Chapter 3 भूमंडलीकृत विश्व का बनना
अभ्यास प्रश्न
बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर
1. वे मार्ग जो न केवल एशिया के विशाल क्षेत्रों को एक-दूसरे से जोड़ने का कार्य करते थे बल्कि एशिया और उत्तरी अफ्रीका को भी जोड़ते थे कहलाते थे-
a. रेशम मार्ग
b. राजमार्ग
c. स्वर्णिम चतुर्भुज मार्ग
d. इनमें से कोई नहीं। (a)
2. अठारहवीं शताब्दी में विश्व व्यापार का सबसे बड़ा केंद्र था-
a. यूरोप
b. अमेरिका
c. अफ्रीका
d. ऑस्ट्रेलिया । (a)
3. ‘सिल्क मार्ग’ जोड़ता था-
a. एशिया को ऑस्ट्रेलिया से
b. एशिया को दक्षिण अमेरिका से
c. एशिया को उत्तरी अफ्रीका से
d. एशिया को उत्तरी अमेरिका से । (c)
4. ‘सिल्क मार्ग’ से होकर जाते थे-
a. कपड़े
b. मसाले
c. चीनी पॉटरी
d. ये सभी। (d)
5. ‘सिल्क मार्ग’ द्वारा कौन-कौन से धर्म फले-फूले ?
a. ईसाई
b. मुस्लिम
c. बौद्ध
d. ये सभी। (d)
6. विश्व के दूरस्थ देशों के साथ व्यापारिक एवं सांस्कृतिक संपर्कों का सर्वाधिक उपयुक्त उदाहरण किस मार्ग द्वारा देखा जा सकता है?
a. सिल्वर मार्ग
b. सिल्क मार्ग
c. कॉटन मार्ग
d. गोल्ड मार्ग । (b)
अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. ‘कौड़ियों’ से क्या आशय है?
उत्तर- समुद्र में पाई जाने वाली कौड़ियाँ समुद्री घोंघो का एक विशेष प्रकार है, तत्कालीन समय में इन्हें पैसे या मुद्रा के रूप में प्रयोग किया जाता था।
प्रश्न 2. मालदीव के समुद्र में पाई जाने वाली ये कौड़ियाँ कहाँ तक पहुँचती रही हैं?
उत्तर- हजार वर्ष से भी ज्यादा समय से मालदीव के समुद्र में पाई जाने वाली ये कौड़ियाँ चीन और पूर्वी अफ्रीका तक पहुँचती रही हैं।
प्रश्न 3. सिल्क रूट से संसार के कौन-से भाग जुड़े हुए थे?
उत्तर- सिल्क रूट से एशिया के साथ यूरोप और उत्तरी अफ्रीका जुड़ा हुआ था।
प्रश्न 4. जब हम कहते हैं कि सोलहवीं सदी में दुनिया ‘सिकुड़ने’ लगी थी तो इसका क्या मतलब है?
उत्तर- दुनिया के सिकुड़ने का अर्थ है-संसार के विभिन्न महाद्वीपों के लोगों के बीच पारस्परिक संबंधों में वृद्धि ।
प्रश्न 5. स्पेनिश विजेताओं का सर्वाधिक शक्तिशाली शस्त्र परंपरागत सैन्य शस्त्रास्त्र नहीं थे। इस कथन के समर्थन में दो कारण दीजिए।
उत्तर- (i) स्पेनिश विजेताओं ने अमेरिका पर विजय परंपरागत सैन्य शस्त्रों से नहीं पायी अपितु चेचक के रोगाणुओं को फैलाकर यह विजय पायी जिससे कोई यूरोपीय अमेरिकी महाद्वीप में नहीं आ सका।
(ii) अमेरिका के मूल निवासियों में इनका प्रतिरक्षण उपलब्ध नहीं था जो बीमारियाँ यूरोप से लायी गयी थीं इस बीमारी ने पूरे स्थानीय समाज को समाप्त कर दिया और विजय प्राप्त हो गयी। सोलहवीं शताब्दी के मध्य में इस जैविक अस्त्र ने स्पेनिश लोगों के लिए अमेरिका पर विजय पाना सरल कर दिया।
प्रश्न 6. सोलहवीं सदी के मध्य में ‘चेचक’ किस प्रकार स्पेनिश विजेताओं का सबसे शक्तिशाली हथियार साबित हुआ?
उत्तर- सोलहवीं सदी के मध्य में चेचक इस अर्थ में स्पेनिश विजेताओं का सबसे शक्तिशाली हथियार साबित हुआ कि मूल अमेरिकी लोगों में चेचक की बीमारी से लड़ने हेतु रोग प्रतिरोधक क्षमता नहीं थी। अतः इस बीमारी से पूरा का पूरा समुदाय समाप्त हो गया। इस प्रकार स्पेनिशों की जीत का रास्ता आसान हो गया।
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. रेशम मार्ग से आप क्या समझते हैं? सविस्तार लिखिए।
उत्तर- रेशम मार्ग दुनिया के दूर-दूर स्थित भागों के बीच आधुनिक युग से पहले के जीवंत व्यापार और संस्कृति के जुड़ाव को दर्शाता है। रेशम मार्ग एशिया के साथ यूरोप और उत्तरी अफ्रीका से जुड़ा हुआ था।
इन मार्गों पर चीनी सिल्क व्यापार का मुख्य सामान था इसे पश्चिमी यूरोपीय देशों में निर्यात किया जाता था। व्यापार बेहद लाभदायक था: अतः इन मार्गों का नामकरण रेशम मार्ग हो गया।
सिल्क मार्ग से चीनी सिल्क के साथ-साथ व्यापारी चीनी पॉटरी ले जाते थे और इसी रास्ते से भारत के दक्षिण-पूर्व एशिया के कपड़े व मसाले दुनिया के दूसरे भागों में पहुँचते थे। वापसी में सोने चाँदी जैसी कीमती वस्तुएँ यूरोप से एशिया पहुँचती थीं।
प्रश्न 2. राष्ट्रीय पहचान के निर्माण में भाषा और लोक परंपराओं के महत्त्व पर चर्चा करें।
उत्तर- किसी व्यक्ति की पहचान उसकी भाषा और पारंपरिक रीति-रिवाजों द्वारा होती है क्योंकि वह जो भाषा बोलता है वह एक राष्ट्र, उसकी मातृभूमि से संबद्ध होती है एक राष्ट्र ही है जो किसी व्यक्ति से अधिक महत्त्वपूर्ण होता है।
साथ ही, किसी भूमि या प्रदेश की भाषा और पारंपरिक रीति-रिवाज दीर्घकाल में विकसित होकर स्थापित हो पाते हैं। लोग जन्म लेते हैं, मरते हैं लेकिन भाषा और परंपराएँ यथावत बनी रहती हैं। वे नहीं मरतीं। वे सदैव जीवित रहती हैं। व्यक्ति जहाँ भी जाता है वे उसे पहचान देती हैं।
अतः भाषा और लोकप्रिय परंपराएँ किसी व्यक्ति की राष्ट्रीय पहचान बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
प्रश्न 3. पटसन (जुट) उगाने वालों के विलाप में पटसन की खेती से किसके मुनाफे का जिक्र आया है? स्पष्ट करें।
उत्तर- पटसन उगाने वालों के विलाप में कवि काश्तकारों से कहते हैं कि चाहे तुम कितना भी परिश्रम कर लो, ऋण लेकर पटसन की खेती में धन लगाओ, जब फसल कटेगी तो इसकी कुछ भी कीमत नहीं रहेगी। व्यापारी लोग तुम्हें इसका पाँच रुपया मन देंगे तथा खुद सारा लाभ ले जाएँगे।
अतः इस विलाप में व्यापारियों के लाभ का वर्णन आया है जो किसानों, काश्तकारों से फसल खरीदकर अंग्रेजों को बेचा करते थे।
विस्तृत उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. अफ्रीकी दास व्यापार किस शताब्दी में शुरू हुआ? अधिकांश अफ्रीकी दास संसार के किस भाग में भेजे गए थे?
उत्तर- दास प्रथा तथा दास व्यापार
मनुष्य को पशुओं के समान बेचने की प्रथा को दास व्यापार कहा जाता था। मानव इतिहास में जो अनेक बुरी प्रथाएँ चलीं उनमें दास व्यापार भी एक थी। दासों का यह घृणित व्यापार पुर्तगालियों ने 15वीं शताब्दी के अंत में शुरू किया था। वे या उनके स्थानीय एजेंट अफ्रीका के विभिन्न गाँवों पर हमला करके और वहाँ के निवासियों को
गुलाम बनाकर बाहर भेज देते थे। पुर्तगाल की राजधानी लिस्बन में एक विशेष बाजार लगता था जहाँ अफ्रीका से पकड़े हुए दासों की बिक्री की जाती थीं। स्पेन के व्यापारी उन दासों को खरीदकर अमेरिका स्थित अपने उपनिवेशों में ले जाया करते थे और उनसे पशुओं के समान कार्य लेते थे। खेतों और बागानों पर जिस अमानुषिक ढंग से उनसे कार्य लिया जाता था उसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। जो दास भागने का प्रयास करते थे उन्हें अपने प्राणों से हाथ धोना पड़ता था।
दास व्यापार की समाप्ति
दासों का यह व्यापार लगभग 19वीं शताब्दी के मध्य तक चलता रहा। पुर्तगालियों की देखा-देखी अंग्रेज भी इसमें पीछे न रहे परंतु धीरे- धीरे इस घृणित व्यापार के विरुद्ध आवाज उठने लगी। इस व्यापार के विरुद्ध सबसे बड़ा कार्य अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने किया। उन्होंने अमेरिका से दास व्यापार प्रथा का बिलकुल उन्मूलन कर दिया और सभी दासों को मुक्त कर दिया। इस मानवीय कार्य के लिए उन्हें अपने प्राणों से भी हाथ धोना पड़ा परंतु अपनी शहादत से उन्होंने इस व्यापार के विरुद्ध ऐसा वातावरण तैयार कर दिया कि धीरे-धीरे सभी देशों ने दासता का बिलकुल अंत कर दिया। इस समय संसार के नक्शे से दास व्यापार प्रथा बिलकुल समाप्त हो चुकी है।