A Visit to Cambridge
Summary and Translation in Hindi
आपके पढ़ने से पूर्व :
यह, दो असाधारण लोगों के बीच हुई मुलाकात की कथा है, दोनों ‘निःशक्त’ थे या ‘भिन्न प्रकार से समर्थ’ जैसा कि हम आजकल कहते हैं। स्टीफन हॉकिंग हमारे समय के महानतम वैज्ञानिकों में से एक हैं । वे इस प्रकार के लकवे से ग्रस्त हैं जो उन्हें व्हीलचेअर तक सीमित कर देता है और उन्हें केवल कम्प्यूटर पर बटन दबाकर ही बोलने की अनुमति देता,है, जो (कम्प्यूटर) उसके लिए मशीन जैसी आवाज में बोलता है।
फिरदौस कांगा एक लेखक व पत्रकार हैं जो मुम्बई में रहते हैं व कार्य करते हैं। वे ‘भंगुर हड्डियों’ के साथ जन्मे थे जो (हड्डियां) सरलता से टूट जाती थीं जब वह एक बच्चा ही था। हाकिंग के जैसे, कांगा भी एक व्हीलचेयर में ही सभी जगह चलते हैं। दो महान् व्यक्ति इस पर विचारों का आदान-प्रदान करते हैं कि व्हीलचेअर में जीवन व्यतीत करने का क्या अभिप्राय है और इस पर कि तथाकथित ‘सामान्य’ लोग निःशक्तों के प्रति कैसी प्रतिक्रिया करते हैं।
कठिन शब्दार्थ एवं हिन्दी अनुवाद
Cambridge was my ………….. laughing inside ?’ (Pages 96-97)
कठिन शब्दार्थ :
Cambridge (कैम्ब्रिज) = इंग्लैंड के एक विश्वविद्यालय का नाम, metaphor (मेटॅफर) = रूपक, strange (स्ट्रेन्ज) = विचित्र, altogether (ऑलटॅगेदर) = पूर्णतया, walking (वॉकिंग टुअर) = पैदल सैर, guide (गाइड) = पर्यटकों का मार्गदर्शक, mentioned (मेनशन्ड) = जिक्र किया, quite (क्वाइट) = काफी, disabled (डिसॅबल्ड) = निःशक्त, though (दउ) = यद्यपि, worthy (वॅर्दि) = योग्य, successor (सकसेसॅर) = उत्तराधिकारी, university
(यूनिवॅसॅटि) = विश्वविद्यालय, forgotten (फॅगॉटन) = भूल चुके होना, brilliant (ब्रिलिअन्ट) = प्रतिभाशाली, paralysed (पैरॅलाइज्ड) = लकवाग्रस्त, astrophysicist (एस्ट्रोफिजिसिस्ट) = खगोल-भौतिकविज्ञानी, best-sellers (बेस्ट-सेलज) = बड़ी पुस्तक, rushed (रश्ट) = शीघ्रता से गया, tearing the cord (टिअरिंग दा कोड) = तार खींचकर,
assistant (असिस्टन्ट) = सहायक, wheelchair (वीलचेअर) = पहियों वाली कुर्सी, propelled (प्रपेल्ड) = धकेलते हुए, growing up (ग्रोइंग अप) = बड़े होना, fed up (फेड अप) = ऊब जाना, courage account (करिज अकाउंट) = साहस का खाता, draw a cheque (ड्रॉ अ चेक) = चेक से भुगतान प्राप्त करना, achieving (अचीविंग) = उपलब्धि प्राप्त करते हुए, huge (ह्यूज) = बहुत बड़ी, possible (पॉसेंबल) = संभव, further (फॅटॅर) = आगे, disembodied (डिसिमबॉडिड) = शरीर रहित, surely (शॉलि) = निःसंदेह, living creatively (लिविंग क्रिएटिवलि) = रचनात्मकता से रहना,
reality (रिऐलॅटि) = सच्चाई, disintegrating (डिसइन्टिग्रेटिंग) = विघटित होते हुए, guilty (गिल्टि) = दोषी, forcing (फोर्सिंग) = विवश करते हुए, respond (रिस्पॉन्ड) = उत्तर में कुछ कहना, tapping (टैपिंग) = थपकी मारते हुए, pale (पेल) = पीली, frustrated (फ्रसट्रेटिड) = कुंठित, exhaustion (इगजोस्चन) = गहरी थकान, anguish (ऐंगविश) = गहरी वेदना, buoyant (बॉइअन्ट) = प्रसन्न व विश्वासपूर्ण, frozen (फ्रोजन) = बहुत ठंडे, stiff (स्टिफ) = सख्त, corpses (कोपसिज) = शव, chronically (क्रॉनिकलि) = चिरकालिक रूप से।
हिन्दी अनुवाद :
कैम्ब्रिज, इंग्लैंड के लिए मेरा रूपक था और यह विचित्र था कि जब मैंने (वहाँ से) प्रस्थान किया तब यह (मेरे लिए) पूर्ण रूप से कुछ अन्य बन चुका था क्योंकि मैं वहाँ स्टीफन हॉकिंग से मिल चुका था। यह कैम्ब्रिज में पैदल सैर करने के दौरान की बात थी कि गाइड ने बेचारे स्टीफन हॉकिंग का जिक्र किया जो अब काफी निःशक्त है, यद्यपि वह आइजक न्यूटन का प्रतिभाशाली उत्तराधिकारी है जिसकी सीट पर वह विश्वविद्यालय में और मैं चल दिया क्योंकि मैं बिल्कुल भूल चुका था कि यह सर्वाधिक प्रतिभाशाली व पूर्णरूपेण लकवाग्रस्त खगोलशास्त्री, जो कि बड़ी संख्या में बिकने वाली पुस्तकों में से एक ‘समय का एक संक्षिप्त इतिहास’ का लेखक था, और यहीं रहता था।
जब पैदल सैर समाप्त हो गई थी, मैं एक फोन बूथ पर शीघ्रता से गया और लगभग तार को खींचते हुए, ताकि यह बाहर मुझ तक पहुँच सके, स्टीफन हॉकिंग के घर फोन किया। वहाँ उसका सहायक लाइन पर था और मैंने उसे बताया कि मैं भारत से व्हीलचेहर में आया था (शायद उसने सोचा मैंने सम्पूर्ण रास्ते में स्वयं को धकेला था) ब्रिटेन में अपनी यात्रा के बारे में लिखने के लिए। मुझे प्रफेसँर हॉकिंग से मिलना था यहाँ तक कि 10 मिनट भी चलेंगे। ‘आधा घंटा’ उसने कहा, ‘330 से 4.00 बजे तक।
और अचानक मैंने सभी जगह से कमजोर महसूस किया। निःशक्त रहकर बड़े होने में, आप उन लोगों से ऊब जाते हैं जो आपको बहादुर बने रहने की कहते रहते हैं, ऐसे जैसे कि आपके पास एक साहस-खाता है जिस पर आप एक चेक से भुगतान प्राप्त करने में भी सुस्त हैं। एकमात्र चीज जो आपको और अधिक शक्त बनाती है वह अपने जैसे किसी व्यक्ति से मिलते रहना है, जो कुछ विशाल उपलब्धि प्राप्त कर रहे हों। तब आप जान पाते हैं कि कितना संभव है और तब आप इतना आगे पहुँचते हैं जितना आपने कभी सोचा भी नहीं था कि आप कर सकते थे।
“मैं बहाद्गुर नहीं रहा हूँ,” उसकी शरीर-रहित कम्प्यूटर आवाज ने अगले दिन अपराह्न में कहा, ‘मेरे पास कोई विकल्प नहीं रहा है।’ निश्चित ही, मैं कहना चाहता था, कि अपने विघटित होते शरीर की सच्चाई के साथ भी रचनात्मकता से जीना एक विकल्प था? किन्तु मैं शांत रहा, क्योंकि मैंने दोषी महसूस किया कि प्रत्येक समय मैं उससे बोला, उसे केवल उत्तर देने के लिए मजबूर करते हुए। वहां वह अपने हाथ में पकड़े छोटे स्विच पर थपकी लगा रहा था (अर्थात् बटन दबा रहा था),
व उसके पास या उसकी लंबी पीली उँगलियों में छोड़ी गई मात्र कुछ गति के साथ वह कम्प्यूटर पर शब्द ढूँढ़ने का प्रयास कर रहा था। प्रत्येक बार अक्सर, उसकी आँखें कुंठित थकान में बंद हो जाती थीं। और उसके सामने बैठे हुए मैं उसकी गहरी वेदना को महसूस कर सकता था, मस्तिष्क जो विचारों से उत्प्लावित था वे (विचार) ठंडे वाक्यांशों में व शव की तरह कठोर वाक्यों में बाहर आये। “बहुत से लोग ऐसा सोचते प्रतीत होते हैं कि निःशक्त लोग लगातार नाखुश रहते हैं,” मैंने कहा, “मैं जानता हूँ कि वह मेरे स्वयं के अनुसार ही सत्य नहीं है। क्या आप अक्सर अंदर ही अंदर हँस रहे होते हैं?”
About three minutes………………….or even stand. (Page 98)
कठिन शब्दार्थ : amusing (अम्युजिंग) = हास्यप्रद, patronise (पैट्रनाइज) = संरक्षण देना, annoying (अनॉइंग) = कष्टप्रद, flashed (फ्लैश्ट) = तत्क्षण आया, sentimental (सेन्टिमेन्टल) = भावुक, silly (सिलि) = मूर्ख, glimpse (ग्लिम्प्स) = झलक, shocking (शॉकिंग) = सदमे वाली, still (स्टिल) = स्थिर, magazines (मॅगॅजिन्ज) = पत्रिकाएँ, newspapers (न्यूजपेपॅज) = समाचारपत्र, three-dimensional (थ्रि-डाइमेन्शनल) = त्रि-आयामी,
twisted (ट्विस्टिड) = मुड़ गया, sideways (साइडवेज) = एक तरफ, into a slump (इनटु अ स्लम्प) = लटकने की मुद्रा में, torso (टोसो) = धड़, shrunk (शंक) = धंसा हुआ होना, huge (यूज) = बनी, urgent (अॅजॅन्ट) = अत्यावश्यक, shaken (शेइकन) = हिला दिया, lantern (लैन्टॅन) = लालटेन, worn (वन) = घिसे होने,
incandescence (इनकैनडेसन्स) = आन्तरिक आभा, irrelevant (इरेलॅवेन्ट) = असंबद्ध, exists (इगजिस्ट्स) = अस्तित्व में होना, shadows (शैडोज) = परछाईं, believer (बिलीवर) = विश्वास करने वाला, eternal (इटॅनल) = अमर, souls (सोल्ज) = आत्मा, accessory (अकसेसॅरि) = सहायक उपकरण, discover (डिस्कवर) = खोजना, disadvantage (डिसॅडवान्टिज) = अलाभकारी, synthesiser (सिन्थेसाइजर) = संश्लेषक, convey (कॅनवे) = प्रेषित करना, inflection (इनफ्लैक्शन) = उतार-चढ़ाव/स्वर परिवर्तन, shades (शेइड्ज) = सूक्ष्म अन्तर, tone (टोन) = लहजा,
enthusiastically [(इनथ्यूजिएसटिकलि) = उत्साहपूर्वक, agreed (अग्रीड) = सहमत हो गया, shifted (शिफ्टिड) = खिसका, wrist (रिस्ट) = कलाई, watch (वॉच) = देखना, count (काउंट) = गिनती में आया कुल जोड़, relief (रिलीफ) = राहत, exhilaration (इगजिलरेशन) = रोमांच, possibilities (पॉसॅबिलॅटिज) = संभावना, mattered (मैटॅड) = विचारणीय/महत्त्व का।
हिन्दी अनुवाद :
लगभग तीन मिनट उपरांत, उसने उत्तर दिया, “जब लोग मुझे संरक्षण देते हैं तो मैं इसे हास्यप्रद पाता हूँ।” “और क्या आप इसे कष्टप्रद पाते हैं जब कोई मेरे जैसा आता है और आपको अपने कार्य में बाधा डालता है?” उत्तर तत्क्षण आया, “हाँ।” फिर वह अपनी इकतरफा मुस्कराहट में मुस्कराया और मैं जानता था, भावुक या मूर्ख हुए बिना, कि मैं विश्व के सर्वाधिक सुंदर व्यक्तियों में से एक की तरफ देख रहा था। उसकी पहली झलक सदमे वाली होती है, क्योंकि वह एक स्थिर चित्त के जैसा है-ऐसे जैसे कि पत्रिकाओं व समाचार पत्रों में छपी उसकी वे सभी तस्वीरें त्रि-आयामी हो गई हैं।
फिर आप उस सिर को देखते हैं जो मुड़कर एक तरफ लटकने की मुद्रा में हो जाता है, धड़ हल्की नीली शर्ट के अंदर धंस जाता है, व्यर्थ हुई टांगें; आप नेत्रों की ओर देखते हैं जो बोल सकते हैं, स्थिर हैं, और वे कुछ विशाल व अत्यावश्यक कह रहे हैं यह बताना कठिन है कि क्या। लेकिन आप कांप उठते हैं क्योंकि आपने कुछ ऐसा देखा है जो आपने कभी नहीं सोचा कि ऐसा भी देखा जा सकता था।
आपके सामने एक मानव की आंतरिक आभा ऐसे ही जैसे एक लालटेन जिसकी दीवारें घिस कर इतनी पतली हो गई हैं कि आप अंदर केवल प्रकाश की लौ की ही झलक पाते हैं। शरीर, लगभग असंबद्ध, परछाईं से बने एक आवरण के जैसे अस्तित्व में होता है। ताकि मैं, आत्मा की अमरता में नहीं विश्वास करने वाला, यह जान लेता हूँ कि यह वही (स्थिति) है जो हम में से प्रत्येक की है; अन्य प्रत्येक चीज सज्जा वाली है।
“आप क्या सोचते हैं कि निःशक्त होने में सबसे अच्छी बात क्या है?” मैं पहले ही उससे पूछ चुका था। “मैं नहीं सोचता कि निःशक्त होने में कोई अच्छी बात है।”
“मैं सोचता हूँ,” मैंने कहा, “आप निश्चय ही पता लगाते हैं कि विश्व में कितनी करुणा है।” “हाँ,” उसने कहा; उसके आवाज संश्लेषक की यह हानि थी कि यह कोई स्वर परिवर्तन, कोई सूक्ष्म अन्तर या किसी लहजे को प्रेषित नहीं कर सका। और मैं नहीं बता सकता कि वह कितने उल्लासपूर्वक मुझसे सहमत रहा।
प्रत्येक समय मैं अपनी कुर्सी में खिसकता रहा और समय देखने के लिए कलाई घुमाता रहा – मैं अपने 30 मिनट के कुल समय में से प्रत्येक मिनट को उपयोगी बनाना चाहता था- मेरे शरीर की संभावनाओं से मैंने बहुत राहत व रोमांच महसूस किया। तब इसका कितना कम महत्त्व था कि मैं न कभी चल पाया था या कभी खड़ा भी नहीं हो पाया था।
I told him ………………………. for now. (Page 99)
कठिन शब्दार्थ : inspiration (इन्सपिरेशन) = प्रेरणा, beyond (बियॉन्ड) = से परे, cliche (क्लीशे) = घिसी-पिटी उक्ति, claustrophobic (क्लोस फोबिक) = छोटा, बंद स्थान, admiration (एडमरेशन) = प्रशंसा, concentrate (कॉनसनट्रेट) = ध्यान केन्द्रित करना, gleefully (ग्लीफलि) = प्रसन्नता से, unstringed (अनस्ट्रिन्ड) = डोरी ढीली कर दी/तोड़-फोड़ दिया, grinning (ग्रिनिंग) = खुलकर मुस्कराते हुए (कि दांत दिखें),
rumbling (रमब्लिंग) = गड़गड़ाहट करते हुए, motorised (मॉटराइज्ड) = इंजन चलित, dodged (डॉज्ड) = से बचता रहा, screen (स्क्रीन) = पर्दा, disappearing (डिसॅपिअरिंग) = गायब होती रही, glare (ग्लेअर) = चमक, embodiment (इमबॉडिमॅन्ट) = अवतार।
हिन्दी अनुवाद-मैंने उसे बताया कि वह मेरे लिए एक प्रेरणा रहा था और यह घिसी-पिटी उक्ति नहीं थी और निश्चय ही, दूसरों के लिए भी क्या इस विचार ने उसकी सहायता की थी? “नहीं” उसने कहा; और मैंने सोचा कि यह पूछना मुझे कितना मूर्खतापूर्ण लगा। जब आपका शरीर एक छोटे, बंद कक्ष जैसा हो और उसकी
(कक्ष की) दीवारें दिन प्रति दिन सकड़ी होती जा रही हों तो यह जानना अधिक लाभदायक नहीं होता है कि बाहर लोग आपको अभी भी सांस लेते देखकर प्रशंसा से मुस्कराते हैं। “क्या ऐसा कोई परामर्श है जिसे आप निःशक्तजनों को दे सकते हैं, कुछ ऐसा जो जीवन को बेहतर बनाने में मदद कर सके?” “उन्हें उस बात पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए जिसमें वे निपुण हों; मैं सोचता हूँ कि निःशक्तजनों के ओलम्पिक (खेल) जैसी चीजें समय की बर्बादी है।”
कठिन शब्दार्थ :
inspiration (लोस,फोबिक) = छोटा, बंद स्थान, admistringed (अनस्ट्रिन्ड)
“मैं जानता हूँ आपका आशय क्या है।” मैंने उन वर्षों को याद किया जब मैंने एक स्पेनिश गिटार जो काफी कुछ मुझ से बड़ा था, को बजाने का प्रयास किया था; और कितनी प्रसन्नता से एक रात इसे तोड़-फोड़ दिया था। आधा घंटा समाप्त हो गया था। “मैं सोचता हूँ मैंने आपको पर्याप्त कष्ट दिया है,” मैंने कहा, खींसे निपोरते हुए।
“आपका इसके लिए धन्यवाद…….” “ठहरिए।” मैं इंतजार करने लगा।”थोड़ा चाय पीजिए। मैं आपको बगीचा दिखाता हूँ।” घरेलू बगीचा इतना बड़ा था जितना कि एक सार्वजनिक उद्यान लेकिन स्टीफन हॉकिंग ने प्रत्येक इंच गड़गड़ाहट करती अपनी इंजन-चलित व्हीलचेअर में तय किया जबकि मैं रास्ते में आने से बचता रहा।
हम अधिक बात नहीं कर सके; सूर्य ने उसे चुप कर दिया, चमक में पर्दे पर लिखे अक्षर गायब होते रहे। एक घंटे के उपरांत, हम जाने के लिए तैयार थे। मैं नहीं जानता कि मैं क्या करूँ? मैं उसे न चूम सका और न रो सका। मैंने उसके कंधे को छुआ और ग्रीष्म ऋतु की शाम मैं व्हीलचेहर पर बाहर आ गया।
मैंने पीछे देखा; और मैं जानता था कि वह हाथ हिला रहा था, यद्यपि वह नहीं हिला रहा था। उसे देखना, मेरे साहसी रूप के एक अवतार को, वह जिसकी दिशा में मैं आगे बढ़ रहा था, वह जिसमें मैंने अकेले ने इतने वर्षों तक विश्वास किया था, मैं जानता था कि मेरी यात्रा समाप्त हो गई थी। अब से।