Chapter 14 अहह आः च

अभ्यासः

प्रश्न 1.
अधोलिखितानां पदानां समुचितान् अर्थान् मेलयत
(निम्नलिखित पदों के उचित अर्थों का मेल करें)

क — ख
हस्ते — अकस्मात्
सघा: — पृथ्वीम्
सहसा — गगनम्
धनम् — शीघ्रम्
आकाशम् — करे
धराम् — द्रविणम्
उत्तर:
क – ख
हस्ते — करे
सघा: — शीघ्रम
सहसा — अकस्मात्
धनम् — द्रविणम्
आकाशम् — गगनम्
धराम् — पृथ्वीम्

प्रश्न 2.
मञ्जूषातः उचितं विलोमपदं चित्वा लिखत
(मंजूषा से उचित विलोम शब्द चुनकर लिखें)।
प्रविशति, सेवकः, मूर्खः, नेतुम् नीचैः दुःखितः
(क) चतुरः …………
(ख) आनेतुम् …………
(ग) निर्गच्छति …………
(घ) स्वामी …………
(ङ) प्रसन्नः …………
(च) उच्चैः …………
उत्तर:
(क) चतुरः – मूर्खः
(ख) आनेतुम् – नेतुम्
(ग) निर्गच्छति – प्रविशति
(घ) स्वामी – सेवकः
(ङ) प्रसन्नः – दुःखितः
(च) उच्चैः – नीचैः


प्रश्न 3.
मञ्जूषातः उचितम् अव्ययपदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत
(मंजूषा से उचित अव्यय पद चुनकर रिक्त स्थान की पूर्ति करें)
इव , अपि , एव, च, उच्चैः
(क) बालकाः बालिकाः …………………. क्रीडाक्षेत्रे क्रीडन्ति।
(ख) मेघाः …………………. गर्जन्ति ।
(ग) बकः हंसः ……………….. श्वेतः भवति।
(घ) सत्यम् ………………… जयते।
(ङ) अहं पठामि, त्वम् …………….. पठ।
उत्तर:
(क) बालकाः बालिकाः च क्रीडाक्षेत्रे क्रीडन्ति।
(ख) मेघाः उच्चैः गर्जन्ति।
(ग) बकः हंसः इव श्वेतः भवति।
(घ) सत्यम् एव जयते।
(ङ) अहं पठामि, त्वम् अपि पठ।


प्रश्न 4.
अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तरं लिखत
(निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखें)
(क) अजीजः गृहं गन्तुं किं वाञ्छति?
(ख) स्वामी मूर्खः आसीत् चतुरः वा?
(ग) अजीजः कां व्यथां श्रावयति?
(घ) अन्या मक्षिका कुत्र दशति?
(ङ) स्वामी अजीजाय किं दातुं न इच्छति?
उत्तर:
(क) अजीजः गृहं गन्तुम् अवकाशं वाञ्छति।
(ख) स्वामी चतुरः आसीत्।
(ग) अजीजः वृद्धां व्यथां श्रावयति।
(घ) अन्या मक्षिका मस्तके दशति।
(ङ) स्वामी अजीजाय धनं दातुं न इच्छति।


प्रश्न 5.
निर्देशानुसारं लकारपरिवर्तनं कुरुत
(निर्देशानुसार लकारपरिवर्तन करें)
यथा- अजीजः परिश्रमी आसीत्- (लट्लकारे) — अजीजः परिश्रमी अस्ति।
(क) अहं शिक्षकाय धनं ददामि। (लुट्लकारे) ………………….
(ख) परिश्रमी जनः धनं प्राप्स्यति। (लट्लकारे) ………………….
(ग) स्वामी उच्चैः वदति। (लङ्लकारे) ………………….
(घ) अजीजः पेटिकां गृह्णाति। (लुट्लकारे) ………………….
(ङ) त्वम् उच्चैः पठसि। (लोट्लकारे) ………………….
उत्तर:
(क) अहं शिक्षकाय धनं दास्यामि।
(ख) परिश्रमी जनः धनं प्राप्नोति।
(ग) स्वामी उच्चैः अवदत्।
(घ) अजीजः पेटिकां ग्रहीष्यति।
(ङ) त्वम् उच्चैः पठ।


प्रश्न 6.
अधोलिखितानि वाक्यानि घटनाक्रमानुसारं लिखत
(निम्नलिखित वाक्यों को घटनानुसार लिखें)
(क) स्वामी अजीजाय अवकाशस्य पूर्णं धनं ददाति।
(ख) अजीजः सरलः परिश्रमी च आसीत्।
(ग) अजीजः पेटिकाम् आनयति।
(घ) एकदा सः गृहं गन्तुम् अवकाशं वाञ्छति।
(ङ) पीडितः स्वामी अत्युच्चैः चीत्करोति।
(च) मक्षिके स्वामिनं दशतः।
उत्तर:
(क) अजीजः सरलः परिश्रमी च आसीत्।
(ख) एकदा सः गृहं गन्तुम् अवकाशं वाञ्छति।
(ग) अजीजः पेटिकाम् आनयति।
(घ) मक्षिके स्वामिनं दशतः।
(ङ) पीडितः स्वामी अत्युच्चैः चीत्करोति।
(च) स्वामी अजीजाय अवकाशस्य पूर्णं धनं ददाति।

पठित-अवबोधनम्

I. पठित-सामग्रीम् आधृत्य अवबोधनकार्यम्
अधोलिखितं पठित्वा प्रश्नानाम् उत्तराणि लिखत
(निम्नलिखित को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखें)
अजीजः परिश्रमी आसीत्। सः स्वामिनः एव सेवायां लीनः आसीत्। एकदा सः गृहं गन्तुम्

अवकाशं वाञ्छति। स्वामी चतुरः आसीत्। सः चिन्तयति-‘अजीजः इव न कोऽपि अन्यः कार्यकुशलः। एष अवकाशस्य अपि वेतनं ग्रहीष्यति।’

I. एकपदेन उत्तरत
(क) सः कस्य सेवायां लीनः आसीत्?
(ख) चतुरः कः आसीत्?
उत्तर:
(क) स्वामिनः।
(ख) स्वामी।

II. पूर्णवाक्येन उत्तरत
कः परिश्रमी आसीत्?
उत्तर:
अजीजः परिश्रमी आसीत्।

III. यथानिर्देशम् उत्तरत
(i) ‘चतुरः’ इत्यस्य विलोमशब्दं लिखत।
(क) मूर्खः
(ख) अलसः
(ग) लोभी
(घ) दयालुः
उत्तर:
(क) मूर्खः

(ii) ‘स्वामिनः’ इत्यत्र का विभक्तिः?
(क) चतुर्थी
(ख) षष्ठी
(ग) सप्तमी
(घ) प्रथमा
उत्तर:
(ख) षष्ठी

(iii) ‘आसीत्’ इत्यत्र को लकार:?
(क) लट्
(ख) लोट
(ग) लङ्
(घ) लृट्
उत्तर:
(ग) लङ्

II. प्रश्ननिर्माणम्
(क) अधोलिखितेषु वाक्येषु स्थूलपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत
(निम्नलिखित वाक्यों में स्थूलपदों को आधार बनाकर प्रश्न निर्माण करें।)
(i) अजीज स्वामिनः सेवायां लीनः आसीत्।
(ii) कुत्रचित् एका वृद्धा मिलति।
(iii) पेटिकायां लघुपात्रद्वयम् आसीत्।
उत्तर:
(i) अजीजः कस्य सेवायां लीनः आसीत्?
(ii) कुत्रचित् एका का मिलति?
(iii) कस्याम् लघुपात्रद्वयम् आसीत्?

III. कथापूर्तिः
अधोलिखिते संदर्भे रिक्तस्थानानि मञ्जूषायाः उचितपदैः पूरयत
(निम्नलिखित संदर्भ में रिक्तस्थान पूर्ति मंजूषा में दिए गए उचित पदों से करें।)

सहसा एका ……………… निर्गच्छति। तस्य च हस्तं …………..। स्वामी …………. वदति। द्वितीयं ……………… पात्रं उद्घाटयति। एका अन्या ……………… निर्गच्छति। सा ……………… दशति।

मञ्जूषा- लघु, दशति, ललाटे, मधुमक्षिका, उच्चैः, मक्षिका।

उत्तर:
सहसा एका मधुमक्षिका निर्गच्छति। तस्य च हस्तं दशति। स्वामी उच्चैः वदति। द्वितीयं लघु पात्रं उद्घाटयति। एका अन्या मक्षिका निर्गच्छति। सा ललाटे दशति।

बहुविकल्पीयप्रश्नाः

अधोलिखितेषु विकल्पेषु समुचितम् उत्तरं चित्वा लिखत
(निम्नलिखित विकल्पों में से उचित उत्तर चुनकर लिखें।)

1. ‘परिश्रमी’ इत्यस्य विलोमशब्दं लिखत।
(क) अलसः
(ख) चतुरः
(ग) लोभी
(घ) निद्रालुः
उत्तर:
(क) अलसः

2. ‘आनय’ इत्यत्र को लकार:?
(क) लट्
(ख) लोट्
(ग) लङ्
(घ) लोट्
उत्तर:
(ख) लोट्

3. ‘नैव’ इत्यत्र सन्धिविच्छेदः कार्यः।
(क) न + इव
(ख) ना + इव
(ग) न + एव
(घ) ने + एव।
उत्तर:
(ग) न + एव

4. ‘अहम्’ इत्यस्य बहुवचनांतरूपं लिखत।
(क) त्वम्
(ख) आवाम्
(ग) यूयम्
(घ) वयम्।
उत्तर:
(घ) वयम्।

5. ‘धरा’ इत्यस्य पर्याय शब्दं लिखत।
(क) पृथ्वी
(ख) शाला
(ग) माला
(घ) शाखा।
उत्तर:
(क) पृथ्वी

6. कुत्रचित् का अमिल?
(क) लता
(ख) वृद्धा
(ग) नर्तकी
(घ) गौः।
उत्तर:
(ख) वृद्धा

0:00
0:00

casibom-casibom-casibom-casibom-sweet bonanza-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-aviator-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-sweet bonanza-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-bahis siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-casino siteleri-deneme bonusu-deneme bonusu-deneme bonusu-deneme bonusu-deneme bonusu-deneme bonusu-deneme bonusu-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-deneme bonusu veren yeni siteler-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-yeni slot siteleri-deneme bonusu veren siteler-deneme bonusu veren siteler-bahis siteleri-bahis siteleri-güvenilir bahis siteleri-aviator-sweet bonanza-sweet bonanza-slot siteleri-slot siteleri-slot siteleri-güvenilir casino siteleri-güvenilir casino siteleri-güvenilir casino siteleri-güvenilir casino siteleri-güvenilir casino siteleri-güvenilir casino siteleri-lisanslı casino siteleri-lisanslı casino siteleri-lisanslı casino siteleri-lisanslı casino siteleri-lisanslı casino siteleri-lisanslı casino siteleri-deneme bonusu-