पाठ-परिचय – प्रस्तुत पाठ में ‘क्रीडा स्पर्धा’ विषय पर आधारित बालकों के वार्तालाप के माध्यम से सर्वनाम शब्दों का प्रयोग बताया गया है। संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। संज्ञा शब्द में जो विभक्ति, वचन तथा लिङ्ग होते हैं, सर्वनाम शब्दों में भी वही विभक्ति, वचन एवं लिङ्ग का प्रयोग होता है। इस पाठ में प्रथम पुरुष (एषः, एतौ, एते तथा अन्य संज्ञा व सर्वनाम पद), मध्यम पुरुष (त्वम्, युवां, यूयम्) एवं उत्तम पुरुष (अहम्, आवां, वयम्) का भी ज्ञान कराया गया है। 

पाठ के कठिन-शब्दार्थ :

पाठ का हिन्दी-अनुवाद :

हुमा – यूयं कुत्र गच्छथ? …………………………………………….. सहभागिनी जूली अस्ति। 

हिन्दी-अनुवाद –

2. प्रसन्ना-एतद् अतिरिक्तं कबड्डी ……………………………… स्पर्धायाम् प्रतिभागी नास्ति? 

हिन्दी-अनुवाद –

3. रामचरण:-सः द्रष्टुं न शक्नोति ……………………………. व्यवस्था भविष्यति। 

हिन्दी-अनुवाद –

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