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Bholi Summary and Translation in Hindi

Her name was………………..looks nor intelligence. (Page 54)

शब्दार्थ : simpleton (सिम्पल्ट्न् ) = बुद्धू। cot (कॉट) = बच्चों की शय्या। perhaps (पॅहैप्स्) = शायद। damaged (डैमिज्ड) = क्षतिग्रस्त कर दिया था। remained (रिमेन्ड) = बनी रही। backward (बैक्वड्) = धीरे सीखने वाली, पिछड़ी हुई। birth (बथ्) = जन्म। fair (फेअ (र)) = गोरी। pretty (प्रिटि) = आकर्षक। attack (अटैक) = आक्रमण, दौरा । small pox (स्मॉल्पॉक्स्) = चेचक। entire (इन्टाइअ (र)) = संपूर्ण । permanently (पमनट्लि ) = स्थायी रूप से। disfigured (डिस्फिगड) = विकृत हो गई। pockmarks (पॉक्माक्स्) = चेचक के दाग। little (लिट्ल) = छोटी। learnt (लन्ट) = सीखा। stammered (स्टैम(र)ड) = हकलाई । often (आफ्न्) = प्रायः। mimicked (मिमिक्ट) = ‘नकल उतारते थे। prosperous (प्रॉस्परस्) = समृद्ध। plently (प्लेन्टि) = भरपूर। except (इक्सेप्ट्) = को छोड़ कर। settled (सेट्ल्ड् ) = तय कर दिया गया था। bridegroom (ब्राइडग्रूम) = दूल्हा। worried (वरिड्) = चिंतित। good looks (गुड लुक्स) = सुंदर।

हिन्दी अनुवाद : उसका नाम सुलेखा था, परन्तु उसके बचपन से सभी उसे भोली, बुद्धू कहकर पुकारते थे। वह रामलाल, नम्बरदार की चौथी बेटी थी। जब वह दस महीने की थी, वह अपने सिर के बल चारपाई से नीचे गिर गई थी, और शायद इससे उसके मस्तिष्क का कोई भाग क्षतिग्रस्त हो गया था। यही कारण था कि वह पिछड़ी हुई बच्ची रह गई और भोली, बुद्ध के नाम से जानी जाने लगी। जन्म के समय बच्ची बहत गोरी और सन्दर थी। लेकिन जब वह दो वर्ष की थी. उस पर चेचक का आक्रमण हुआ। केवल आँखें ही सुरक्षित बच पाईं, परन्तु सम्पूर्ण शरीर स्थाई रूप से गहरे काले चेचक के दागों से विकृत हो गया। पाँच वर्ष की आयु तक नन्ही सुलेखा बोल नहीं सकी, और अन्त में जब उसने बोलना सीख लिया, वह हकलाने लगी। अन्य बच्चे प्रायः उसका मजाक उड़ाते थे और उसकी नकल उतारते थे। परिणामस्वरूप वह बहुत कम बोलती थी।

रामलाल के सात बच्चे थे – तीन बेटे और चार बेटियाँ और भोली उनमें सबसे छोटी थी। यह एक समृद्ध किसान का कुटुम्ब था और वहाँ खाने-पीने के लिए भरपूर था। भोली को छोड़कर सभी बच्चे स्वस्थ और हृष्टपुष्ट थे। बेटे विद्यालयों में अध्ययन करने के लिए नगर भेज दिए गये थे, और बाद में कॉलेजों में । बेटियों में सबसे बड़ी राधा का विवाह पहले ही हो चुका था। दूसरी बेटी मंगला का विवाह भी तय किया जा चुका था, और जब वह सम्पन्न हो गया, रामलाल को तीसरी (बेटी) चंपा के बारे में सोचना था। वे सभी दिखने में अच्छी, स्वस्थ लड़कियाँ थीं, और उनके लिए वर ढूँढ़ना मुश्किल नहीं था। लेकिन रामलाल भोली के बारे में चिन्तित था। वह न तो सुन्दर थी, न ही बुद्धिमान।

Bholi was seven………………..than her home! (Pages 55-56)

काठन शब्दार्थ : same (सेम्) = समान । primary (प्राइमरि) = प्राथमिक। perform (पफाम्) = कार्य करना । opening (ओप्निङ्) = शुभारंभ। ceremony (सेरमनि) = समारोह । revenue (रेवन्यू) = राजस्व। official (अफ़िश्ल ) = शासकीय। representative (रेप्रिजेन्टटिव) = प्रतिनिधि । government (गवन्मन्ट) = सरकार। example (इग्जाम्प्ल ) = उदाहरण। villager (विलिज(र)) = ग्रामवासी। consulted (कन्सल्ट्ड) = सलाह मांगी। cried (क्राइड) = चिल्लाई । crazy (क्रेजि) = सनकी। courage(करिज्) = साहस । disobey (डिसबे) = अवज्ञा करना।

chance (चान्स्) = संभावना । ugly (अलि ) = कुरूप। lack (लैक्) = अभाव। sense (सेन्स्) = समझ। worry (वरि) = चिंता। let (लेट्) = अनुमति देना। frightened (फ्राइटन्ड्) = भयभीत। remembered (रिमेम्ब(र)ड) = याद किया। turned out (टन्ड आउट) = बाहर निकाल दी गई। sold (सोल्ड्) = बेचा। shouted (शाउटड) = चिल्लाई। terror (टेर(र)) = आतंक। pulled (पुल्ड) = खींचा। grip (ग्रिप्) = पकड़। matter (मैट(र)) = मामला। fool (फूल) = मूर्ख। decent (डीस्न्ट्) = शालीन। passed on (पास्ट ऑन्) = दे दिये गये। mend (मेन्ड्) = मरम्मत करना। receive (रिसीव) = प्राप्त करना, स्वीकार करना। dress (ड्रेस्) = पोशाक। shrunk (शङ्क्) = सिकुड़ गया। washing (वॉशिङ्) = धुलाई। bathed (बेड्) = नहलाई गई। rubbed (रब्ड) = मला गया। matted (मैट्ड) = उलझे हुए। begin (बिगिन्) = आरम्भ करना।

हिन्दी अनुवाद : जब मंगला का विवाह हुआ, भोली की आयु सात वर्ष थी। उसी वर्ष उनके गाँव में लड़कियों के लिए एक प्राथमिक विद्यालय खोला गया। तहसीलदार साहब उसका उदघाटन करने आए थे। उन्होंने रामलाल से कहा, “राजस्व अधिकारी के तौर पर तुम इस गाँव में सरकार के प्रतिनिधि हो, और इसलिए तुम्हें ग्रामवासियों के समक्ष एक उदाहरण रखना होगा। तुम्हें अपनी बेटियों को विद्यालय अवश्य भेजना चाहिए।” उस रात्रि जब रामलाल ने अपनी पत्नी से सलाह माँगी, वह चिल्लाई, “क्या तुम मूर्ख हो? यदि लड़कियाँ स्कूल गईं तो उनसे विवाह कौन करेगा?” । लेकिन तहसीलदार की अवज्ञा करने की हिम्मत रामलाल में नहीं थी।

अन्त में उसकी पत्नी बोली, “मैं आपको बताऊँगी कि क्या करना है। भोली को स्कूल भेज दो। जैसी स्थिति है, उसके विवाह की सम्भावना कम है, उसके कुरूप चेहरे और समझ में कमी के साथ । विद्यालय के शिक्षकों को उसकी फिक्र करने दो।” अगले दिन रामलाल ने भोली का हाथ पकड़ा तथा बोले, “मेरे साथ आओ। मैं तुम्हें विद्यालय ले चलूँगा।” भोली डर गई। उसे पता नहीं था कि स्कूल कैसा होता है। उसे याद आया कि किस प्रकार कुछ दिनों पहले उनकी बूढी गाय लक्ष्मी को घर से बाहर निकाल दिया गया था और बेच दिया गया था। “न-न-न-न नहीं-नहीं-नहीं।” वह अत्यधिक भय से चीखी और पिता की पकड़ से अपना हाथ छुड़ा लिया।

“तुम्हारे साथ क्या बात है, अरे मूर्ख?” रामलाल चिल्लाए। “मैं तुम्हें विद्यालय ही तो ले जा रहा हूँ।” तब उन्होंने अपनी पत्नी से कहा, “आज उसे कुछ ढंग के वस्त्र पहनाओ, अन्यथा शिक्षक और विद्यालय की अन्य लड़कियाँ हमारे बारे में क्या सोचेंगी जब वे उसे देखेंगी?” भोली के लिए कभी भी नए कपड़े नहीं बनवाए गए थे। उसकी बहनों के पुराने वस्त्र उसे दे दिए जाते थे। उसके कपड़ों की मरम्मत करने या धोने की कोई फिक्र नहीं करता था। परन्तु आज वह भाग्यशाली थी एक साफ-सुथरी पोशाक पाकर, जो कई बार धुलने के पश्चात सिकुड़ गई थी जो चंपा को ठीक नहीं आती थी (छोटी पड़ गई थी)। उसे नहलाया भी गया और उसके सूखे उलझे हुए केशों में तेल मला गया। केवल तभी उसने विश्वास करना प्रारंभ किया कि उसे उसके घर से बेहतर स्थान पर ले जाया जा रहा था!

When they reached………..touched her heart. (Pages 56-57)

कठिन शब्दार्थ : reached (रीच्ट) = पहुँचा। already (ऑरेडि) = पहले से ही। handed over (हैन्ड्ड अउव(र)) = दिया। headmistress (हेड्मिस्ट्रस्) = प्रधानाध्यापिका। alone (अलोन्) = अकेली। several (सेवल) = अनेक। squatted (स्क्वॉट्ड) = उक बैठना। mats (मैट्स) = चटाई। slates (स्लेट्स) = स्लेटें। exactly (इग्जैट्लि ) = एकदम, बिलकुल। happened (हैपन्ड) = घटित हुआ। glad (ग्लैड्) = प्रसन्न, सुखी। almost (ऑल्मोस्ट्) = लगभग। hoped (होप्ड) = आशा की। lady teacher (लेडि टीच(र)) = महिला शिक्षक। understand

(अन्ड्स्टै न्ड्) = किसी बात का अर्थ समझना। fascinated (फैसिनेट्ड) = मोहित करते थे। visit (विज़िट) = भ्रमण, दौरा। orchard (ऑचड्) = फलों का बाग। suddenly (सन्लि ) = अचानक। noticed (नोटिस्ट) = ध्यान दिया। stammer (स्टैम(र)) = हकलाना। flowed (फ्लोड) = बहे। helpless (हेल्पलस्) = विवश । flood (फ्लड्) = प्रवाह । corner (कॉन(र)) = कोना। daring (डेअरिङ्) = साहस करना। still (स्टिल्) = अब तक, तो भी। scurried (स्करिड) = छोटे-छोटे तेज कदमों से आगे बढ़ गई। lowered (लोअ(र)ड = नीचे झुका हुआ। sobbing (सॉबिङ्) = सिसकती रही। soft (सॉफ्ट) = नरम। soothing (सूदिङ्) = शांतिदायक। touched (टचट्) = छू लिया। heart (हाट) = दिल।

हिन्दी अनुवाद : जब वे विद्यालय पहुँचे, बच्चे पहले से कक्षाओं में थे। रामलाल ने अपनी बेटी प्रधानाध्यापिका को सौंप दी। अकेली रह जाने पर बेचारी लड़की ने भयभीत आँखों से अपने चारों ओर देखा। वहाँ अनेक कमरे थे, और प्रत्येक कमरे में उसके जैसी लड़कियाँ चटाइयों पर उकडूं बैठी हुई पुस्तकें पढ़ रही थीं, या स्लेटों पर लिख रही थीं। प्रधानाध्यापिका ने भोली से कक्षाओं में से एक में एक कोने में बैठ जाने को कहा।

भोली को यह ज्ञात नहीं था कि विद्यालय कैसा होता है और वहाँ क्या होता है, लेकिन वह लगभग अपनी आयु की बहुत-सी लड़कियों को वहाँ उपस्थित देख कर खुश थी। उसे आशा थी कि उनमें से कोई लड़की सम्भवतः उसकी सहेली बन जाएगी शिक्षिका जो कक्षा में थी, लड़कियों से कुछ कह रही थी, लेकिन भोली को कुछ समझ में नहीं आया। उसने दीवार पर लगे चित्रों को देखा। रंगों ने उसको मोहित कर दिया – घोड़ा उसी घोड़े की भाँति भूरा था, जिस पर तहसीलदार साहब ने गाँव का दौरा किया था; बकरी उसकी पड़ौसी की बकरी की भाँति काली थी; तोता उन्हीं तोतों की भाँति हरा था जिसे उसने आम के बाग में देखा था; और गाय बिल्कुल उनकी लक्ष्मी के समान थी। और अचानक भोली ने देखा कि शिक्षिका मुस्कराते हुए उसके पास आकर खड़ी हो गई थी। .. “तुम्हारा नाम क्या है, नन्ही बच्ची?”

“भो…..भो…भो….।” वह हकलाने के कारण आगे नहीं बोल सकी। फिर उसने रोना शुरू कर दिया और उसकी आँखों से आँसू विवश बाढ़ की भाँति बह निकले। वह सिर नीचे किए हए कोने में बैठी रही। उसे पता था कि लडकियां उस पर अब भी हँस रही थी उनकी ओर देखने की नहीं हुई। जब स्कूल की घण्टी बजी, सभी लड़कियाँ छोटे-छोटे तेज कदमों से कक्षा से बाहर बढ़ गईं, परन्तु भोली की हिम्मत अपने कोने को छोड़ने की नहीं हुई। अपना सिर अब भी नीचा किए हुए वह सिसकती रही। “भोली।” अध्यापिका का स्वर इतना नरम और शान्तिदायक था ! अपने सम्पूर्ण जीवन में कभी भी उसे इस प्रकार सम्बोधित नहीं किया गया था। इसने (शब्दों ने) उसका हृदय छू लिया।

“Get up”, said the……………early tomorrow morning. (Pages 57-58)

कठिन शब्दार्थ : get up (गेट् अप्) = खड़ी हो जाओ। command (कमान्ड्) = आदेश | suggestion (सजेस्चन्) = सुझाव। sweat (स्वेट) = पसीना। tongue (टङ्) = जीभ। disgrace (डिस्ग्रेस्) = बदनामी encouraged (इन्करिज्ड) = हिम्मत बढ़ाई। relieved (रिलीव्ड्) = चिंतामुक्त। achievement (अचीवमन्ट) = उपलब्धि। patted (पैट्ड) = थपथपाया। affectionately (अफ़ेक्श्न ट्ल) = स्नेहपूर्वक। fear (फिअ(र) = भय । really (रिअलि) = वास्तव में। easy (ईज़ि) = सरल। nodded (नॉड्ड) = सिर हिलाया। aloud (अलाउड्) = ऊँचे स्वर में। astonished (अस्टॉनिश्ट) = आश्चर्यचकित। learned (लॅनिड) = विद्वान। respect (रिस्पेक्ट्) = आदर। slightest (स्लाइट्स्ट्) = थोड़ी-सी।

हिन्दी अनुवाद : “खड़ी हो जाओ”, शिक्षिका ने कहा। यह एक आदेश नहीं था, वरन महज एक मैत्रीपूर्ण सुझाव था, भोली खड़ी हो गई। “अब मुझे अपना नाम बताओ।” . उसके पूरे शरीर पर पसीना आ. गया। क्या उसकी हकलाती हुई जबान फिर से उसे लज्जित कर देगी? फिर भी उसने इस दयालु महिला के लिए एक प्रयास करने का निर्णय लिया। उसकी आवाज कितनी शान्तिदायक थी; वह उस पर नहीं हँसेगी। “भ-भ-भो-भो-” उसने हकलाना शुरू कर दिया। “बहुत अच्छा, बहुत अच्छा”, शिक्षिका ने उसकी हिम्मत बढ़ाई। “आओ, अब-पूरा नाम बताओ।” “भ, भ-भो-भोली।” अन्त में वह यह कहने में समर्थ हुई और उसने चिन्तामुक्त महसूस किया जैसे कि यह एक महान उपलब्धि थी।

“बहुत अच्छा।” शिक्षिका ने उसे स्नेहपूर्वक थपथपाया और कहा, “अपने दिल से डर भगा दो और तुम सभी की तरह बोलने में सक्षम हो जाओगी।” भोली ने मानो यह पूछने के लिए ऊपर की ओर देखा, “सचमुच?” “हाँ, हाँ, यह बहुत आसान होगा। केवल तुम प्रतिदिन स्कूल आया करो। क्या तुम आओगी?” भोली ने स्वीकृति में सिर हिला दिया। “नहीं, इसे जोर से बोलो।” “हं-हं-हाँ।” और भोली स्वयं आश्चर्यचकित हो गई कि वह यह बोलने में समर्थ हो गई थी। “क्या मैंने तुम्हें नहीं बताया था? अब यह पुस्तक ले लो।” । पुस्तक सुन्दर चित्रों से भरी हुई थी और चित्र रंगीन थे कुत्ता, बिल्ली, बकरी, घोड़ा, तोता, शेर और बिल्कुल लक्ष्मी जैसी एक गाय । और प्रत्येक तस्वीर के साथ एक शब्द मोटे काले अक्षरों में लिखा था। “एक महीने में तुम इस पुस्तक को पढ़ने में समर्थ हो जाओगी। फिर मैं तुम्हें इससे बड़ी पुस्तक दूंगी और तत्पश्चात् उससे भी बड़ी पुस्तक। समय आने पर तुम गाँव में अन्य सभी की तुलना में अधिक शिक्षित हो जाओगी। तब कोई व्यक्ति कभी भी तुम पर हँस नहीं सकेगा। लोग तुम्हें सम्मान से सुना करेंगे और तुम बिना थोड़ी-सी भी हकलाहट के बोल सकोगी। समझी? अब घर जाओ और कल प्रातः जल्दी वापस आ जाना।”

Bholi felt as if………………..envious of her luck. (Pages 58-59)

कठिन शब्दार्थ : as if (ऐज् इफ्) = जैसे मानो कि। bells (बेल्ज) = घंटियाँ । temple (टेम्पल) = मंदिर । blossomed (ब्लॉसम्ड) = खिल गए। throbbing (थ्रॉबिङ्) = धड़कना । passed (पास्ट) = बीत गए। cinema (सिनमा) = चलचित्र । tin shed (टिन् शेड्) = टिन का सायबान । ginning mill (जिनिङ् मिल्) = रुई धुनने का कारखाना। mail train (मेल ट्रेन्) = डाक- गाड़ी। proposal (प्रपोज्ल्) = प्रस्ताव, सुझाव। certainly (सट्नलि) = निश्चित रूप से। well to do (वेल् टु डू) = धनी । bank (बैंक) = बैङ्क। dowry (डाउरि) = दहेज। young (यङ्) = युवा। limps (लिम्प्स्) = लंगड़ाता है। grown up (ग्रोन् अप्) = वयस्क। great age (ग्रेट एज्) = अधिक आयु । accept (अक्सेप्ट्) = स्वीकार करना। unmarried (अनमैरिड्) = अविवाहित।

wonder (वन्ड(र)) = कुछ जानने को उत्सुक होना। witless (विट्लॅस) = मूर्ख, नासमझ। dumb (डम्) = गूंगी। muttered (मट(र)ड) = बुदबुदाया। courtyard (कॉट्याड्) = आंगन। awake (अवेक्) = जागना। listening (लिसनिङ्) = सुनते हुए। whispered (विस्प(र)ड) = कानाफूसी की। conversation (कॉन्वसेशन्) = बातचीत। grocer (ग्रोस(र)) = पंसारी। relations (रिलेशन्ज्) = रिश्तेदार। brass band (ब्रास् बैन्ड) = पीतल के वाद्य-यंत्रों का बैंड। popular (पॉप्यल(र)) = लोकप्रिय । tune (ट्यून्) = संगीत की कोई धुन। headed (हेड्ड) = सबसे आगे था, procession (प्रसेश्न्) = बारात, riding (राइडिंग) = घोड़े की सवारी करते हुए। decorated (डेकरेट्ड) = सजा हुआ। overjoyed (ओवजॉइड) = आनंद विभोर। pomp (पॉम्प) = तड़क-भड़क । splendour (स्प्लेन्ड(र)) = शान, वैभव । dreamt (ड्रेस्ट) = स्वप्न देखा। grand (ग्रैन्ड) = शानदार। wedding (वेडिङ्) = विवाह समारोह । elder (एलड(र)) = बड़ी। occasion (अकेशन्) = अवसर। envious (एन्विअस्) = ईर्ष्या करने वाला।

हिन्दी अनुवाद : भोली ने महसूस किया मानो एकाएक गाँव के मन्दिर में सभी घण्टियाँ बज रही थीं और विद्यालय भवन के सामने वाले वृक्ष बड़े-बड़े लाल फूलों में खिल गए थे। उसका हृदय एक नई आशा और नए जीवन के साथ धड़क रहा था। इस प्रकार वर्षों बीत गए। गाँव छोटा कस्बा बन गया। छोटी प्राथमिक पाठशाला उच्च विद्यालय बन गई। अब वहाँ टिन शेड के नीचे एक सिनेमा घर और एक रुई धुनने की मिल थी।

उनके रेलवे स्टेशन पर डाकगाड़ी ने रुकना प्रारम्भ कर दिया था। एक रात भोजन के उपरान्त रामलाल ने अपनी पत्नी से कहा, “तो क्या मैं बिशम्भर का विवाह प्रस्ताव स्वीकार कर लूँ?” “हाँ, अवश्य”, उसकी पत्नी बोली। “ऐसे अमीर दूल्हे को पाकर भोली भाग्यशाली होगी। एक बड़ी दुकान, अपना मकान, और मैंने सुना है बैंक में कई हजार जमा हैं। इसके अलावा वह कोई दहेज भी नहीं माँग रहा है।” “वह तो ठीक है, परन्तु वह इतना जवान नहीं रहा, तुम जानती हो लगभग मेरी आयु का है और वह लंगड़ाता भी है। उसके अलावा उसकी पहली पत्नी के बच्चे भी काफी बड़े हो चुके हैं।”

“तो इससे क्या फर्क पड़ता है?” उसकी पत्नी ने उत्तर दिया। “पैंतालीस या पचास-पुरुष के लिए यह कोई अधिक आयु नहीं है। हम भाग्यशाली हैं कि वह दूसरे गाँव का है और वह उसके चेचक के दागों और उसकी समझ की कमी के बारे में नहीं जानता है। यदि हम इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करते हैं तो वह जीवनपर्यन्त अविवाहित रह सकती है।” “हाँ, लेकिन मैं यह जानने को उत्सुक हूँ कि भोली क्या कहेगी।” “वह मूर्ख क्या कहेगी? वह एक मूक गाय के समान है।” “शायद तुम सही हो”, रामलाल बड़बड़ाया।

आँगन के दूसरे कोने में, भोली जागी हुई अपनी चारपाई के ऊपर लेटी हुई माता-पिता की कानाफूसी वाली बातचीत सुन रही थी। बिशम्भरनाथ एक समृद्ध पंसारी था। वह विवाह के लिए मित्रों और रिश्तेदारों की एक बड़ी बारात लेकर आया। बारात के आगे-आगे पीतल के वाद्ययन्त्रों का एक बैंड एक भारतीय चलचित्र की लोकप्रिय धुन बजाता हुआ चल रहा था, दूल्हा एक सजे हुए घोड़े पर सवार था। इतनी तड़क-भड़क और शान देख कर रामलाल आनन्दविभोर हो गया। उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उसकी चौथी बेटी का विवाह इतनी धूमधाम से होगा। इस अवसर पर आई हुई भोली की बड़ी बहनें उसके भाग्य से ईर्ष्या करने लगीं।

When the auspicious…………only cold contempt. (Pages 59-60)

कठिन शब्दार्थ : auspicious (ऑस्पिशस्) = मांगलिक। moment (मोमन्ट) = क्षण। priest (प्रीस्ट) = पुजारी। bring (ब्रिङ्) = लाना। clad in (क्लैड् इन्) = वस्त्र पहने हुए। bridal dress (ब्राइड्ल् ड्रेस्) = वधू की पोशाक। sacred (सेक्रिड्) = पवित्र । garland (गालन्ड्) = फूलों का हार। prompted (प्रॉम्प्ट्ड ) = याद दिलाया। lifted (लिफ्ट्ड) = ऊपर उठाया । slipped (स्लिप्ट) = उतार दिया। silken veil (सिल्क्न वेल्) = रेशमी बूंघट। glance (ग्लान्स्) = उड़ती नजर डाली। poised (पॉइजड) = किसी हरकत के लिए तैयार। bride (ब्राइड्) = दुल्हन । pulled down (पुलड डाउन्) = नीचे खींचा। turban (टबन्) = साफा। honour (ऑन(र)) = प्रतिष्ठा । humiliate (ह्यूमिलिएट्) = अपमानित करना। considerate (कन्सिडरट) = संवेदनशील। streaming down (स्ट्रीमिङ् डाउन्) = नीचे बहते हुए, counted (काउन्ड) = एक-एक करके धीरे-धीरे गिने। triumphant (ट्राइअमफन्ट) = विजय पर अत्यंत प्रसन्न । gambled (गैम्ब्ल ड) = बाजी लगाई, जुआ खेला। downcast (डाउन् कास्ट) = आँखें नीचे झुकी हुईं। straight (स्ट्रेट्) = सीध में, सीधे-सीधे। prospective (प्रस्पेक्टिव्) = संभावित। cold contempt (कोल्ड् कन्टेम्प्ट) = रूखा तिरस्कार, अवज्ञा ।

हिन्दी अनुवाद : जब शुभ घड़ी आई, पुजारी ने कहा, “दुल्हन को लाओ।” ताल, रेशमी साड़ी पहने हुए भोली पवित्र अग्नि के पास दुल्हन के स्थान तक लाई गई। “दुल्हन को माला पहना दो”, बिशम्भरनाथ के एक मित्र ने उसे याद दिलाया। दूल्हे ने पीले गैंदे के फूलों का हार ऊपर उठाया। एक महिला ने दुल्हन के चेहरे से चूंघट पीछे सरका दिया। बिशम्भर ने शीघ्रता से एक उड़ती नजर से देखा। माला उसके हाथों में ठहरी रह गई। दुल्हन ने धीरे से चूँघट अपने चेहरे पर नीचे खींच लिया। “क्या तुमने उसे देखा है?” बिशम्भर ने बगल में खड़े मित्र से पूछा। “उसके चेहरे पर चेचक के दाग हैं।” “तो क्या (हुआ)? आप भी तो जवान नहीं हैं।”

“हो सकता है। लेकिन यदि मेरा उससे विवाह होगा तो उसके पिता को मुझे पाँच हजार रुपये अवश्य देने होंगे।” रामलाल गया और अपनी पगड़ी-अपनी प्रतिष्ठा – बिशम्भर के पैरों पर रख दी। “मुझे इस तरह अपमानित मत करिए। दो हजार रुपये ले लीजिए।” । “नहीं। पाँच हजार, या हम वापस चले जाएँगे। अपनी बेटी को रख लो।” “कृपया थोड़ा संवेदनशील बनिये। यदि आप वापस चले जाएँगे, तो मैं गाँव में मुँह दिखाने लायक नहीं रहूँगा।”

दुल्हन व “तो फिर निकालो पाँच हजार।” चेहरे पर आँखों से आँसू बहाते हुए रामलाल भीतर गया, तिजोरी खोली और नोट एक-एक करके धीरे-धीरे गिने। उसने दल्हे के चरणों पर बन्डल रख दिया। बिशम्भर के लालची चेहरे पर विजय की एक मुस्कराहट आ गई। उसने जुआ खेला था और बाजी जीत ली। “मुझे माला दो।” उसने घोषणा की। एक बार फिर दुल्हन के चेहरे से चूंघट पीछे सरकाया गया, लेकिन इस बार उसकी आँखें नीचे झुकी हुई नहीं थीं। वह ऊपर देख रही थी, अपने भावी पति को सीधे देख रही थी। और उसकी आँखों में न क्रोध था, न ही घृणा, मात्र रूखा तिरस्कार।

Bishamber raised the…………..of her masterpiece. (Pages 60-61)

कठिन शब्दार्थ : raised (रेज्ड) = ऊपर उठाई। streak (स्ट्रीक्) = धारी, पतली रेखा । lightning (लाइनिङ्) = आकाश की बिजली। flung (फ्लङ्) = जोर से फेंक दी गई। thunder struck (थन्ड(र) स्ट्रक्) = वज्रपात हो गया। guests (गेस्ट्स) = अतिथि। shameless (शेम्लस्) = बेशर्म। disgrace (डिस्ग्रेस्) = बदनामी कराना। willing (विलिङ्) = राजी। lame (लेम्) = लंगड़ा। mean (मीन्) = संकुचित मनोवृत्ति वाला। contemptible (कन्टेम्प्टब्ल्) = तिरस्करणीय। coward (काउअड्) = कायर। harmless (हाम्लस्) = सीधी-सादी। violently (वाइअलॅन्टलि) = हिंसापूर्वक।

heartless (हाट्लस) = निर्मम। creature (क्रीचर) = प्राणी। confused (कनफ्यूज्ड) = भ्रमित। rooted (रू = जमीन में गड़ा हुआ। bowed (बाउड) = झुका हुआ। grief (ग्रीफ्) = दुःख। shame (शेम्) = शर्म। flames (फ्लेम्ज) = लपट, ज्वाला। calm (काम्) = शांत। steady (स्टेडि) = स्थिर। satisfaction (सैटिस्फैक्शन्) = संतुष्टि । artist (आटिस्ट्) = कलाकार । contemplating (कॉन्टम्प्लेटिङ्) = चिंतन करते हुए। completion (कम्प्लीश्न्) = समाप्ति। masterpiece (मास्टपीस्) = अतिश्रेष्ठ रचना।

हिन्दी अनुवाद : बिशम्भर ने दुल्हन की गर्दन (गले) में डालने के लिए माला उठाई लेकिन वह वैसा कर पाता, उससे पहले, बिजली की रेखा की तरह उसका हाथ बाहर की तरफ निकला, और माला आग में फेंक दी गई। वह उठ खड़ी हुई और (उसने) चूंघट उतार फेंका। “पिताजी!” भोली स्पष्ट, ऊँची आवाज में बोली; और उसके पिता, माता, बहनें, भाई, रिश्तेदार और पड़ौसी थोड़ी-सी भी हकलाहट के बिना उसे बोलते हुए सुनकर चौंक गए।
“पिताजी ! अपना पैसा वापस ले लीजिए। मैं इस व्यक्ति से विवाह नहीं करने जा रही।”

रामलाल के ऊपर वज्रपात हो गया। अतिथिगण कानाफूसी करने लगे, “इतनी बेशर्म! इतनी कुरूप और इतनी बेशर्म!” “भोली, क्या तू पागल है?” रामलाल चीखा। “तू अपने परिवार की बदनामी कराना चाहती है? हमारी इज्जत का थोड़ा तो लिहाज कर!” “आपकी इज्जत की खातिर”, भोली ने कहा, “मैं इस लंगड़े, बूढ़े व्यक्ति से विवाह करने के लिए तैयार हो गई थी। लेकिन मुझे अपने पति के रूप में ऐसी संकुचित मनोवृत्ति वाला, लालची और घृणित कायर नहीं चाहिए। मैं नहीं करूँगी, मैं नहीं करूँगी, मैं नहीं करूँगी।”

“कितनी निर्लज्ज लड़की है। हम सबने सोचा था कि वह एक सीधी-सादी गूंगी गाय है।” भोली बूढ़ी महिला की ओर उग्रता से मुड़ी, “हाँ, चाची, तुम सही हो। आप सबने सोचा कि मैं बेजुबान. गाय हूँ। इसी कारण आप मुझे इस क्रूर व्यक्ति को सौंप देना चाहती थीं। किन्तु अब यह मूक गाय, हकलाने वाली मूर्ख बोल रही है। क्या आप और अधिक सुनना चाहती हैं?” बिशम्भरनाथ पंसारी ने बारात के साथ वापस जाना प्रारम्भ कर दिया। चकराए हुए बैन्डवालों ने सोचा कि अनुष्ठान (विवाह) सम्पन्न हो चुका था, इसलिए उन्होंने अन्तिम गीत (विदाई गीत) बजाना शुरू कर दिया। रामलाल जमीन में गड़ा हुआ खड़ा रहा, उसका सिर दुःख और लज्जा के बोझ तले झुक गया था। पवित्र अग्नि की लपटें धीमे-धीमे बुझ गईं। सभी जा चुके थे।

रामलाल भोली की ओर मुड़ा और .. बोला, “परन्तु तेरा क्या होगा, अब तुझसे कोई कभी विवाह नहीं करेगा। हम तेरे लिए क्या करेंगे?” और सुलेखा शांत और स्थिर आवाज में बोली, “आप चिन्ता न करें, पिताजी! आपकी वृद्धावस्था में मैं आपकी और माताजी की सेवा करूँगी और मैं उसी विद्यालय में पढ़ाया करूँगी जहाँ मैंने इतना सीखा। क्या यह ठीक नहीं है, मैडम?” अध्यापिका इस दौरान नाटक देखते हुए एक कोने में खड़ी थी। “हाँ, भोली, निस्सन्देह”, उसने उत्तर दिया। और उसकी मुस्कराती हुई आँखों में गहरी सन्तुष्टि की रोशनी थी जो एक कलाकार उस समय महसूस करता है जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ कलाकृति के समापन का विचार करता है।

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