Rajasthan Board RBSE Class 10 Maths Chapter 17 केन्द्रीय प्रवृत्ति के माप Ex 17.7
प्रश्न 1.
100 छात्रों के प्राप्तांक निम्न सारणी में दिये गए हैं। इनसे माध्यक ज्ञात कीजिए।
| प्राप्तांक | 20-30 | 30-40 | 40-50 | 50-60 | 60-70 | 70-80 | 
| छात्रों की संख्या | 6 | 20 | 44 | 26 | 3 | 1 | 
हल:
संचयी बारम्बारता सारणी बनाने पर
| वर्ग | fi | संचयी बारम्बारता (c.f.) | 
| 20-30 | 6 | 6 | 
| 30-40 | 20 | 26 | 
| 40-50 | 44 | 70 | 
| 50-60 | .26 | 96 | 
| 60-70 | 3 | 99 | 
| 70-80 | 1 | 100 | 
यहाँ N/2 = 100/2 = 50 ⇒ माध्यक वर्ग अन्तराल “40-50” है तथा यहाँ संगतl = 40, C = 26, h = 10 व f = 44

अतः माध्यक (M) = 40 + 5.45 = 45.45 उत्तर
प्रश्न 2.
एक कक्षा के छात्रों के प्राप्तांक निम्न बारम्बारता बंटन में दिए हुए हैं। इनसे माध्यक ज्ञात कीजिए–
| प्राप्तांक | 0-10 | 10-20 | 20-30 | 30-40 | 40-50 | 
| बारम्बारता | 4 | 28 | 42 | 20 | 6 | 
हल:
संचयी बारम्बारता सारणी बनाने पर
| प्राप्तांक | f | c.f. | 
| 0-10 | 4 | 4 | 
| 10-20 | 28 | 32 | 
| 20-30 | 42 | 74 | 
| 30-40 | 20 | 94 | 
| 40-50 | 6 | 100 | 
| N = ∑f = 100 | 
 और 50 से बड़ी संचयी बारम्बारता 74 है जिसकी संगत वर्ग 20-30 है। अतः माध्यक वर्ग अन्तराल (20-30) है।
  और 50 से बड़ी संचयी बारम्बारता 74 है जिसकी संगत वर्ग 20-30 है। अतः माध्यक वर्ग अन्तराल (20-30) है।
अतः यह माध्य 20-30 वर्ग में आता है।
अतः l = 20, C = 32, h = 10, f = 42

अंक अतः माध्यक 24.29 अंक होगा। उत्तर
निम्न बारम्बारता बंटन का माध्यक ज्ञात कीजिए-(प्रश्न 3 व 4)
प्रश्न 3.
| वर्ग | 0-10 | 10-20 | 20-30 | 30-40 | 
| fi | 2 | 6 | 10 | 17 | 
| वर्ग | 40-50 | 50-60 | 60-70 | 70-80 | 
| fi | 30 | 15 | 10 | 10 | 
हल:
| वर्ग (x) | बारम्बारता (f) | संचयी बारम्बारता cf | 
| 0-10 | 2 | 2 | 
| 10-20 | 6 | 8 | 
| 20-30 | 10 | 18 | 
| 30-40 | 17 | 35 | 
| 40-50 | 30 | 65 | 
| 50-60 | 15 | 80 | 
| 60-70 | 10 | 90 | 
| 70-80 | 10 | 100 | 
| N = ∑f = 100 | 
यहाँ   और 50 से बड़ी संचयी बारम्बारता 65 है। जिसका संगत वर्ग = 40-50 है।
  और 50 से बड़ी संचयी बारम्बारता 65 है। जिसका संगत वर्ग = 40-50 है।
अतः l = 40, C = 35, h = 10, f = 30

प्रश्न 4.
| वर्ग | 0-8 | 8-16 | 16-24 | 24-32 | 32-40 | 40-48 | 
| fi | 42 | 30 | 50 | 22 | 8 | 5 | 
हल:
| वर्ग अन्तराल | बारम्बारता (f) | संचयी बारम्बारता (cf) | 
| 0-8 | 42 | 42 | 
| 8-16 | 30 | 72 | 
| 16-24 | 50 | 122 | 
| 24-32 | 22 | 144 | 
| 32-40 | 8 | 152 | 
| 40-48 | 5 | 157 | 
| N = ∑f = 157 | 
यहाँ  
78.5 से बड़ी संचयी बारम्बारता (cf) 122 है। जिसका संगत वर्ग-अन्तराल 16–24 है।।
अतः l = 16, C = 72, i = 8, f = 50 है।
