदि महिलाओं के लिए आदर है तो घर में उनके कामकाज में अधिक-से-अधिक हाथ बँटाया जाएगा तथा घर से बाहर कार्य करने वाली महिलाओं को अधिक स्वीकार किया जाएगा। सुरक्षित एवं संरक्षित वातावरण के कारण अधिकाधिक महिलाएँ विभिन्न प्रकार की नौकरियाँ अथवा व्यापार कर सकती हैं इसलिए लोगों के विकास के लक्ष्य केवल अच्छी आमदनी से ही नहीं होते बल्कि जीवन में अन्य महत्त्वपूर्ण वस्तुओं के बारे में भी होते हैं।

प्रश्न 2. मानव विकास का आशय स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर- स्वस्थ भौतिक पर्यावरण से लेकर आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता तक समस्त प्रकार के मानव विकल्पों को सम्मिलित करते हुए लोगों के विकल्पों में विस्तार और उनके शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं तथा सशक्तीकरण के अवसरों में वृद्धि की प्रक्रिया मानव विकास कहलाती है। दूसरे शब्दों में, मानव विकास लोगों की इच्छाओं एवं उनके जीवन स्तर में वृद्धि लाने की प्रक्रिया है ताकि वे एक उद्देश्यपूर्ण एवं सक्रिय जीवन जी सकें।

प्रश्न 3. विकास की प्रमुख विशेषताओं को स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर – विकास की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- (i) अलग-अलग लोगों के विकास के लक्ष्य अलग-अलग हो सकते हैं।

(ii) एक व्यक्ति के लिए जो विकास है, हो सकता है वह दूसरे व्यक्ति के लिए विकास न हो। दूसरे के लिए वह विनाशकारी भी हो सकता है।

(iii) विकास के लिए सब लोग मिले-जुले लक्ष्यों को देखते हैं।

(iv) विकास का सबसे महत्त्वपूर्ण अंग है-आय, परंतु ज्यादा आय चाहने के अतिरिक्त लोग बराबरी का व्यवहार, स्वतंत्रता, सुरक्षा एवं दूसरों से आदर मिलने की इच्छा भी रखते हैं।

प्रश्न 4. देशों के बीच तुलना करने हेतु कुल आय अधिक उपयुक्त माप नहीं है, क्यों?

उत्तर- देशों के बीच तुलना करने के लिए कुल आय अधिक उपयुक्त माप नहीं है क्योंकि देशों की जनसंख्या अलग-अलग होती है। कुल आय की तुलना करने से हमें यह ज्ञात नहीं होता है कि औसत व्यक्ति क्या कमा सकता है। क्या एक देश के लोग दूसरे देश के लोगों से बेहतर हैं? इन प्रश्नों का उत्तर कुल आय से नहीं मिल पाता। इसलिए हम औसत आय की तुलना करते हैं जो कि देश की कुल आय में कुल जनसख्या का भाग देकर निकाली जाती है।

प्रश्न 5. “धन उन सभी वस्तुओं और सेवाओं को नहीं खरीद सकता जिससे व्यक्ति बेहतर जीवन बिता सके।” उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – यह सत्य है कि धन उन सभी वस्तुओं और सेवाओं को नहीं खरीद सकता जिससे व्यक्ति बेहतर जीवन बिता सके। उदाहरण के रूप में धन प्रदूषण मुक्त वातावरण नहीं खरीद सकता, धन बिना मिलावट की वस्तुएँ नहीं दिला सकता, धन से संक्रामक बीमारियों से नहीं बचा जा सकता। इसके अतिरिक्त धन शांति भी नहीं खरीद सकता।

विस्तृत उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. मानव विकास सूचकांक का महत्त्व स्पष्ट करते हुए आर्थिक विकास व मानव विकास में अंतर स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर- मानव विकास- स्वस्थ भौतिक पर्यावरण से लेकर आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक स्वतंत्रता तक समस्त प्रकार के मानव विकल्पों को सम्मिलित करते हुए लोगों के विकल्पों में विस्तार और उनके शिक्षा स्वास्थ्य सेवाओं तथा सशक्तीकरण के अवसरों में वृद्धि की प्रक्रिया मानव विकास कहलाती है। दूसरे शब्दों में कहा जाए, तो मानव विकास लोगों की इच्छाओं एवं उनके जीवन स्तर में वृद्धि लाने की प्रक्रिया है ताकि वे एक उद्देश्यपूर्ण एवं सक्रिय जीवन जी सकें।

मानव विकास सूचकांक- मानव विकास के विविध आयामों के मापन के लिए संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा निर्धारित विभिन्न संकेतों को मानव विकास सूचकांक कहा जाता है। इसका महत्त्व निम्नलिखित है-

(i) यह देश के विकास के स्तर का संकेत देता है।

(ii) इसके माध्यम से आर्थिक विकास के महत्त्वपूर्ण घटकों, यथा जीवन प्रत्याशा, शिक्षा प्राप्ति का स्तर एवं वास्तविक प्रतिव्यक्ति आय की जानकारी मिलती है।

(iii) यह विभिन्न देशों को संकेत देता है कि वे मानव विकास की दिशा में कितने अग्रसर हो चुके हैं एवं उन्हें कितना और आगे बढ़ना है।

प्रश्न 2. विकास क्या है? विकास के विभिन्न लक्ष्यों का विस्तार से वर्णन कीजिए।

उत्तर – विकास एवं उसके विभिन्न लक्ष्य- ‘विकास’ को हम एक ऐसी प्रक्रिया के रूप में समझ सकते हैं, जिसमें प्रतिव्यक्ति आय में वृद्धि होने के साथ-साथ सामाजिक असमानता, निर्धनता और निरक्षरता में कमी होनी चाहिए। दूसरे शब्दों में जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में मात्रात्मक व गुणात्मक सुधार होना चाहिए। ‘विकास’ की अवधारणा अत्यंत व्यापक है। ऐसी स्थिति में भिन्न-भिन्न लोगों के लिए इसका अर्थ अलग-अलग हो सकता है। एक व्यक्ति के लिए जो दशा विकास है, हो सकता है दूसरे के लिए वह विकास न हो। उदाहरणार्थ- अधिक मजदूरी अर्थात् एक मजदूर का विकास उद्योगपति के लिए ठीक नहीं कहा जाएगा क्योंकि उसे अधिक धन खर्च करना पड़ेगा। व्यापारी खाद्यान्न को अधिक कीमत पर बेचकर लाभ प्राप्त करना चाहता है किंतु गरीब व्यक्ति उन्हें कम कीमत पर खरीदना चाहेगा। अधिक विद्युत प्राप्त करने हेतु उद्योगपति अधिक बाँधों के निर्माण के पक्ष में हो सकते हैं लेकिन इस कारण कृषि भूमि में कमी आ सकती है, जिससे किसानों को हानि उठानी पड़ सकती है। बाँध के निर्माण से सस्ती और अधिक विद्युत ऊर्जा प्राप्त होती है लेकिन जिन लोगों को बाँधों के निर्माण से बेघर होना पड़ता है वे विद्रोह पर उतारू हो सकते हैं।

उपर्युक्त विवरण से स्पष्ट है कि एक का विकास दूसरे के लिए समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। अतः विकास का परिणाम समान न होकर अलग-अलग होता है। वृहद् दृष्टिकोण से मूल्यांकन करने पर यह बात भी स्पष्ट हो जाती है कि धन उन सभी वस्तुओं और सेवाओं को नहीं खरीद सकता जो अच्छे जीवन के लिए आवश्यक हैं। उदाहरण के लिए धन प्रदूषण मुक्त वातावरण नहीं खरीद सकता, धन बिना मिलावट की वस्तुएँ नहीं दिला सकता, धन संक्रामक बीमारियों से नहीं बचा सकता। धन से शांति भी नहीं खरीदी जा सकती।

अतः यह बात स्पष्ट हो जाती है कि विकास के लक्ष्य भिन्न-भिन्न होते हैं।

प्रश्न 3. औसत आय किस प्रकार ज्ञात की जाती है? उन सूचकों को सूचीबद्ध कीजिए जिनके आधार पर मानव विकास सूचकांक बनाया जाता है।

उत्तर- औसत आय- औसत आय देश की कुल आय को कुल जनसंख्या से भाग देकर निकाली जाती है। औसत आय को ही प्रतिव्यक्ति आय कहते हैं। विश्व बैंक की विश्व विकास रिपोर्ट में देशों का वर्गीकरण करने में औसत आय से संबंधित मापदंड का प्रयोग किया गया है। वे देश जिनकी 2017 में प्रतिव्यक्ति आय 12,056 अमेरिकी डॉलर प्रतिवर्ष या उससे अधिक है, उन्हें समृद्ध देश कहा गया है। समृद्ध देशों में मध्य पूर्व के देश और कुछ अन्य छोटे देश सम्मिलित नहीं है। समृद्ध देशों को सामान्यतया विकसित देश कहा जाता है। वे देश जिनकी प्रतिव्यक्ति आय 995 अमेरिकी डॉलर प्रतिवर्ष या उससे कम है, उन्हें निम्न आय वाला देश कहा गया है।

मानव विकास सूचकांक के सूचक- मानव विकास के महत्त्वपूर्ण सूचकांक निम्नलिखित हैं-

(i) जीवनकाल – मानव विकास का यह महत्त्वपूर्ण सूचकांक है क्योंकि सुदीर्घ जीवन अवधि को विकास का सहगामी माना जाता है।

(ii) शैक्षिक स्तर- विकास में व्यक्ति का शैक्षिक स्तर अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करता है। विकास से इसका गुणात्मक संबंध होता है।

(iii) प्रतिव्यक्ति आय- इसकी गणना सभी देशों के लिए डॉलर में की जाती है। अनेक विरोधाभासों के बीच विकास का तुलनात्मक अध्ययन करने में इसकी महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।

मानव विकास सूचकांक देश के विकास के स्तर को समझने में मदद करता है। इसके माध्यम से आर्थिक विकास के महत्त्वपूर्ण घटकों जैसे जीवन प्रत्याशा, शिक्षा प्राप्ति का स्तर और व्यक्ति की आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलती है। मानव विकास सूचकांक देशों को यह बताने में समर्थ होता है कि वे मानव विकास की दिशा में कितने अग्रसर हो चुके हैं और उन्हें कितना और आगे बढ़ना है।

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