अपठित पद्यांश 8

अपठित पद्यांश अपठित काव्यांश भी गद्यांश की भाँति बिना पढ़ा अंश होता है। यह पाठ्यक्रम के बाहर से लिया जाता है। इसके द्वारा छात्रों की काव्य संबंधी समझ का मूल्यांकन किया जाता है। इसके अंतर्गत विषय वस्तु का मूल्यांकन किया जाता है। इसके अंतर्गत विषय वस्तु, अलंकार, भाषिक...

अपठित गद्यांश 8

अपठित गद्यांश ‘अपठित’ गद्यांश या पद्यांश का अर्थ है- जो पहले पढ़ा गया न हो। अपठित गद्यांश या पद्यांश पाठ्यपुस्तकों से नहीं लिए जाते। ये ऐसे गद्यांश या पद्यांश होते हैं जिन्हें छात्र पहले कभी नहीं पढ़ा होता। इस प्रकार के गद्यांश-पद्यांश देकर छात्रों से उन पर आधारित...

पत्र लेखन 8

पत्र लेखन आज के आधुनिक युग में विचारों के आदान-प्रदान के अनेक साधन उपलब्ध हैं, परंतु पत्र लेखन का हमारे जीवन में आज भी महत्त्वपूर्ण स्थान है। पत्रों को इसी आधार पर दो भेदों में बाँटा जा सकता है औपचारिक पत्र अनौपचारिक पत्र 1. औपचारिक पत्र – औपचारिक पत्र हम विभिन्न...

निबंध-लेखन 8

निबंध-लेखन गद्य की विधाओं में निबंध-लेखन एक प्रमुख विधा है। ‘नि’ + ‘बंध’ यानी नियोजित ढंग से बँधा होना। यह अपने विचारों को प्रकट करने के लिए उत्तम साधन है। लेखक किसी भी विषय पर स्वतंत्र, मौलिक तथा सारगर्भित विचार क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत करता है। निबंध चार प्रकार के...

अनुच्छेद-लेखन 8

अनुच्छेद-लेखन अनुच्छेद लेखन भी कला है। किसी विषय पर सीमित शब्दों में अपने विचार लिखना ही अनुच्छेद लेखन है। यदि अनुच्छेद को ‘लघु निबंध’ कहा जाए तो गलत न होगा। इसमें शब्द सीमा के भीतर विषय-परिचय, वर्णन व निष्कर्ष लिखने होते हैं। इस प्रकार अनुच्छेद को निबंध का लघुतम रूप...
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