A Roadside Stand Summary and Translation in Hindi
Summary of the Poem.
Through this poem, the poet, Robert Frost expresses his anger at the indifferent behaviour of the rich towards the poor. A poor farmer builds a vegetable stand along the highway outside his house. He builds this stand in the hope that people of passing cars would buy his produce. He only wants to earn a living. He is not begging for money. However, no car ever stops. The poet says that the selfish politicians befool these poor people with false promises.
कविता का सारांश
इस कविता के माध्यम से कवि रॉबर्ट फ्रॉस्ट अमीर लोगों के गरीब लोगों के प्रति उदासीन (उपेक्षापूर्ण) व्यवहार पर क्रोध व्यक्त करते हैं। एक गरीब किसान अपने घर के बाहर सड़क के किनारे सब्जी का एक स्टैण्ड (अड्डा) बना लेता है। वह इस आशा में स्टैण्ड (अड्डा) बनाता है कि वहाँ से गुजरने वाली कारों में बैठे अमीर लोग उसका सामान खरीदेंगे। वह सिर्फ कुछ पैसा कमाना चाहता है । वह पैसे के लिये भीख नहीं माँग रहा है । लेकिन, कोई कार वहाँ नहीं रुकती है । कवि कहते हैं कि स्वार्थी राजनीतिज्ञ इन गरीब लोगों को झूठे वायदों के साथ मूर्ख बनाते हैं।
Word-Meanings, Hindi Translation, Questions On Comprehension And Appreciation
Stanza 1.
The little old house was out with a little new shed
In front at the edge of the road where the traffic sped,
A roadside stand that too pathetically pled,
It would not be fair to say for a dole of bread.
Word-Meanings : out (आउट) = (here) extended outside, बाहर की तरफ बढ़ा हुआ। shed (शेड) = छप्पर। edge (ऐज)= border, किनारा। traffic sped (ट्रैफिक स्पैड)= यातायात तेज गति से चलता था। stand (Rus) = a place at which people can buy things or get information, 37551| pathetically (Telfechat)= in a pitiable manner, दयनीय रूप से। pled (प्लेड) = made a request, निवेदन करता था। not be fair (नॉट बी फेअ(र))= it would not be just to say, यह कहना उचित नहीं होगा | dole of bread (डोल ऑव ब्रैड) = (here) donation, खैरात या भिक्षा ।
हिन्दी अनुवाद- सड़क के किनारे सामने ही एक छोटे पुराने मकान का एक छोटे से नये शेड के साथ विस्तार कर दिया गया था । उस सड़क पर यातायात तेजी से चलता था । सड़क के किनारे का यह स्टैण्ड (अड्डा) बड़े दयनीय रूप से निवेदन करता था (उस सड़क पर चलने वाले अमीरों से)। परन्तु यह कहना उचित नहीं होगा कि इस स्टैण्ड की दुकान को चलाने वाले खैरात के लिये याचना करते थे|
Reference – The are the lines which begin the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context – The poem begins with introducing us to the location and some detail of a roadside open shop
Explanation – A small new shed was extended from a small, old house. It stood at the readside by which a lot of traffic moved. This readside stand waited desperately for customers to stop and make a purchase. However, the owner was not looking for any charity for he was a poor yet self-respecting man.
संदर्भ – ये कविता ‘A Roadside Stand’ की आरंभिक पंक्तियाँ हैं। इस कविता के रचयिता रॉबर्ट फ्रॉस्ट हैं।
प्रसंग – आरंभ में यह कविता हमारा परिचय एक सड़क किनारे की दुकान के स्थान व कुछ अन्य तथ्यों से करवाती है।
व्याख्या – एक छोटे पुराने घर के आगे एक छोटे शेड का विस्तार किया गया। यह शेड सड़क के किनारे था जहाँ से बहुत से वाहन गुजरते थे । यह सड़क किनारे की दुकान बहुत व्याकुलता से ग्राहकों के रुकने व कुछ खरीदने की प्रतीक्षा कर रही थी। यद्यपि दुकान का मालिक कोई खैरात नहीं चाहता क्योंकि वह एक निर्धन किन्तु स्वाभिमानी व्यक्ति था।
Stanza 2.
But for some of the money, the cash, whose flow supports
The flower of cities from sinking and withering faint.
The polished traffic passed with a mind ahead,
Or if ever aside a moment, then out of sorts
At having the landscape marred with the artless paint
Of signs that with N turned wrong and S turned wrong.
Word-Meanings :
the flower of cities (द फ्लॉउअर ऑव सिटीज़) = best things of the city, शहर की सबसे बढ़िया वस्तुएँ। sinking (सिंकिंग) = (here) ruin, बर्बादी। withering (विदरिंग) = drying and shrinking, कुम्हलाते हुए । faint (फेंट) = lifeless, अशक्त या बेहोश या अचेत। polished (पॉलिश्ट) = refined, परिष्कृत या शिष्ट। mind ahead (माइन्ड अहैड) = (here) going straight forward, सीधा आगे बढ़ना। aside (असाइड) = on one side, एक तरफ/किनारे। out of sorts (आउट ऑव सोट्स) = (here) irritated, not feeling well, खिन्न होते हुए। landscape (लैण्ड्स्के प) = site of the land, भूदृश्य। marred (मार्ड) = spoiled, खराब या नष्ट किया। artless (आ:ट्लस) = clumsy, भद्दा।
हिन्दी अनुवाद- लेकिन वह (जो लोग इस स्टैण्ड को चला रहे थे) अपना माल बेचकर यह याचना या विनती कुछ पैसे के लिये, नगदी के लिये कर रहे थे जिसके प्रचलन से शहरों की सबसे बढ़िया और र। चीजों का विकास होता है और वे बर्बाद होने या मुरझाने से बचती हैं। शिष्ट लोगों (अमीरों) का यातायात सीधा गुजर जाता था (बिना स्टैण्ड पर रुके और वस्तुएँ खरीदे)। यदि कोई एक क्षण के लिये रुकता भी तो वहाँ की भद्दी-सी पेंट जो उस परिदृश्य की शोभा को नष्ट कर रही थी या फिर वे N और S के चिह्न जो गलत मुड़ गये थे, को देखकर खिन्न हो जाता था।
Reference – These lines are taken from the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context – The poet here points out the stand owner’s concern and explains why he did not get enough business on the readside.
Explanation – The stand by the roadside expected to earn some money from its wares. This would be a very small fraction of the cash that makes cities (urban centres) survive and grow, and saves them from collapsing like a withering flower. But alas! The rich and ambitious motorists passed from there lost in their thoughts of their next venture.
And even if someone stopped there, he looked at the garish, incongruous hordings that marred the lovely countryside landscape. Some stopped to check directions, because the singns had turned upside down.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्स्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – यहाँ कवि दुकानदार की चिंता बताता है तथा यह समझाता है कि क्यों उसका धन्धा यहाँ सड़क किनारे अच्छा नहीं चल रहा है।
व्याख्या – सड़क किनारे की दुकान अपने सामान की बिक्री से कुछ आय की आशा करती थी। यह पैसा उस धन का एक बहुत ही तुच्छ अंश होगा जो शहरों के अस्तित्व व विकास हेतु आवश्यक है, और यही धन शहरों को एक मुरझाते हुए फूल के समान उजाड़ होने से बचाता है। किन्तु हाय! धनी व महत्वाकांक्षी वाहन-स्वामी सड़क से होते हुए आगे बढ़ जाते। वे अपने अगले उद्यम के विचारों में लीन रहते थे। और यदि यहाँ कोई रुकता भी था तो यहाँ लगे रंग-बिरंगे, भद्दे होडिंग्स को देखता जो यहाँ के सुंदर ग्रामीण भूदृश्य पर एक धब्बा थे। कुछ दिशा जाँचने हेतु रुकते क्योंकि यहाँ सड़क पर लगे दिशा-चिह्न उलटे-पुलटे हो गए थे।
Stanza 3.
Offered for sale wild berries in wooden quarts,
Or crook-necked golden squash with silver warts,
Or beauty rest in a beautiful mountain scene,
You have the money, but if you want to be mean,
Why keep your money (this crossly) and go along.
Word-Meanings : wild (वाइल्ड) = of the forest, जंगली। berries (बैरीज) = (here) a small round fruit growing on wild bush, बेर। wooden (वुडन) = made of wood, लकड़ी से बने। quarts (क्वार्ट्स) = containers, (यहाँ) डिब्बे । crook-necked (क्रुक नेक्ट्) = bent necked, मुड़ी हुई गर्दन वाली। squash (स्क्वैश) = gourd, like pumpkin, कुम्हड़ा, लौकी जैसी सब्जी। silver warts (सिल्वर वा:ट्स) = hard lumps, चाँदी जैसी कीलकें (छोटी गाँठे)। mean (मीन) = (here) miser, कंजूस। go along (गो अलाँग) = move forward, आगे बढ़ना।
हिन्दी अनुवाद- वहाँ पर (अड्डे वाली दुकान पर) चौकोर लकड़ी के डिब्बों (quarts) में जंगली बेर (बेरी) या मुड़ी हुई गर्दनों वाले सुनहरे रंग के काशीफल या लौकी जिन पर चाँदी जैसे रंग की कीलके या छोटी गाँठे होती, बिकती थी। या फिर एक सुन्दर पहाड़ी दृश्य के आनन्द के लिये आराम किया जा सकता था यदि आपके पास पैसा हो तो। और यदि आप कंजूस बनना चाहते हैं तो अपना पैसा अपने पास रखिये और आगे बढ़ जाइये ।
Reference – These lines are taken from the poem ‘A Roadside Stand’ composed by Robert Frost.
Context – The poet here describes the wares that were on sale at that roadside stand.
Explanation – The roadside stand (stall) sold wild berries (a fruit from shrubs) kept in wooden crates, squash (a kind of twisted gourd) that had twisted necks and golden coloured with silvery spots. And all this was sold in beautiful surroundings of lush mountains. The stall owner knew that the motorists had plenty of money, but they were miserly in buying fresh farmproduce (while they would spend mindlessly on trivial, unnecessary things). He then got a little annoyed and told the motorists to keep their money and move forward.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – यहाँ कवि उन वस्तुओं का विवरण देता है जो इस दुकान (सड़क किनारे के स्टॉल) पर बिकाऊ थीं।
व्याख्या – इस सड़क-किनारे की दुकान पर जंगली बेर (झाड़ियों पर उगने वाले फल) जो लकड़ी के बक्सों में रखे थे, एक मुड़ी गर्दन वाली लौकी जो सुनहरे रंग पर चाँदी के रंग के चकते लिए थीं, यह सभी बिक रहे थे। और यह सभी हरे-भरे पहाड़ों से घिरे सुन्दर स्थान पर बिकाऊ थे। दुकानदार जानता था कि इन वाहन चालकों के पास बहुत पैसा है, परन्तु वे ताजा खेत की उपज क्रय करने में कंजूसी करते हैं (जबकि वे अनुपयोगी, अनावश्यक वस्तुओं पर अंधाधुंध खर्च करते हैं)। दुकानदार अब थोड़ा नाराज़ होकर (अपने मन में) वाहन-चालकों से कहता कि वे अपना पैसा अपने ही पास रखें तथा आगे बढ़ जाएँ।
Stanza 4.
The hurt to the scenery wouldn’t be my complaint
So much as the trusting sorrow of what is unsaid :
Here far from the city we make our roadside stand
And ask for some city money to feel in hand
To try if it will not make our being expand.
Word-Meanings : hurt (ह:ट) = harm, नुकसान । unsaid (अन्सैड)= not said, नहीं कहे गये, अनकहे । scenery (सीनरी)= (here) landscape, भूदृश्य | expand (एक्स्पैं ड)= (here) develop, विस्तार करना, विकास करना ।
हिन्दी अनवाद-कवि कहते हैं कि भूदृश्य को पहुँचा नुकसान (भद्दे पेंट के कारण) मेरी शिकायत नहीं होगी। मेरी शिकायत इन गरीब लोगों के विश्वास को दु:ख पहुँचाने के लिये है जिसके बारे में इन्होंने कभी कहा ही नहीं। (गरीब स्टैन्ड वाले कहते हैं) शहर से दूर हम सड़क किनारे अड्डे की दुकान (स्टैन्ड) बनाते हैं।
हम आशा करते हैं कि स्वयं की समृद्धि व विकास करने के लिये शहरी लोगों से कुछ पैसा हमारे हाथों में आ जाये (सामान की बिक्री द्वारा)। हम देखना चाहते हैं कि कहीं यह पैसा हमें आवश्यकता से अधिक बड़ा (घमण्डी) तो नहीं बना देगा ।
Reference – These lines are taken from the poem ‘A Roadside Stand’ Composed by Robert Frost.
Context – The poet now dwells upon the real complaint of the owner of the roadside stand, and also explains why he wants the money from the city-dwellers.
Explanation – The poet says that he has no problem with the garish, artless paint on the road which spoils the beauty of the surroundings. Rather, he is concerned with the trust that the villagers have in government officials.
But this trust is never respected, which results in sorrow to the silent poor people. The stall owner says that it is not greed which makes him want to earn money. He has made this stall far from the city by the roadside to earn some money from the city-dwellers, so that he may have a taste of money and see if it (the money) makes him as vain and thoughtless, as the city people are.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – अब कवि सड़क किनारे दुकानदार की वास्तविक शिकायत पर बात करता है। वह यह भी समझता है कि वह (दुकानदार) शहर-वासियों से पैसा क्यों चाहता है।
व्याख्या – कवि कहता है कि उसे सड़क पर (दोनों ओर) किए चटकीले, भद्दे रंगों से शिकायत नहीं जिससे यहाँ के सुंदर, हरे-भरे इलाके पर धब्बा लगता है। उसे तो उस विश्वास की चिंता है जो गाँव वाले प्रशासन पर रखते हैं। लेकिन उनके इस विश्वास का कभी सम्मान नहीं किया गया जिससे ये लोग दुखी तो हैं पर कुछ कहते नहीं हैं।
दुकानदार कहता है कि उसने शहर से दूर सड़क किनारे यह दुकान लगाई है, इस कारण नहीं कि उसे पैसे का लालच है, किंतु इसलिए कि वह शहर-वासियों से कुछ पैसा पाना चाहता है ताकि वह पैसे का स्वाद (अनुभव) प्राप्त कर सके व यह देख सके कि पैसा क्या उसे भी वैसा ही घमंडी व बेपरवाह बना देगा जैसा शहरवासी होते हैं।
Stanza 5.
And give us the life of the moving-pictures’ promise
That the party in power is said to be keeping from us.
It is in the news that all these pitiful kin
Are to be brought out and mercifully gathered in
To live in villages, next to the theatre and the store,
Where they won’t have to think for themselves anymore.
Word-Meanings : pitiful (पिटिफल) = deserving pity, दया के पात्र। kin (किन) = relatives, सम्बन्धी। mercifully (मर्सिफलि)= having mercy, दयापूर्ण ढंग से। gathered (गैदर्ड) = assembled, एकत्रित हो गये।
हिन्दी अनवाद- और हमारा भी जीवन चलचित्रों में दिखाये गये वायदों जैसा होगा। लेकिन जो दल सत्ता में है वह जो वायदे करता रहा है, (वह सब झूठे होते हैं) और वह हमारे प्रति उदासीन है। यह समाचारों में है कि इन सभी दया के पात्र सम्बन्धियों अर्थात् गरीब लोगों को गाँवों से बाहर लाना है और दयापूर्वक उन्हें एकत्रित करके गाँवों में थियेटरों और गोदामों के एकदम पास बसाया जायेगा जहाँ उन्हें स्वयं के लिये और अधिक चिन्ता नहीं करनी पड़ेगी।
Reference – These lines are extracted from the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context – The poet further elaborates what the city money is expected to do for the rural folk. He also describes what the politicians are planning to do for these simple, hard-working people in the name of development.
Explanation – The stall-owner further says that he wonders if this money would give them the kind of life shown in movies, the comfortable life that the politicians are deliberately denying them. He has heard the news that all the poor, helpless villagers are to be resettled closer to the cities, near theatres and markets. This was supposed to be a mercy on them, for then, they would not have to be worried about their sustenance any longer.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्स्ट द्वारा रचित कविता A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – कवि यहाँ आगे बताता है कि इस शहरी पैसे से ग्रामीण लोगों के जीवन में किस बदलाव की आशा की जाती है। वह यह भी वर्णित करता है राजनेता विकास के नाम पर इन सीधो-सादे, परिश्रमी लोगों के लिए क्या करने की योजना बना रहे हैं।
व्याख्या – दुकानदार यह सोचता है कि क्या यह पैसा (शहर-वासयों का) उस जैसे ग्रामीणों को वैसा ही जीवन देगा जैसा चल-चित्रों में दिखाया जाता है, वह आरामदायक जीवन जो राजनेता जान-बूझकर उन्हें जीने से वंचित रखना चाहते हैं। वह कहता है कि उसने यह समाचार सुना है कि सभी निर्धन, असहाय ग्रामीणों को शहर से सटे इलाकों में अवस्थापित करेंगे जो थियटरों व बाजारों के पास होंगे। यह उन लोगों पर एक कृपा होगी, क्योंकि तब उन्हें अपने जीवन-यापन की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी।
Stanza 6.
While greedy good-doers, beneficent beasts of prey,
Swarm over their lives enforcing benefits
That are calculated to soothe them out of their wits,
And by teaching them how to sleep they sleep all day,
Destroy their sleeping at night the ancient way.
Word-Meanings : greedy good-doers (ग्रीडि गुड-डुअज़) = greedy persons who pretend to do good, लालची व्यक्ति जो अच्छाई करने का बहाना करते हैं। beneficient (बेनिफिशन्ट) = लाभ उठाने वाले । beasts of prey (बीस्ट्स ऑव प्रे) = violent meat eating animals like lions etc, हिंसक जानवर या पशु।
swarm (स्व:म)= assemble in large number, काफी संख्या में एकत्रित होते हैं । enforcing (इनफो:सिंग) = doing by force, जबरदस्ती करते हुए। calculated (कैल्कु लेटिड) = planned before, पहले से ही तय या योजनाबद्ध तरीका । soothe (सूद्) = to make silent, शान्त करना। out of their wits (आउट ऑव देअर विट्स)= fools, मूर्ख ।
हिन्दी अनुवाद- जबकि लालची व्यक्ति जो गरीबों पर दयालुता दिखाने का नाटक करते हैं तथा जो लाभ उठाने वाले शिकारी जानवरों की भाँति होते हैं, वे उनके (गरीबों के) चारों ओर मंडराते हैं जैसे माँसाहारी जानवर अपने शिकार के चारों ओर मंडराता है। वे योजनाबद्ध तरीके से उन्हें मूर्ख बनाकर अपना लाभ उठाना आरम्भ कर देते हैं उन्हें सिखाते हुए कि कैसे सोया जाये जबकि वे स्वयं सारा दिन सोते रहते हैं और अपने पुराने तरीकों के द्वारा रात्रि को उनकी नींद नष्ट करते रहते हैं।
Reference – These lines are extracted from the poem ‘A Roadside Stand’ composed by Robert Frost.
Context – The poet here warns these simple villagers about the kind of changes their lives would undergo if and when they are re-located to the city outskirts.
Explanation – The poet says that when the rural folk are relocated to the city outskirts their lives would be controlled by those greedy, so-called well-wishers, who will exploit them like flesh-eating wild animals. These predators will burden them forcibly with such benefits that will put them into a slumber of sloth and dull their minds.
Then these hard-working, honest people will become indolent, do no work and sleep all day, and toss about sleepless at night. This is the change that these people would experience, which will destroy their age-old way of life.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्स्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – यहाँ कवि इन सीधे-सादे ग्रामीणों को चेताते हुए यह बताते हैं कि उनके जीवन में किस प्रकार के बदलाव आएँगे यदि उन्हें शहर के पास बसा दिया गया।
व्याख्या – कवि कहता है कि जब इन ग्रामीणों को शहर के बाहर बसाया जाएगा तो उनके जीवन का नियंत्रण उन लालची, तथाकथित शुभ-चिंतकों के हाथ में होगा जो उनका शोषण मांसाहारी, जंगली जानवरों की तरह करेंगे। ये शिकारी उन पर ऐसी सुविधाओं का बोझ बलात लाद देंगे जो उन्हें आलस के उनींदे में डाल देगा और वह उनके मस्तिष्क को कुंद कर देगा।
तब यही परिश्रमी, ईमानदार लोग आलसी हो जाएँगे, कोई काम नहीं करेंगे और पूरे दिन सोकर रातों में करवटें बदलेंगे। यही वह बदलाव होगा जो ये लोग अनुभव करेंगे जो उनकी पुरातन-शैली को नष्ट कर देगा।
Stanza 7.
Sometimes I feel myself I can hardly bear
The thought of so much childish longing in vain,
The sadness that lurks near the open window there,
That waits all day in almost open prayer.
Word-meanings : hardly (हा:ड्लि) = with difficulty, मुश्किल से। bear (बेअर) = tolerate, सहन करना। childish (चाइल्डिश) = (here) immature, अपरिपक्व। longing (लांगिंग) = strong desire, प्रबल या तीव्र इच्छा। in vain (इन वेन) = without any use, व्यर्थ। lurks (ल:क्स) = lies hidden, छुपी पड़ी है।
हिन्दी अनुवाद- कभी-कभी मैं स्वयं महसूस करता हूँ कि मैं व्यर्थ में इतनी बचकानी तीव्र इच्छा (जो ये अड्डे की दुकान वाले संजोकर रखे हैं) को बहुत मुश्किल से बर्दाश्त कर सकता हूँ। जो उदासी (स्टैन्ड चलाने वालों को) वहाँ खुली खिड़की के पास मंडराती रहती है और खुली प्रार्थना के रूप में सारा दिन प्रतीक्षा करती है (ग्राहक के आने की)।
Reference – These lines are extracted from the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context – The poet here brings out the deep disappointment of an unfulfilled desire that afflicts the lonely roadside stand and its owner.
Explanation – The poet says here that he feels he can no longer bear the innocent hope of these simple villagers that is never fulfilled. He is pained at the silent sadness that lies heavy at the window of the roadside shop that remains open all day, awaiting business and succour in a prayer that can be heard by any sensitive man who happens to pass by on that road.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – यहाँ कवि उस गहरी निराशा का वर्णन करता है जो एक अपूर्ण कामना के कारण उस सड़क-किनारे की दुकान व उसके मालिक को ग्रसित कर रही है।
व्याख्या – कवि कहता है कि वह इस बात को और सहन नहीं कर सकता है कि इन सरल ग्रामीणों की मासूम, आशा कभी भी पूर्ण नहीं होती। वह उस निशब्द उदासी से बहुत व्यथित है. जो उस सड़क किनारे की दुकान की खिड़की पर बोझिल है। वह खिड़की पूरा दिन खुली रहती है व धंधे और सहायता की प्रार्थना में लीन रहती है जिसे हर संवेदनशील व्यक्ति सुन सकता है जो उस सड़क से गुजरता है।
Stanza 8.
For the squeal of brakes, the sound of a stopping car,
Of all the thousand selfish cars that pass,
Just one to inquire what a farmer’s prices are,
And one did stop, but only to plow up grass
In using the yard to back and turn around;
And another to ask the way to where it was bound;
Word-Meanings : squeal (स्क्वील) = screams, चीखें (यहाँ) ब्रेकों की आवाज । selfish cars (सेल्फिश का ज़)= selfish car owners, स्वार्थी कार वाले। just (जस्ट) = only, मात्र । inquire (इन्क्वायर) = to get information, पता लगाना, पूछताछ करना। plow up (प्लो अप) = turn over, उलटना। yard (या:ड) = open space, आंगन। bound (बाउन्ड) = leading to, जाना।
हिन्दी अनुवाद- वे सारा दिन कार के ब्रेक लगने की चीखों (आवाजों) या रुकती हुई कार की आवाज सुनने के लिये इन्तजार करते रहते हैं। सभी हजारों स्वार्थी कारें जो वहाँ से गुजरती हैं उनमें से मुश्किल से एक भी यह पूछने के लिये नहीं रुकती है कि किसान की उपज के क्या भाव (मूल्य) हैं। एक कार का स्वामी वहाँ रुका भी लेकिन वह सिर्फ गाड़ी को पीछे कर घास को कुचलते हुए गाड़ी को आँगन (yard) में से मोड़कर ले जाने के लिये। और दूसरी कार का स्वामी यह पूछने के लिये रुका कि यह सड़क किधर जा रही है।
Reference – These lines are extracted from the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context – The poet tells us in these lines how the standowner’s patience is further tested by motorists who do stop there, but not to buy anything.
Explanation – The stand owner waits for an indication of a stopping car the sound of braking wheels, the idling of an engine. But of all the thousands of unfeeling, self-centred car that pass that way, just one stops to ask the prices of the farmer’s produce. Another stops, but only to circle through the yard to turn around, uprooting the grass with its heartless tyres. Yet another car stops, but only to ask where that road led to.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – इन पंक्तियों में कवि हमें यह बताता है कि कैसे दुकानदार के धैर्य की परीक्षा उन वाहन-चालकों के द्वारा होती है जो रुकते तो हैं, किन्तु कुछ खरीदने के लिए नहीं।
व्याख्या – दुकानदार रुकती हुई गाड़ी के संकेतों की प्रतीक्षा करता है-पहियों पर ब्रेक के रगड़ने की ध्वनि, ईंजन की सुस्त धीमी आवाज। परन्तु उन सभी हजारों वाहनों में से जो असंवेदनशील, स्वकेंद्रित है व उस मार्ग से जाते हैं, केवल एक रुकता है, वह भी किसान की उपज के मूल्य पूछने। एक अन्य रुकता हैं किन्तु केवल पीछे जाकर घास के आँगन से होकर घास उजाड़कर वापिस मुड़ने के लिए एक और भी रुकता है, परन्तु केवल यह पूछने कि वह सड़क कहाँ ले जाती है।
Stanza 9.
And another to ask could they sell it a gallon of gas
They couldn’t (this crossly); they had none, didn’t it see?
No, in country money, the country scale of gain,
The requisite lift of spirit has never been found,
Or so the voice of the country seems to complain.
Word-Meanings : this crossly = they refuse in angry mood, गुस्से की मुद्रा में वे इंकार करते हैं । scale (स्केल) = measurement, पैमाना। gain (गेन) = progress, विकास। requisite (रिक्विज़िट)= desired, अधिक, अपेक्षित। lift of spirit = encouragement, प्रोत्साहन। country (कन्ट्री) = rural side, ग्रामीण क्षेत्र। seems (सीम्ज) = appears, दिखती है। complain (कम्प्लेन) = शिकायत।।
हिन्दी अनुवाद- और एक दूसरा व्यक्ति अड्डे पर यह पूछने के लिए रुकता है कि क्या वे उसे एक गैलन गैस बेच सकते हैं। इससे वह गुस्से की मुद्रा में कहते हैं कि क्या वे नहीं देख सकते कि उनके पास गैस नहीं है क्योंकि वे गैस नहीं रखते। न ही गाँव में मुद्रा है जो ग्रामीण विकास के लिए अति आवश्यक है और प्रोत्साहन देने की भावनाओं का भी सदा अभाव रहा है और यही कारण है कि ग्रामीण क्षेत्र की शिकायतें सदा बनी रहती हैं।
Reference – These lines are extracted from the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context -The poet continues to talk about another motorist who does stop, but again, not to buy the wares of the stand. And then the poet goes on to explain why the rural folk continue to live in perpetual want.
Explanation – Another motorist stops by, but only to ask if the shop sold petrol, for he wanted to buy a gallon. This made the standowner angry who told the motorist that he had none to sell, and he could see it was a farm-produce stall. The poet observes that the cash flow in rural areas, the profits earned here could never lift the despondency from these people’s lives. This was what the voice of this deprived land seemed to complain about.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – कवि आगे एक और ऐसे ही वाहन-चालक के विषय में बताता है जो रुकता है, पर कुछ खरीदने के लिए नहीं। तब कवि इस तथ्य को समझता है कि वह क्या कारण है जिससे ग्रामीण जनता लगातार अभाव का जीवन व्यतीत करती है।
व्याख्या – एक अन्य वाहन-चालक रुकता है, किंतु यह पूछने के लिए कि क्या यह दुकान पेट्रोल बेचती है, क्योंकि उसे एक गैलन पेट्रोल चाहिए था। इससे दुकानदार क्रोधित हो मना करता है, और कहता है कि क्या आगंतुक को नहीं दिख रहा कि यह दुकान खेत की उपज बेच रही है। कवि इसे देख यह चिंतन करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में धन-संचलन व कमाया गया लाभ कभी-भी इन लोगों के जीवन से निराशा को नहीं हटा पाया। यह वह शिकायत थी जो इस वंचित भूमि की आवाज़ में आ रही थी।
Stanza 10.
I can’t help owning the great relief it would be
To put these people at one stroke out of their pain.
And then next day as I come back into the sane,
I wonder how I should like you to come to me
And offer to put me gently out of my pain.
Word-Meanings : owning (ओनिंग) = confessing, स्वीकार करना। relief (रिलीफ) = comfort, चैन, राहत। at one stroke = with one blow, एक झटके में। sane = balanced, संतुलित। wonder (वंडर) = think, सोचना।
हिन्दी अनुवाद- इन ग्रामीणों को इनके दु:खों से एक ही बार में मुक्ति दिला दी जाए तो मुझे (कवि को) बेहद चैन मिलेगा और अगले दिन जब मैं संतुलित अवस्था में होऊंगा तो मैं चाहूँगा कि कोई व्यक्ति आकर मुझे मेरे दर्द से बाहर निकालने का प्रस्ताव रखे ।
Reference – These lines are extracted from the poem ‘A Roadside Stand composed by Robert Frost.
Context – The poet is extremely anguished at the villagers’ sufferings and hopes for their immediate and complete solution.
Explanation – The poet says he would be greatly relieved if these rural folk are put out of their pain in one swift effort. The next day, he realises the folly of his expectation, because he realises this was never going to happen because of the indifference of the government. Now he wishes someone would come to him and put him mercifully out of his own anguish at these people’s plight.
संदर्भ – ये पंक्तियाँ रॉबर्ट फ्रॉर्ट द्वारा रचित कविता ‘A Roadside Stand’ ली गई हैं।
प्रसंग – इन पंक्तियों में कवि अपनी व्यथा बताता है जो इन वंचित लोगों की सहायता न कर पाने के कारण वह अनुभव करता है। इस समस्या के निदान के लिए वह आशा करता है।
व्याख्या-कवि कहता है कि वह बहुत ही आराम पाएगा यदि इन ग्रामीणों को उनके दर्द से एक ही त्वरित प्रयास से उनकी व्यथा से मुक्त करा दिया जाए। अगले ही दिन वह इस आशा की मूर्खता का एहसास करता है, क्योंकि वह जान गया है कि ऐसा सरकार की उदासीनता के कारण कभी नहीं हो सकता। अब वह चाहता है कि कोई उसके पास आकर उसकी अपनी व्यथा से दयापूर्वक छुटकारा दिलाए, जो वह इन लोगों की दयनीय दशा को देखकर अनुभव करता.