NCERT Solutions for Class 11 History Chapter 8 Confrontation of Cultures

अभ्यास प्रश्न (पाठ्यपुस्तक से) (NCERT Textbook Questions Solved)

संक्षेप में उत्तर दीजिए

प्र० 1. एज़टेक और मेसोपोटामियाई लोगों की सभ्यता की तुलना कीजिए।
उत्तर एजटेक और मेसोपोटामियाई लोगों की सभ्यताओं की तुलना करने पर निम्नलिखित बिंदु उभरकर सामने आते हैं

प्र० 2. ऐसे कौन-से कारण थे जिनसे 15वीं शताब्दी में यूरोपीय नौचालन को सहायता मिली?
उत्तर 15वीं शताब्दी में शुरू की गई यूरोपीय समुद्री यात्राओं ने एक महासागर को दूसरे महासागर से जोड़ने के लिए समुद्री मार्ग खोल दिए। सन् 1380 में ही दिशासूचक यंत्र का निर्माण हो चुका था। इस दिशासूचक यंत्र के माध्यम से यूरोपवासियों ने नए-नए क्षेत्रों की ठीक-ठीक जानकारी प्राप्त की। इसके अतिरिक्त यात्रा के साहित्य और विश्व-वृत्तांत वे भूगोल पर लिखी पुस्तकों ने पंद्रहवी शताब्दी में अमरीका महाद्वीप के बारे में यूरोपवासियों के दिलों में रुचि उत्पन्न कर दी। स्पेन और पुर्तगाल के शासक इन नए क्षेत्रों की खोजों के लिए धन देने को तैयार थे और ऐसा करने के लिए उनके आर्थिक, धार्मिक तथा राजनीतिक उद्देश्य भी थे। इस प्रकार 15वीं शताब्दी में यूरोपीय नौ-संचालन को सहायता देने वाले कारण निम्नलिखित थे

इस प्रकार बाहरी दुनिया के लोगों को ईसाई बनाने की संभावना ने भी यूरोप के धर्मपरायण ईसाइयों को यूरोपीय नौसंचालन कार्यों की ओर उन्मुख किया।

प्र० 3. किन कारणों से स्पेन और पुर्तगाल ने पंद्रहवीं शताब्दी में सबसे पहले अटलांटिक महासागर के पार जाने का साहस किया?
उत्तर स्पेन और पुर्तगाल ने ही पंद्रहवी शताब्दी में सबसे पहले अटलांटिक महासागर के पार जाने का साहस किया। इसके प्रमुख कारण निम्नलिखित थे

प्र० 4. कौन-सी नयी खाद्य वस्तुएँ दक्षिणी अमरीका से बाकी दुनिया में बेची जाती थीं?
उत्तर अमरीका की खोज के कई अहम् दीर्घकालीन एवं तात्कालिक परिणाम हुए। अनिश्चितता से पल-पल दो-चार होती सामूहिक यात्राएँ आगामी समय में न केवल यूरोप, अफ्रीका एवं अमरीका को अपितु पूरे विश्व को क्रांतिकारी रूप । से प्रभावित कीं। अमरीका की खोज के परिणामस्वरूप हासिल होने वाले सोने-चाँदी के असीम भंडार ने अद्यौगिकीकरण और अतंर्राष्ट्रीय व्यापार को काफी प्रोत्साहित किया। फ्रांस, हॉलैंड, बेल्जियम तथा इंग्लैंड जैसे देशों में संयुक्त पूँजी कंपनियों की स्थापना की। साथ-साथ व्यापक स्तर पर संयुक्त व्यापारिक अभियानों का आयोजन किया। यहाँ तक कि इन्होंने उपनिवेशवाद की भी स्थापना की और दक्षिणी अमरीका में उत्पन्न होने वाली खाद्य वस्तुओं; जैसे-तम्बाकू, आलू, गन्ना, ककाओ आदि से यूरोपवासियों को परिचित कराया। विशेष रूप से यूरोपवासियों को का परिचय आलू तथा लाल मिर्च से हुआ और सभी वस्तुएँ अमरीका दुनिया में भेजी जाने लगीं।

संक्षेप में निबंध लिखिए

प्र०5. गुलाम के रूप में पकड़कर ब्राजील ले जाए गए एक सत्रहवर्षीय अफ्रीकी लड़के की यात्रा का वर्णन करें?
उत्तर पुर्तगालियों का ब्राजील पर कब्जा महज एक इत्तफ़ाक था। पेड्रो अल्वारिस कैब्राल एक दिलेर नाविक था। उसने 1500 ई० में एक विशाल जहाजी बेड़े के साथ भारत की ओर प्रस्थान किया। लेकिन पश्चिमी अफ्रीका का एक बड़ा चक्कर लगाकर वह ब्राजील के समुद्रतट पर जा पहुँचा। यद्यपि पुर्तगालियों को ब्राजील से सोना मिलने की कोई उम्मीद नहीं थी तथापि वे वहाँ की इमारती लकड़ी के द्वारा पर्याप्त धन कमा संकते थे।
नि:संदेह ब्राजील की इमारती लकड़ी की यूरोप में अत्यधिक माँग थी। इसके व्यापार को लेकर पुर्तगाली और फ्रांसीसी व्यापारी बार-बार संघर्ष में उलझते रहते थे। लेकिन अंत में विजय पुर्तगालियों को मिली। इसी क्रम में पुर्तगाल के राजा ने 1534 ई० में ब्राजील के तट को 14 आनुवंशिक कप्तानियों में विभक्त कर दिया और उनके स्वामित्व के अधिकार को वहाँ स्थायी रूप से रहने के इच्छुक पुर्तगालियों को सौंप दिया। इसके साथ ही, उन्हें स्थानीय लोगों को गुलाम बनाने का अधिकार भी प्रदान कर दिया। ऐसा अनुमान है कि 1550-1580 शक्तियों ने ब्राजील में करीब 36 लाख से भी अधिक अफ्रीकी गुलामों का आयात किया।

ऐसे ही गुलामों में एक सत्रहवर्षीय लड़का भी सम्मिलित था। उसके हाथ बाँधकर उसे अन्य गुलामों के साथ पशुओं के समान जहाज पर लाद दिया गया। उन सबको कड़ी निगरानी के बीच पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन लाया गया। लिस्बन के एक बड़े बाजार में सभी गुलामों को बेचने के लिए खड़ा कर दिया गया। उस सत्रहवर्षीय गुलाम लड़के की भी बोली लगाई गई। यह सत्य है कि सभी लोग उस जवान लड़के को खरीदना चाहते थे। इसका कारण यह था कि वह स्वस्थ, और हट्टा-कट्टा था तथा अन्य की अपेक्षा अधिक काम कर सकता था। अंत में सबसे ऊँची बोली लगाकर एक व्यक्ति ने उसे लादकर ब्राजील भेज दिया।

ब्राजील में, उस गुलाम लड़के को कठोर से कठोर काम में लगाया जाता था। कभी वृक्षों को काटने को, कभी उसे जहाज में लकड़ी लादने के काम में लगा दिया जाता था तो कभी उससे खेती का काम करवाया जाता था। नि:संदेह उससे पशुओं के समान काम लिया जाता था और वह पशुओं जैसा जीवन व्यतीत करने के लिए विवश था। उसे न तो आत्मसम्मानपूर्वक जीने का अधिकार था और न ही आराम से जीवन व्यतीत करने का। यहाँ तक कि वह अपने नारकीय जीवन से छुतकारा भी पाना चाहता था, लेकिन वह भागने में असमर्थ था। वह जानता था कि उसके एक साथी को भागने का प्रयास करने पर अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ा था। हालाँकि वह बुद्धिमान था। केवल भाग्य उसके साथ नहीं था। अंत में उसने अपनी परिस्थितियों से समझौता कर लिया और आजीवन अपने स्वामी का एक निष्ठावान सेवक बने रहने का फैसला लिया।

प्र० 6. दक्षिणी अमरीका की खोज ने यूरोपीय उपनिवेशवाद के विकास को निम्नलिखित प्रकार से जन्म दिया
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